
भारत में जी-20 बैठकों की तैयारियां अपने तय कार्यक्रम के अनुसार चल रही हैं और ‘‘पर्यटन ट्रैक'' के तहत पहली बैठक गुजरात में कच्छ के रण में होगी. अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी. संयुक्त राष्ट्र सदन में आयोजित एक कार्यक्रम से इतर केन्द्रीय पर्यटन सचिव अरविंद सिंह ने पत्रकारों से कहा कि जी20 की बैठकों की मेजबानी करते हुए भारत के लिए वहनीयता सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक होगा.
भारत एक दिसंबर, 2022 से एक साल के लिए जी-20 का अध्यक्ष होगा और इस दौरान देश में 55 अलग-अलग जगहों पर संगठन की 200 से ज्यादा बैठकें होंगी. अधिकारियों ने पहले बताया था कि जी-20 की पहली बैठक दिसंबर के पहले सप्ताह में राजस्थान के उदयपुर में होगी जहां जी20 शेरपा बैठक होनी है.
पहली जी-20 शेरपा बैठक के मद्देनजर उदयपुर में चाहरदीवारियों पर भारतीय संस्कृति को दर्शाने वाली तस्वीरें पेंट करने से लेकर विरासत स्थलों को सुन्दर रोशनी से सजाने का काम पूरे जोर-शोर से चल रहा है. सिंह ने बताया कि ‘‘पर्यटन ट्रैक'' के तहत जी-20 की पहली बैठक अगले साल जनवरी के आखिर में या फरवरी की शुरूआत में गुजरात में कच्छ के रण में होगी.
उन्होंने कहा, ‘‘(इस श्रेणी में) दूसरी बैठक सिलिगुड़ी (पश्चिम बंगाल), तीसरी श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) और चौथी गोवा में होगी.'' जी20 बैठकों की तैयारियों के बारे में सवाल करने पर सिंह ने कहा, ‘‘सबकुछ समयानुसार चल रहा है."
इससे पहले, सिंह ने संयुक्त राष्ट्र सदन में पर्यटन मंत्रालय द्वारा संवहनीय पर्यटन विषय पर आयोजित सीईओ की गोलमेज बैठक में हिस्सा लिया. इसमें पर्यटन उद्योग के नामी-गिरामी लोगों, और अन्य संबंधित क्षेत्र के लोगों तथा पर्यावरण संरक्षण क्षेत्र एवं गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया.
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