दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) और उनके सहयोगियों के यहां ईडी ने सोमवार को छापेमारी की थी और करोड़ों रुपये का कैश और आभूषण बरामद करने का दावा किया है. प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने सात ठिकानों पर ये छापेमारी की. दावा किया जा रहा है कि इसमें प्रकाश ज्वैलर के यहां 2.23 करोड़ कैश मिला. जबकि एक अन्य सहयोगी वैभव जैन के यहां 41.5 लाख कैश 133 सोने के सिक्के मिले. जबकि जीएस मथारू के यहां 20 लाख रुपये कैश मिला है. ईडी के मुताबिक, छापेमारी में कई अहम दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड जब्त किए गए हैं. साथ ही कुल 2.85 करोड़ रुपये नकद और 133 सोने के सिक्के मिले हैं, जिनका वजन 1.80 किलो के करीब है, जिनके स्रोत के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी.
9 जून तक ED की हिरासत में दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन के घर ED की रेड : सूत्र
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को मनी लांड्रिंग के कानून के तहत ये छापेमारी की थी. ये छापेमारी सत्येंद्र जैन-पूनम जैन और उनके सहयोगी और मामले से प्रत्यक्ष औऱ परोक्ष रूप से जुड़े लोगों के यहां ये कार्रवाई की थी. इनमें प्रमुखतया अंकुश जैन, वैभव जैन, नवीन जैन और सिद्धार्थ जैन शामिल हैं. इसके अलावा जीएस मथारू भी और कुछ अन्य के यहां भी ये कार्रवाई की गई. जांच से पता चला कि मैसर्स लाला शेर सिंह जीवन विज्ञान ट्रस्ट के एक सहयोगी सदस्य ने संपत्ति को अलग करने और जब्ती की प्रक्रिया को विफल करने के लिए सत्येंद्र कुमार जैन के स्वामित्व वाली कंपनी से अपने सहयोगियों के परिवार के सदस्यों को भूमि हस्तांतरण के लिए आवास प्रविष्टियां प्रदान की थीं. . तलाशी के दौरान विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड जब्त किए गए.
इस वक्त प्रधान मंत्री जी पूरी ताक़त के साथ आम आदमी पार्टी के पीछे पड़े हैं - ख़ासकर दिल्ली और पंजाब सरकारों के। झूठ पे झूठ, झूठ पे झूठ।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 7, 2022
आपके पास सारी एजेन्सीज़ की ताक़त है,
पर भगवान हमारे साथ है।
सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का लंबा दौर भी चला है. आम आदमी पार्टी का कहना है कि 7-8 साल पुराने इस केस में कोई भी साक्ष्य नहीं है और जैन को जानबूझकर फंसाया जा रहा है. सरकार की ओर से जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. वहीं बीजेपी ने जैन की गिरफ्तारी के बाद भी उन्हें मंत्री बनाए रखने को लेकर केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है. आम आदमी पार्टी ने सत्येंद्र जैन के विभाग तो दूसरे मंत्रियों के दे दिए हैं, लेकिन उन्हें मंत्री बनाए रखा है.
हालांकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का दावा है कि उन्होंने जैन के मामले से जुड़े दस्तावेज देखे हैं और वो पूरी तरह निर्दोष हैं. अगर मामले में एक फीसदी भी सच्चाई होती तो वो खुद ही जैन पर कार्रवाई करते.
सतेंद्र जैन के घर से कुछ नहीं मिला है
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) June 7, 2022
जबरदस्ती सतेंद्र जैन को फसाने के लिए किसी भी आदमी को उनका करीबी बता दे रहे हैं
जब सतेंद्र जैन के घर से कुछ मिला नहीं तो भाजपा बौखला कर कुछ भी आरोप लगा दे रही है।
सत्येंद्र के घर से दो लाख 79 हज़ार रुपए मिले हैं बस। बाक़ी सब झूठ है।
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने ट्वीट किया है, 'सतेंद्र जैन के घर से कुछ नहीं मिला है. जबरदस्ती सतेंद्र जैन को फंसाने के लिए किसी भी आदमी को उनका करीबी बता दे रहे हैं. जब सतेंद्र जैन के घर से कुछ मिला नहीं तो भाजपा बौखला कर कुछ भी आरोप लगा दे रही है. सत्येंद्र के घर से दो लाख 79 हज़ार रुपए मिले हैं बस. बाक़ी सब झूठ है.'
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