आयकर विभाग ने मध्य प्रदेश में तलाशी अभियान चलाया है. IT विभाग ने 14 जुलाई को खनन, चीनी और शराब निर्माण के कारोबार से जुड़े एक ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी की. इस ग्रुप का प्रमुख व्यक्ति राजनीतिक पदों पर काबिज हैं. अभियान के दौरान मध्य प्रदेश और मुंबई में स्थित कई परिसरों की तलाशी ली गई. तलाशी अभियान के दौरान बड़ी संख्या में आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य मिले हैं जिन्हें जब्त किया गया है.
रेत खनन कारोबार के जब्त दस्तावेजों के विश्लेषण से खुलासा हुआ है कि यह ग्रुप नियमित खातों में बिक्री दर्ज नहीं करते हुए कर चोरी में संलिप्त था. डिजिटल साक्ष्य के अनुसार वास्तविक बिक्री और समकालीन महीनों में बिक्री से स्पष्ट रूप से इस हेराफेरी का पता चलता है. ऐसी अनअकाउंटेट बिक्री पर रायल्टी का भुगतान न करने के साक्ष्य भी मिले हैं. जांच में यह भी पाया गया कि ग्रुप की ओर से अन्य व्यावसायिक सहयोगियों को 10 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का भुगतान नकद में किया गया जिसका लेखाजोखा अकाउंट की रेगुलर बुक्स में नहीं है. चीनी निर्माण बिजनेस में भी स्टाक में अंतर के मामले सामने आए हैं. तलाशी अभियान के दौरान एकत्रित साक्ष्य से यह भी पता चला है कि कुछ बेनामीदारों को रेत खनन का कारोबार करने वाली फर्म में पार्टनर बनाया था और ये आयकर रिटर्न की घोषणा करते भी पाए गए हालांकि पैसा वास्तव में उनके द्वारा समूह के बेनिफिशियाल ऑनर को ट्रांसफर किया जा रहा था. अब तक की छापेमारी में 9 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति जब्त की जा चुकी है. मामले में आगे की जांच जारी है.
* कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 21 अगस्त से, राहुल गांधी के लड़ने पर अभी संशय!
* मनीष सिसोदिया बोले- दिल्ली नगर निगम में हुआ 6000 करोड़ का घोटाला, CBI जांच की मांग की
* JDU वाले आए थे नीतीश को उपराष्ट्रपति बना दीजिए, आप बिहार में शासन कीजिए- सुशील मोदी का आरोप
चोर ने मंदिर की दान पेटी चुराने से पहले 'देवी' को किया प्रणाम
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं