देश में दक्षिणी पश्चिमी मानसून के कारण देश के अलग-अलग राज्यों में जमकर बारिश हो रही है. बारिश के कारण कई जगहों पर लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. हालांकि इस बार मानसून लोगों को राहत देने के मूड में नहीं है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) ने देश के कई राज्यों में कई स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान जताया है तो कुछ जगहों पर अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी है. वहीं बारिश के कारण कई नदियां भी उफान पर है, जिसके कारण प्रशासन भी काफी सतर्कता बरत रहा है. साथ ही पहाड़ी राज्यों में कई जगहोंं पर बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है, इसके चलते कई मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं.
इन राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने देश के अलग-अलग इलाकों में बारिश की संभावना जताई है. मौसम विभाग ने 13 जुलाई तक कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और तटीय कर्नाटक में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना जताई है. वहीं 10-13 जुलाई तक गुजरात क्षेत्र और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, 10 जुलाई को सौराष्ट्र और कच्छ के साथ ही तेलंगाना, 12 और 13 जुलाई को केरल और माहे और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भारी बारिश का अनुमान जताया है.
साथ ही मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर 10-13 जुलाई के दौरान भारी वर्षा होने की संभावना है. वहीं 10 जुलाई से 13 जुलाई के मध्य पूर्वी उत्तर प्रदेश; 10 से 12 जुलाई के दौरान उत्तराखंड, 11 और 12 जुलाई के दौरान हिमाचल प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश; 12 जुलाई को जम्मू, उत्तरी हरियाणा, उत्तरी पंजाब, 09 से 11 जुलाई के दौरान पूर्वी राजस्थान, 10 जुलाई को विदर्भ और 11 से 13 जुलाई के दौरान छत्तीसगढ़ में अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. वहीं 10 से 12 जुलाई के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की भी संभावना है.
पूर्वी उत्तर प्रदेश में 10-12 जुलाई, 2024 के दौरान अलग-अलग स्थानों पर भारी (64.5-115.5 मिलीमीटर) से बहुत भारी वर्षा (115.5-204.4 मिलीमीटर) होने की प्रबल संभावना है। pic.twitter.com/cyiAXNbNXu
— India Meteorological Department (@Indiametdept) July 9, 2024
मौसम विभाग के मुताबिक, 10-11 जुलाई के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. साथ ही अनुमान है कि 10-13 जुलाई के दौरान बिहार, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर जबकि 12 और 13 जुलाई को झारखंड; 13 जुलाई को ओडिशा के साथ ही 10 और 13 जुलाई को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है.
बिहार में 09-12 जुलाई, 2024 के दौरान अलग-अलग स्थानों पर भारी (64.5-115.5 मिलीमीटर) से बहुत भारी वर्षा (115.5-204.4 मिलीमीटर) होने की प्रबल संभावना है।
— India Meteorological Department (@Indiametdept) July 9, 2024
Bihar is very likely to get isolated heavy (64.5-115.5 mm) to very heavy rainfall (115.5-204.4 mm) during 9th-12th July, 2024. pic.twitter.com/QoqfLulQq2
साथ ही 10-11 जुलाई को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है तो अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भी कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है.
उप्र में नदियां उफान पर, वर्षाजनित हादसों में 7 की मौत
उत्तर प्रदेश के अनेक इलाकों में पिछले कई दिनों से रुक—रुक कर हो रही वर्षा और बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण गंगा, राप्ती, घाघरा और शारदा समेत अनेक नदियां उफान पर हैं. राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान वर्षाजनित हादसों में सात लोगों की मौत हो गई है.
राहत आयुक्त कार्यालय से मंगलवार शाम मिली रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश की विभिन्न नदियां उफान पर हैं. गंगा नदी कछलाब्रिज (बदायूं) में, राप्ती नदी बलरामपुर में, शारदा नदी पलियाकलां और शारदानगर (लखीमपुर खीरी) में, बूढ़ी राप्ती नदी ककरही (सिद्धार्थ नगर) में, क्वानो नदी चंद्रदीपघाट (गोंडा) में, घाघरा नदी एल्गिनब्रिज (बाराबंकी) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान बाढ़ के पानी में डूबने, आकाशीय बिजली और सर्पदंश जैसे वर्षाजनित हादसों में सात लोगों की मौत हो गयी. पीलीभीत और श्रावस्ती में दो—दो तथा बलरामपुर, कन्नौज और प्रतापगढ़ में एक—एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है. अगले 24 घंटों के दौरान भी राज्य के पूर्वी हिस्सों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है.
हिमाचल : बारिश और भूस्खलन से 42 सड़कें बंद
हिमाचल प्रदेश में मध्यम दर्जे की बारिश का दौर जारी है और इसकी वजह से 42 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. राज्य आपात अभियान केंद्र ने बताया कि शिमला में 18, मंडी में 17, कांगड़ा में तीन, किन्नौर और कुल्लू जिले में एक-एक सड़क यातायात के लिए बंद हैं.
केंद्र के मुताबिक 121 ट्रांसफॉर्मर से होनी वाली बिजली आपूर्ति और 48 जलापूर्ति योजना भी बाधित हुई है. शिमला स्थित मौसम केंद्र ने बृहस्पतिवार और शुक्रवार को कुछ स्थानों पर मेघगर्जन और बिजली चमकने के साथ भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है और ‘येलो अलर्ट' जारी किया है. केंद्र के मुताबिक 15 जुलाई तक राज्य में बारिश का दौर जारी रहेगा.
कर्नाटक में बारिश से 3,714 मकान क्षतिग्रस्त : CM सिद्धरमैया
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को कहा कि राज्य में भारी बारिश की वजह से 3,714 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं और इन मकानों के मालिकों को राज्य आपदा मोचन कोष (एसडीआरएफ) से मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में डेंगू से सात लोगों की मौत हुई है जबकि मच्छर से फैलने वाली इस बीमारी से 703 लोग संक्रमित हुए हैं.
मानसून संबंधी तैयारियों को लेकर जिला उपायुक्तों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद सिद्धरमैया ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘ अबतक 3,714 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं. उन्हें एसडीआरएफ के नियमों के तहत मुआवजा दिया जाएगा. आज की तारीख तक उपायुक्तों के पीडी खातों में 783.69 करोड़ की राशि है. धन की कोई कमी नहीं है.''
पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से में अधिक बारिश का पूर्वानुमान
पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से में 11 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है. मौसम विभाग ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि क्षेत्र में पिछले कई दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को प्रशासन से स्थिति पर चौबीसों घंटे नजर बनाये रखने को कहा है. मौसम विभाग के मुताबिक, सक्रिय मानसून और असम में चक्रवाती परिसंचरण के कारण 11 जुलाई तक पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. विभाग ने बताया कि साथ ही कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश भी हो सकती है.
दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार जिलों में लगातार हो रही बारिश के कारण पहाड़ियों पर भूस्खलन हुआ तथा पश्चिम बंगाल को सिक्किम से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 10 सहित कई सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं. वहीं मैदानी इलाकों में विभिन्न स्थानों पर जलभराव की स्थिति देखी गयी है.
राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश का दौर, पश्चिमी हिस्सों में तापमान बढ़ा
राजस्थान के कुछ हिस्सों में मानसूनी बारिश का दौर मंगलवार को भी जारी रहा, हालांकि पश्चिमी हिस्सों में मंगलवार को अधिकतम तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई.जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार मंगलवार को जालौर में 16 मिलीमीटर, बाड़मेर में 13.2 मिलीमीटर, डबोक (उदयपुर) में 11.6 मिलीमीटर, भीलवाड़ा में 4.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. मौसम केन्द्र के अनुसार मंगलवार को जैसलमेर में अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पिलानी में 40.7 डिग्री, बीकानेर में 40.4 डिग्री, फलोदी में 40.2 डिग्री, फतेहपुर में 39.3 डिग्री और राज्य के अन्य प्रमुख स्थानों पर 38.7 डिग्री सेल्सियस से लेकर 34 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया.
इसके अनुसार आज मानसून ट्रफ लाइन दक्षिणी राजस्थान से होकर गुजर रही है. इसके प्रभाव से 10 जुलाई को दक्षिणी व पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में मेघ गर्जन के साथ बारिश की गतिविधियां होने तथा कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की सम्भावना है. विभाग ने बताया कि 11 जुलाई को मानसून ट्रफ लाइन के हिमालय की ओर जाने से भारी बारिश में कुछ कमी होने की संभावना है.
दिल्ली के कई हिस्सों में बारिश के बाद जलजमाव
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को तेज हवाओं के साथ आई अचानक बारिश के कारण कई इलाकों में लोगों को यातायात और जलजमाव की समस्या का सामना करना पड़ा. IMD के अधिकारियों ने बताया कि देश भर में मानसून सक्रिय अवस्था में है. मौसम विभाग ने गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने तथा बिजली कड़कने का अनुमान जताया था. मंगलवार की तुलना में बुधवार को कम बारिश होने का पूर्वानुमान है, लेकिन अगले दिन इसकी तीव्रता बढ़ जाएगी. विभाग ने बुधवार को आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने का अनुमान जताया है.
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