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This Article is From Oct 09, 2018

#MeToo: मोदी के मंत्री एमजे अकबर पर यौन शोषण का आरोप, सवाल से बचकर निकल गईं सुषमा स्वराज

सोशल मीडिया पर यौन शोषण के खिलाफ शुरू हुए #MeToo अभियान ने जोर पकड़ लिया है. बॉलीवुड के बाद अब इसकी आंच राजनीति तक भी पहुंच गई है.

#MeToo: मोदी के मंत्री एमजे अकबर पर यौन शोषण का आरोप, सवाल से बचकर निकल गईं सुषमा स्वराज
#MeToo: विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर महिला पत्रकार ने लगाया आरोप
नई दिल्ली:

सोशल मीडिया पर यौन शोषण के खिलाफ शुरू हुए #MeToo अभियान ने जोर पकड़ लिया है. बॉलीवुड के बाद अब इसकी आंच राजनीति तक भी पहुंच गई है. ताजा मामले में मोदी सरकार के मंत्री एमजे अकबर का नाम सामने आया है. पूर्व एडिटर और विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर यौन शोषण का आरोप लगा है. इस बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कोई जवाब नहीं दिया. 'ट्रिब्यून' की पत्रकार स्मिता शर्मा ने जब सुषमा स्वराज से पूछा कि क्या एमजे अकबर के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. स्मिता शर्मा ने सुषमा स्वराज से पूछा था कि, 'यह एक गंभीर आरोप है. आप एक महिला हैं, क्या आरोपों की जांच की जाएगी? इस पर जवाब देने के बजाय सुषमा स्वराज बिना कुछ बोले आगे निकल गईं. ऐसा माना जा रहा है कि विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर इन दिनों नाइजीरिया में हैं.
 

mj akbar twitter
 (केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर)



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एमजे अकबर का नाम पत्रकार प्रिया रमानी ने लिया है. प्रिया ने लिखा कि उन्होंने पिछले साल 'वोग' पत्रिका में अपने साथ हुए यौन शोषण का स्मरण लिखा था और कहानी की शुरुआत एमजे अकबर के साथ हुई घटना से की थी. प्रिया ने तब एमजे अकबर का नाम नहीं लिया था, लेकिन 2017 की स्टोरी का लिंक शेयर करते हुए एमजे अकबर का नाम लिख दिया. कहा कि यह कहानी जिससे शुरू होती है, वह एमजे अकबर है. प्रिया ने लिखा है कि उस रात वह भागी थीं. फिर कभी उसके साथ अकेले कमरे में नहीं गईं. प्रिया रमानी ने एक के बाद एक कई ट्वीट किया. बता दें कि एमजे अकबर कई अखबारों और पत्रिकाओं में संपादक रह चुके हैं.

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VIDEO : विदेश राज्य मंत्री पर उत्पीड़न के आरोप, सुषमा ने साधी चुप्पी​

वहीं इससे पहले केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी इस कैंपेनिंग को अपना सपोर्ट दे चुकीं हैं. महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रस्ताव दिया है कि कोई भी पीड़ित यौन उत्पीड़न की शिकायत घटना के '10-15 साल' बाद भी कर सकता है. ‘#मी टू’ अभियान’ का उल्लेख करते हुए मेनका ने कहा, 'मैं आशा करती हूं कि यह इस तरह नियंत्रण से बाहर नहीं चला जाए कि हम उन लोगों को निशाना बनाएं जिनसे हमें परेशानी हुई हो. लेकिन मेरा मानना है कि यौन उत्पीड़न को लेकर महिलाएं आक्रोशित हैं.' मेनका गांधी ने कहा कि '#मी टू’कैंपेन से  महिलाओं को सामने आकर शिकायत करने का हौसला मिला.

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