बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर चक्रवाती परिसंचरण की स्थिति बनी हुई है और इसके असर से सोमवार को इस क्षेत्र के ऊपर कम दबाव का एक क्षेत्र बनने का अनुमान है. मौसम विभाग ने यह जानकारी दी. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को कहा कि कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद इसके मार्ग और तीव्रता के बारे में जानकारी दी जाएगी.
विभाग ने कहा कि मछुआरों और जहाज तथा नौका संचालकों को सलाह दी जाती है कि वे रविवार से दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर के आसपास के क्षेत्रों में और नौ मई से दक्षिण-पूर्व और आसपास के मध्य बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में न जाएं.
मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवाती परिसंचरण की स्थिति बनने से आठ मई को इस क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने का अनुमान है. विभाग के बुलेटिन में कहा गया है, ‘‘इसके बाद बंगाल की खाड़ी के मध्य में और उससे सटे उत्तरी अंडमान सागर की ओर इसके एक चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है.''
आईएमडी के महानिदेशक जी. मृत्युंजय महापात्रा ने कहा, ‘‘कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद इसके मार्ग और तीव्रता का विवरण प्रदान किया जाएगा. मौसम की स्थिति पर नियमित रूप से निगरानी रखी रही है."
मौसम कार्यालय ने यह भी कहा कि 10 मई से 12 मई तक दक्षिण पूर्व और उससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में समुद्र की स्थिति "बहुत खराब से उच्च" रहने की संभावना है.
आईएमडी बुलेटिन में कहा गया है, "जो लोग बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व और दक्षिण अंडमान सागर से सटे हैं, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर लौटने की सलाह दी जाती है और बंगाल की मध्य खाड़ी और उत्तरी अंडमान सागर के लोगों को 9 मई से पहले लौटने की सलाह दी जाती है."
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