
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून मंगलवार को बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भाग, अंडमान सागर के दक्षिणी भाग, निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर के उत्तरी भाग के कुछ क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है. मौसम विभाग ने कहा कि पिछले दो दिनों में निकोबार द्वीपसमूह में मध्यम से भारी वर्षा हुई.
इधर, आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून 27 मई को केरल में दस्तक देगा, जो सामान्यतः 1 जून को आने वाली तिथि की तुलना में समय से पहले आगमन होगा. यदि पूर्वानुमान सही साबित होता है तो यह 2009 के बाद से भारतीय मुख्य भूमि पर सबसे जल्दी मानसून का आगमन होगा, जब 23 मई को मानसून आया था.
बंगाल की खाड़ी के दक्षिण, निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर के ऊपर पछुआ हवाओं के प्रभाव में वृद्धि हुई है. समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर हवा की गति 20 समुद्री मील से अधिक हो गई है और कुछ क्षेत्रों में यह 4.5 किलोमीटर तक बढ़ गई है.
आईएमडी ने बताया कि ‘आउटगोइंग लॉन्गवेव रेडिएशन' (ओएलआर) भी इस क्षेत्र में कम हुआ है जो बादल छाए रहने का सूचक है. ओएलआर पृथ्वी से अंतरिक्ष में निकलने वाली विकिरण ऊर्जा का एक माप है, विशेष रूप से लंबी तरंग दैर्ध्य (जैसे कि इंफ्रारेड) पर. यह पृथ्वी की सतह और वायुमंडल द्वारा उत्सर्जित होती है. इसे उत्सर्जित स्थलीय विकिरण भी कहा जाता है.
वहीं, एक बार फिर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के लोगों को गर्मी का प्रकोप झेलना पड़ेगा. मौसम विभाग द्वारा जारी 7-दिनों के पूर्वानुमान के अनुसार, 13 मई से तापमान में तेजी से वृद्धि होने की संभावना है. अनुमान लगाया गया है कि 13 मई को अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है, जो सामान्य से काफी अधिक है.
13 मई से 19 मई के बीच का मौसम मिलाजुला रहेगा, लेकिन गर्म हवाओं और उमस की वजह से लोगों को खासा परेशान होना पड़ सकता है. 13, 14 और 15 मई को आसमान में बादल रहेंगे और सूरज की लुका-छुपी जारी रहेगी. इस दौरान अधिकतम तापमान 39 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा और न्यूनतम तापमान 27 से 28 डिग्री सेल्सियस तक बने रहने की संभावना है.
16 मई को मौसम विभाग ने गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है. इस दिन तेज सतही हवाएं और बिजली चमकने के साथ-साथ गरज के साथ बारिश की चेतावनी भी जारी की गई है। हालांकि, इससे तापमान में कुछ गिरावट की उम्मीद की जा सकती है, लेकिन उमस में इजाफा होने की पूरी संभावना है। 17 से 19 मई तक आसमान मुख्यतः साफ या आंशिक रूप से बादलों से ढका रहेगा। तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहेगा और आर्द्रता 30 से 55 प्रतिशत तक रहने का अनुमान है.
पश्चिमी विक्षोभ के असर से बीते चौबीस घंटे में राजस्थान के अनेक इलाकों में आंधी चली तथा बारिश हुई. मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, इस दौरान सीकर जिले में धूल भरी आंधी आई जबकि तथा राज्य में कहीं-कहीं बादलों की गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई. सबसे अधिक, 37 मिलीमीटर बारिश सीकर में हुई.
पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने बिहार के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. 15 मई से 16 मई की सुबह तक पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, अररिया, सुपौल और किशनगंज जैसे जिलों में गरज-तड़क के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना है.
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा था कि उत्तर-पश्चिम, मध्य और उत्तर-पूर्व के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य या सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है.
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