- कबड्डी खिलाड़ियों और प्रमोटरों की हत्याओं के पीछे गैंग्स का कबड्डी लीग नियंत्रण प्रयास मुख्य कारण है
- बम्बिहा गैंग लंबे समय बाद कबड्डी प्रमोटर राणा हत्याकांड के जरिए फिर से पंजाब और कनाडा में पैर जमा रहा है
- बम्बिहा गैंग का नया सरगना शगुनप्रीत हैं जो मुसेवाला का मैनेजर रह चुका है और वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया में है
भारत में पंजाब से लेकर कनाडा तक गैंगस्टर कबड्डी खिलाड़ियों और उनके प्रमोटरों की ताबड़तोड़ हत्याएं कर रहे हैं. इसके पीछे भारत से लेकर कनाडा तक कबड्डी प्लेयर्स ,कबड्डी प्रमोटर्स और कबड्डी लीग पर कंट्रोल की कोशिश माना जा रहा है. खात्मे की तरफ बढ़ रहा बम्बिहा गैंग ऐसे मामलों में फिर सुर्खियों में है. सवाल है कि लारेंस बिश्नोई गैंग के कमजोर पड़ने के बाद बम्बिहा गैंग एक बार फिर पंजाब से लेकर कनाडा तक अपने पैर जमाने की कोशिश कर रहा है.
कबड्डी प्रमोटर राणा हत्याकांड ने इस बात की तस्दीक कर दी है, जो बम्बिहा गैंग लंबे वक्त से लाइमलाइट से बाहर था उसने इस हत्याकांड को अंजाम देकर एक बार फिर देवेन्द्र बम्बिहा गैंग को रीयूनियन कर दिया है. बम्बिहा गैंग के नए सरगना के नाम का खुलासा भी हुआ है.
हम बताते हैं कि बम्बिहा गैंग का सिद्दू मुसेवाला से क्या कनेक्शन है. बम्बिहा गैंग का नया मुखिया कोई और नही शगुनप्रीत है.शगुनप्रीत सिद्दू मुसेवाला का मैनेजर था, लेकिन लारेंस बिश्नोई के खास दोस्त और करीबी विक्की मिददुखेड़ा की 7 अगस्त 2022 को मोहाली में हत्या के बाद ऑस्ट्रेलिया भाग गया था.
शगुनप्रीत पर विक्की की हत्या का आरोप था और लॉरेंस बिश्नोई गैंग ऐसा मानता था कि यह हत्या सिद्धू मुसेवाला के कहने पर शगुनप्रीत ने करवाई है.इसी हत्या का बदला लेने के लिए 29 मई 2022 को लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सिद्दू मुसेवाला की हत्या करवाई.
2016 में बम्बिहा गैंग के सरगना देवेंद्र बम्बिहा की हत्या के बाद पहले गैंग की कमान आर्मेनिया में बैठे लकी पटियाल के हाथ आई, लेकिन एजेसिंयों को जानकारी मिली है कि लकी पटियाल के साथ शगुनप्रीत गैंग को कमांड कर रहा है.शगुनप्रीत ऑस्ट्रेलिया में है जबकि लकी पटियाल आर्मेनिया में.
कबड्डी प्लेयर राणा हत्याकांड के बाद सोशल मीडिया पर बम्बिहा की एक पोस्ट आई जिस पर लिखा था ,मुसेवाला की हत्या का बदला है. लेकिन जांच एजेंसियों की मानें तो मुसेवाला के नाम का इस्तेमाल कर बम्बिहा गैंग ने अपनी फैन फॉलोइंग बढ़ाने और एक तरह से अटेंसन लेने के लिए मुसेवाला का नाम लिखकर वो पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर की थी.
जबकि असल कहानी यह है की इस हत्याकांड को अंजाम देकर बम्बिहा गैग ने भारत से लेकर कनाडा तक न सिर्फ कबड्डी प्लेयर्स बल्कि कबड्डी प्रमोटर्स और कबड्डी लीग्स में पैसा लगाने वाले फाइनेंसर पर कंट्रोल चाहता है.
पंजाबी गायकों से लेकर कबड्डी प्लेयर सब निशाने पर
ये वो सिंगर है जो लगातार गैंगस्टरों के निशाने पर रहे और कुछ के नाम लारेंस - बम्बिहा गैंग से जुड़े रहे
मनकीरत ओलक
गिप्पी ग्रेवाल
एपी ढिल्लों
बादशाह
करन औजला
अर्जुन ढिल्लों
दलप्रीत ढिल्लों
चन्नी नटन
तेजी कहलो
कबड्डी लीग में गैंगस्टरों की घुसपैठ
पंजाबी गायकों के साथ कबड्डी प्लेयर्स ,कबड्डी लीग्स में गैंग्स ने घुसपैठ करना शुरू कर दी अधिकतर गैंगस्टर पंजाब ,हरियाणा से तालुक रखते है और कबड्डी प्लेयर्स भी भारत में ज्यादातर हरियाणा पंजाब के है ऐसे में उन्हें बल प्रयोग कर ,धमका कर या तो गैंग में शामिल करना या मोटा पैसा कमाने के लिए कबड्डी लीग्स को टारगेट करना शुरू कर दिया गया.
12 कबड्डी खिलाड़ियों की हत्या
अब कबड्डी प्लेयर्स को न केवल टारगेट कर उनके ठिकानों पर गैंग्स्टर फायरिंग कर रहे है बल्कि आलम यह है कि बीते सालों में करीब 12 से ज्यादा कबड्डी प्लेयर्स की हत्या हो चुकी है जिसमे अधिकतर हत्याकांड में गैंग्स्टर एंगल शामिल रहा है
गैंगवार का नतीजा!
लॉरेस गैंग के लिए हथियारों का सप्लायर सोनू खत्री कनाडा में होने वाली कबड्डी लीग्स पर नजर रखता है जिसका खुलासा हाल में कपिल शर्मा के कैफे पर हुई फायरिंग के पकड़े गए एक आरोपी ने क्राइम ब्रांच दिल्ली पुलिस की कस्टडी में यह बताया था की कनाडा में कबड्डी लीग्स में राजू खत्री प्लेयर्स और प्रमोटर्स को टारगेट करता है.वही पैटर्न अब बम्बिहा गैंग अपना रहा है जिसके लिए उसने मोहाली में भरी भीड़ के बीच राणा हत्याकांड को अंजाम देकर जुर्म की दुनिया मे अपनी धमक बड़ा दी है.
देविंदर बंबीहा गैंग
गैंग बनाने वाले का 26 साल की उम्र में एनकाउंटर, बमबीहा गैंग के भी कई खूंखार गैंगस्टर तिहाड में है बन्द।बंबीहा गैंग का ताल्लुक पंजाब के मोगा जिले से है। ये गैंग बंबीहा गांव के रहने वाले देविंदर सिंह ने बनाई थी।गांव के नाम पर ही उसने गैंग का नाम रखा। 2010 में गांव में हुए झगड़े में उससे मर्डर हो गया था। जेल जाने के बाद देविंदर क्राइम की दुनिया में आ गया। 2010 के आसपास संगठित अपराध में सक्रिय हुआ। उसका गिरोह मुख्य रूप से हत्या, हत्या की साजिश, जबरन वसूली (एक्सटॉर्शन), फायरिंग और गैंगवार जैसी वारदातों में शामिल रहा। बंबीहा गैंग की सबसे बड़ी पहचान इसकी लॉरेंस बिश्नोई गैंग से दुश्मनी रही। दोनों गिरोहों के बीच कई हाई-प्रोफाइल हत्याएं और बदले की वारदातें हुईं।2016 में देवेंदर बंबीहा की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई थी जिसके बाद बंबीहा गैंग की कमान आर्मेनिया में बैठा लकी पटियाल संभाल रहा था
बम्बिहा गैंग के गुर्गे- लकी पटियाला
लकी चंडीगढ़ के धनास गांव का रहने वाला है लकी गोल्डी लारेश संपत नेहरा सब पहले पंजाब चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में दोस्त हुआ करते थे फिर छात्र राजनीति से अलग अलग गुट से जुड़ गए औऱ फिर जरायम की दुनिया मे कदम रखा।बांबिग गैंग में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और UP के 300 से ज्यादा शार्प शूटर हैं। बंबीहा गैंग और लॉरेंस गैंग की दुश्मनी है।
शगुनप्रीत
सिद्दू मुसेवाला का मैनेजर रहा है,2021 में विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या के बाद ऑस्ट्रेलिया भाग गया था,2023 में मोहाली SSOC ने शगुनप्रीत के शुटर्स पकड़े थे ,वही 2023 में स्पेशल सेल काउंटर इंटेलिजेंस ने भी दो गुर्गों को गिरफ्तार किया था जो शगुनप्रीत के लिए काम करते थे।
नाम नीरज फरीद पुरिया- नीरज बम्बिहा गैंग के एलाइंस के तौर पर फरीदाबाद पलबल के इलाकों को ऑपरेट करता है,अभी USA में है
कौशल चौधरी- गुरुग्राम जेलजेल में बंद।कौशल ,बम्बिहा गैंग के एलाइंस के तौर पर गुरुग्राम में ऑपरेट करता है
नवीन बाली और नीरज बबानिया- दोनो तिहाड़ जेल में बन्द,ये दोनों भी बम्बिहा गैंग के एलाइंस के तौर पर दिल्ली एनसीआर को ऑपरेट करते है*
हिमाशु भाऊ और साहिल- दोनो USA में मौजूद है।इन दोनों के बम्बिहा गैग से रिश्ते है गैंग मेंबर रोहतक, झज्जर, सोनीपत में एक्टिव है
काला खेरमपुरम- हरियाणा STF की कस्टडी में है. इसके गैंग के गुर्गे बम्बिहा और हिमाशु एलाइंस के लिए हिसार, हांसी, सिरसा, राजस्थान बॉर्डर तक ऑपरेट करते हैं.
भुप्पी राणा- जेल में बन्द,राणा का गैंग अम्बाला, चंडीगढ़ मोहाली और पंजाब में एक्टिव
राणा कंडोवालियां- बम्बिहा गैंग के एक गैंगस्टर राणा kandowaliya को अमृतसर के एक अस्पताल में जग्गू भगवानपुरिया के इशारे पर मोनू डागर ने मार दिया था। राणा गुरदासपुर का रहने वाला था
गोपी गैंग का एक औऱ कुख्यात गैंग्स्टर गोपी भी मारा जा चुका है.मन्नू और डॉनी गोपी के भाई बम्बिहा गैंग को UK में बैठकर ऑपरेट करते हैं.शगुनप्रीत के साथ मिलकर मन्नू और डोनी काम करते हैं. दोनों पंजाब के गुरदासपुर जिले के रहने वाले हैं.
बम्बिहा गैंग के लिए यूपी ,एमपी से हथियारो की खेप आती है कुछ हथियार सीमा पार से भी आते हैं. सूत्रों की माने तो अंदर खाने से खालिस्तानी आतंकी हरविन्द उर्फ रिन्दा भी बम्बिहा गैंग को सपोर्ट करता है.
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