टेस्ला और एक्स जैसी कंपनियों के मालिक एलन मस्क (Elon Musk) के भारत दौरे का सभी को बेसब्री से इंतजार था, लेकिन मस्क के दौरे में देरी हो रही है. उनका भारत दौरा (Elon Musk India Visit) फिलहाल स्थगित हो गया है. उन्होंने एक्स पर बताया कि टेस्ला के कामकाज की जिम्मेदारियों की वजह से उनकी भारत यात्रा में देरी हो रही है. लेकिन वह इस साल के आखिर तक यहां आने के लिए वह बहुत ही उत्सुक हैं.ब्लूमगबर्ग के मुताबिक, इससे पहले खबर थी कि मस्क अगले हफ्ते भारत दौरे पर आ रहे हैं और पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे.मस्क के पोस्ट से साफ हो गया है कि फिलहाल वह भारत नहीं आएंगे.
मस्क के लिए भारत कैसे अहम?
टेस्ला इंक ने हाल ही में बड़े स्तर पर कर्मचारियों की छंटनी की है. छंटनी के इस दौर के बाद उनका भारत दौरा काफी अहम माना जा रहा था. वहीं देश में लोकसभा चुनाव के बीच चल रही रैलियों की वजह से पीएम मोदी भी काफी व्यस्त हैं. मस्क की पीएम मोदी के साथ बैठक अगले हफ्ते की शुरुआत में होनी थी. लेकिन अब उनका भारत दौरा स्थगित हो गया है. भारत में स्टारलिंक को परमिशन देना एलन मस्क के लिए किसी ईनाम से कम नहीं है. चीन के प्रतिरोध को देखते हुए भारत अमेरिकी कंपनी के लिए बड़ा बाजार बनकर उभरेगा.
Unfortunately, very heavy Tesla obligations require that the visit to India be delayed, but I do very much look forward to visiting later this year.
— Elon Musk (@elonmusk) April 20, 2024
टेस्ला की एंट्री से भारत को भी फायदा
वहीं दिल्ली और मुंबई की सड़कों पर टेस्ला कारों की मौजूदगी से पीएम मोदी एक ऐसे नेता के रूप में स्थापित करेगा, जो भारत में बड़ा विदेशी निवेश लाएंगे. इससे देश के शहर वैश्विक महानगरों की तरह ही आधुनिक बना जाएंगे और नौकरियां भी पैदा होंगी. नोमुरा होल्डिंग्स इंक में भारत और एशिया (पूर्व-जापान) के लिए मुख्य अर्थशास्त्री सोनल वर्मा ने कहा, "यह भारत में विदेशी निवेशकों की बढ़ती रुचि को दिखाता है." उन्होंने कहा, "यह सिर्फ निर्यात उद्देश्यों के लिए चीन से सप्लाई चेन डायवर्टिफिकेशन की वजह से नहीं है, बल्कि भारत की बढ़ती घरेलू मांग का फायदा लेने के लिए है. " एलन मस्क के भारत दौरे से दोनों की मामलों में सफलता मिलने की संभावना है.
भारत में कब शुरू होंगे टेस्ला के ऑपरेशन्स?
सरकार ने स्टारलिंक को पहले ही आश्वासन दे दिया है कि कंपनी इस साल की तीसरी तिमाही तक देश में इसका परिचालन शुरू कर सकेगी. मामले के जानकारों के मुताबिक, इससे मस्क का मोदी सरकार के साथ सालों से चला आ रहा गतिरोध खत्म हो जाएगा. स्टारलिंक को दो घरेलू प्रतिद्वंद्वियों के करीब पहुंचने में मदद मिलेगी.
भारत के संचार मंत्रालय ने टिप्पणी मांगने वाले ईमेल का जवाब नहीं दिया. स्टारलिंक ने भी टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया. बता दें कि भारत निवेश से मस्क को तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में एंटर करने का मौका मिलेगा. इससे अन्य जगहों पर धीमी मांग को बराबर करने में भी मदद मिलेगी.
भारत में Tesla की एंट्री में थीं कौन सी रुकावटें
मस्क कहते रहे हैं कि टेस्ला सालों से भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन हाई इंपोर्ट टैक्स इसमें बड़ी बाधा बनी. भारत ने पिछले महीने विदेशी कार निर्माताओं से ईवी पर इंपोर्ट टैक्स कर कम कर दिया था, करीब 41.5 बिलियन रुपये ($ 497 मिलियन) का निवेश करने और तीन साल के भीतर स्थानीय कारखाने से ईवी उत्पादन शुरू करने का वादा किया गया था.
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