- चंडीगढ़ के सेक्टर 26 में बाइक सवार हमलावरों ने चलती कार में बैठे इंद्रप्रीत पैरी की गोली मारकर हत्या कर दी
- मृतक इंद्रप्रीत पैरी को कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का करीबी माना जाता था और वह उनके लिए काम करता था
- हत्या के आरोप सीधे तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर लगे हैं, जिससे शहर में हाई अलर्ट जारी किया गया है
लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के बीच की गैंगवार दुबई के बाद अब चंडीगढ़ पहुंच गई है. शहर के सेक्टर 26 इलाके में बीती रात उस समय सनसनी फैल गई, जब बाइक सवार हमलावरों ने एक चलती कार में बैठे इंद्रप्रीत पैरी पर अंधाधुंध फायरिंग कर उसकी हत्या कर दी, जिसकी जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई के गैंगस्टर आरजू बिश्नोई और हरी बॉक्सर ने ली है. सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए बिश्नोई गैंग ने इसकी जानकारी दी.
मृतक इंद्रप्रीत पैरी, जिसके सिर और शरीर पर कई गोलियां लगने के निशान हैं, को कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के करीबी के तौर पर पहचाना गया है. सूत्रों के अनुसार, पैरी लंबे समय से गोल्डी बराड़ के लिए काम कर रहा था.
बिश्नोई गैंग ने क्या किया पोस्ट?
जय श्री राम, जय बजरंगबली सभी भाइयों को राम-राम.
मैं (आरज़ू बिश्नोई), (हरी बॉक्सर), (शुभम लोंकर), (हरमन संधू) आज से नई जंग की शुरुआत कर चुके हैं. चंडीगढ़ सेक्टर-26 में इंदरप्रीत पैरी की हत्या हुई है. इसकी जिम्मेदारी हम लेते हैं. यह हमारे ग्रुप का गद्दार था. ‘गोल्डी या रोहित' का फोन करवाकर यह सभी क्लबों से पैसों की उगाही करवाता था. इसी वजह से इसे मारा गया है. शुरुआत भी इन्हीं ने की थी , पहले हमारे हरी भाई पर हमले की कोशिश की और बाद में सिप्पा भाई की हत्या करवाई.
आज से हमारी सभी टीमों को चेतावनी है जो भी इनका साथ देगा, चाहे छोटा काम हो या बड़ा, उसे नहीं छोड़ा जाएगा. सबको मारा जाएगा. और सुन लो क्लब वाले जो भी इन्हें पैसा देता है, हम उससे कोई पूछताछ नहीं करेंगे. सिर्फ फोन लगाना है… हम सब तक पहुंच जाएंगे और मारेंगे. चाहे वह किसी भी जेल में क्यों न हो , हम वहां भी पहुंच जाएंगे… चाहे जितना समय लगे।
पहले दोस्ती, अब खून-खराबा
यह हत्या चंडीगढ़ और पंजाब में सक्रिय बड़े आपराधिक समूहों के बीच बदलते समीकरणों की ओर इशारा करती है. लॉरेंस बिश्नोई गैंग और गोल्डी बराड़ पहले एक ही आपराधिक नेटवर्क के तहत मिलकर काम करते थे. पिछले कुछ समय से इन दोनों गैंगों (लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़) के बीच वर्चस्व और हिस्सों के बंटवारे को लेकर मतभेद शुरू हो गए थे. अब दोनों गैंग पूरी तरह से अलग-अलग होकर एक-दूसरे के विरोधी बन चुके हैं, जिसका नतीजा इंद्रप्रीत पैरी की हत्या के रूप में सामने आया है.
चंडीगढ़ पुलिस ने घटना के बाद तुरंत नाकाबंदी कर दी है और हमलावरों की तलाश में सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. इस गैंगवार से एक बार फिर साफ हो गया है कि पंजाब और हरियाणा के बड़े गैंगस्टर अब चंडीगढ़ जैसे शांत शहरों को भी अपने खूनी हिसाब-किताब के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं.
क्या है दुबई कनेक्शन
बीते महीने दुबई में पहली बार भारतीय गैंगस्टरों के बीच गैंगवार की खबर सामने आई थी. बताया गया कि इस गैंगवार में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के बदमाश की हत्या कर दी. गैंगवार को लेकर सोशल मीडिया पर गैंगस्टर रोहित गोदारा का एक पोस्ट भी वायरल हुआ था, जिस पोस्ट में लॉरेंस गिरोह के बदमाश जोरा सिद्दू उर्फ सिप्पा की हत्या की बात कही गई थी.
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