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इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच मध्य इराक में एक सैन्य अड्डे पर रात भर "बमबारी" की गई. रिपोर्टों के मुताबिक, इस सैन्य अड्डे में आर्मी के जवान और ईरान समर्थक अर्धसैनिक बल रहते थे. अमेरिकी सेना ने हमले में किसी भी भूमिका से इनकार किया है.
इराक के कैल्सो बेस पर हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि आठ घायल हो गए. एएफपी ने इंटीरियर मिनिस्ट्री के एक सूत्र और एक सैन्य अधिकारी के हवाले से बताया कि पूर्व ईरान समर्थक अर्धसैनिक समूह हशेद अल-शाबी बेस पर तैनात हैं.
आईएसआईएस से लड़ने के लिए गठित ज्यादातर शिया सशस्त्र समूहों के एक संगठन, हशद अल-शाबी के एक बयान में कहा गया है कि रात भर के हमले में काफी नुकसान हुआ है.
एएफपी ने मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से बताया कि विस्फोट से उपकरण, हथियार और वाहन प्रभावित हुए हैं. एक अनाम सैन्य अधिकारी ने इसका समर्थन करते हुए कहा कि विस्फोट "उपकरण रखने वाले गोदामों" में हुए. हमले की जिम्मेदारी का अभी तक कोई दावा नहीं किया गया है.
अमेरिकी सेना ने सोशल मीडिया पर कहा कि उसकी सेना इस हमले में शामिल नहीं थी. इसमें कहा गया है, "हम उन रिपोर्टों से अवगत हैं, जिनमें दावा किया गया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने आज इराक में हवाई हमले किए हैं. वे रिपोर्टें सच नहीं हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका ने आज इराक में हवाई हमले नहीं किए हैं."
ताज़ा हमला मध्य पूर्व के दो कट्टर दुश्मनों ईरान और इजरायल के बीच बढ़े तनाव के बीच हुआ है, जो गाजा संघर्ष के परिणामस्वरूप युद्ध के कगार पर हैं.
इस महीने की शुरुआत में इजरायल ने सीरिया में ईरान के दूतावास पर हमला किया, जिसमें एक शीर्ष रिवोल्यूशनरी गार्ड कमांडर सहित कम से कम 11 लोग मारे गए. इसके जवाब में ईरान ने इस सप्ताह की शुरुआत में इजरायल पर एक बड़ा ड्रोन और मिसाइल हमला किया.
अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, जैसे को तैसा की नीति तब भी देखने को मिली, जब इजराइल ने शुक्रवार को ईरानी धरती पर ड्रोन हमला किया. ईरान के तीसरे सबसे बड़े शहर इस्फ़हान के पास विस्फोटों की सूचना मिली, जिससे उसे कई शहरों में अपनी एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिव करना पड़ा.
इस्फ़हान के पास मिसाइलें दागे जाने की खबरें थीं, लेकिन ईरान ने कहा कि उन्होंने कई ड्रोन मार गिराए हैं और फिलहाल कोई 'मिसाइल हमला' नहीं हुआ है.
ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने एनबीसी न्यूज से बात करते हुए शुक्रवार के ड्रोन हमले को ज्यादा तवज्जो नहीं दी और कहा कि अब तक इसका इजरायल से संबंध साबित नहीं हुआ है. उन्होंने ड्रोन को "खिलौने जिनसे हमारे बच्चे खेलते हैं" भी कहा.
होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने यह भी चेतावनी दी कि यदि इजरायल, ईरान के हितों के खिलाफ काम करता है, तो उसकी प्रतिक्रिया तत्काल और "अधिकतम स्तर" पर होगी. उन्होंने कहा, "अगर इजराइल एक और दुस्साहस करना चाहता है और ईरान के हितों के खिलाफ काम करता है, तो हमारी अगली प्रतिक्रिया तत्काल और अधिकतम स्तर पर होगी."