पलमायरा शहर की फाइल तस्वीरें
सीरिया:
सीरिया की राजधानी दमिश्क में इस्लामी स्टेट के जिहादियों ने रविवार को एक प्राचीन मंदिर को विस्फोटकों से उड़ा दिया। बाल शामिन नाम का ये मंदिर यूनेस्को द्वारा चिह्नित सीरियाई शहर पलमायरा में स्थित था। ये जानकारी सीरिया के पुरातत्व विभाग के अधिकारी ने दिया।
मामून अब्दुलकरीम नाम के इस अधिकारी ने बताया कि, 'आईएस के आतंकियों ने बाल शामिन मंदिर में बड़ी मात्रा में विस्फोटक रखने के बाद उसे उड़ा दिया जिससे मंदिर को काफी नुकसान हुआ है।'
आतंकी संगठन आईएस यानि इस्लामिक स्टेट का सीरिया और पड़ोसी देश इराक के एक बड़े इलाके पर कब्ज़ा है। इन लोगों ने 21 मई को पलमायरा पर भी कब्ज़ा कर लिया था। जिसके तुरंत बाद यूनेस्को ने पलमायरा के हेरिटेज इमारतों की सुरक्षा पर चिंता जतायी थी।
यूनेस्को के अनुसार इन इमारतों की सार्वभौमिक उपयोगिता है जिसे किसी भी समय में नकारा नहीं जा सकता है। पलमायरा शहर प्राचीन विश्व के सबसे महत्वपूर्ण सांस्कृति केंद्रों में से एक माना जाता है।
अब्दुल करीम के अनुसार, मंदिर के भीतरी हिस्सा पूरी तरह से नष्ट हो गया और उसके चारों तरफ लगे खंबे गिर गए हैं। सीरिया में मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों पर नज़र रखने वाली ब्रिटेन की एक संस्था ने भी मंदिर के नष्ट होने की पुष्टि की है।
बाल शामिन मंदिर का निर्माण 17वीं सदी में हुआ था और रोम के सम्राट हादरियान ने 130 सदी में इसका प्रचार प्रसार किया था।
पलमायरा को सिटी ऑफ़ पाम्स भी कहा जाता है जो दमिश्क से 210 किमी उत्तरपूर्व में बसा है। इस रमणीय जगह को लंबे समय से संरक्षित कर रखा गया था।
इस घटना के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अब्दुल करीम ने कहा, 'हमारा डर अब सच बनकर सामने आ रहा है।'
आईएस के जिहादियों ने इससे पहले पलमायरा के प्राचीन रोमन थियेटर और एथेना के मशहूर सिंह की मूर्ति को नष्ट कर उसे जेल और अदालत में बदल दिया था।
आईएस जिहादियों ने कुछ ही दिन पहले पलमायरा के रिटायर्ड 72 साल के मुख़्य पुरातत्वविद का सिर कलम कर दिया था। खालिद अल-असद के घरवालों के अनुसार जिहादियों ने उनकी हत्या करने के बाद उनके शव को बुरी तरह से विकृत कर दिया था।
मामून अब्दुलकरीम नाम के इस अधिकारी ने बताया कि, 'आईएस के आतंकियों ने बाल शामिन मंदिर में बड़ी मात्रा में विस्फोटक रखने के बाद उसे उड़ा दिया जिससे मंदिर को काफी नुकसान हुआ है।'
आतंकी संगठन आईएस यानि इस्लामिक स्टेट का सीरिया और पड़ोसी देश इराक के एक बड़े इलाके पर कब्ज़ा है। इन लोगों ने 21 मई को पलमायरा पर भी कब्ज़ा कर लिया था। जिसके तुरंत बाद यूनेस्को ने पलमायरा के हेरिटेज इमारतों की सुरक्षा पर चिंता जतायी थी।
यूनेस्को के अनुसार इन इमारतों की सार्वभौमिक उपयोगिता है जिसे किसी भी समय में नकारा नहीं जा सकता है। पलमायरा शहर प्राचीन विश्व के सबसे महत्वपूर्ण सांस्कृति केंद्रों में से एक माना जाता है।
अब्दुल करीम के अनुसार, मंदिर के भीतरी हिस्सा पूरी तरह से नष्ट हो गया और उसके चारों तरफ लगे खंबे गिर गए हैं। सीरिया में मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों पर नज़र रखने वाली ब्रिटेन की एक संस्था ने भी मंदिर के नष्ट होने की पुष्टि की है।
बाल शामिन मंदिर का निर्माण 17वीं सदी में हुआ था और रोम के सम्राट हादरियान ने 130 सदी में इसका प्रचार प्रसार किया था।
पलमायरा को सिटी ऑफ़ पाम्स भी कहा जाता है जो दमिश्क से 210 किमी उत्तरपूर्व में बसा है। इस रमणीय जगह को लंबे समय से संरक्षित कर रखा गया था।
इस घटना के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अब्दुल करीम ने कहा, 'हमारा डर अब सच बनकर सामने आ रहा है।'
आईएस के जिहादियों ने इससे पहले पलमायरा के प्राचीन रोमन थियेटर और एथेना के मशहूर सिंह की मूर्ति को नष्ट कर उसे जेल और अदालत में बदल दिया था।
आईएस जिहादियों ने कुछ ही दिन पहले पलमायरा के रिटायर्ड 72 साल के मुख़्य पुरातत्वविद का सिर कलम कर दिया था। खालिद अल-असद के घरवालों के अनुसार जिहादियों ने उनकी हत्या करने के बाद उनके शव को बुरी तरह से विकृत कर दिया था।
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