विज्ञापन

पूर्व आर्मी चीफ के NDTV इंटरव्यू का 'डीपफेक' चला रहा था पाकिस्तान, फैक्ट चेक में खुली पोल

फ़ैक्ट चेक वेबसाइट ने असली और फर्जी दोनों वीडियो शेयर कर कहा, " ये दावे पूरी तरह से झूठे और मनगढ़ंत हैं. वीडियो के साथ डिजिटली छेड़छाड़ हुई है. जनरल वी.पी. मलिक ने असली इंटरव्यू फुटेज में ऐसा कोई बयान नहीं दिया था."

पूर्व आर्मी चीफ के NDTV इंटरव्यू का 'डीपफेक' चला रहा था पाकिस्तान, फैक्ट चेक में खुली पोल
फ़ैक्ट चेक में खुली पाकिस्तान की पोल.
  • डीपफेक का इस्तेमाल कर भारत को बदनाम करने की पाकिस्तान की हरकत की पोल खुल गई है.
  • पाकिस्तानी प्रोपेगैंडा अकाउंट्स ने एनडीटीवी के एक इंटरव्यू के कुछ हिस्से को डीपफेक कर प्रसारित किया.
  • पूर्व भारतीय सेना प्रमुख के एक इंटरव्यू को डीपफेक किया और उनकी बातों को सांप्रदायिक बनाकर प्रसारित किया गया.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदों के साथ कई नुकसान भी हैं. डीप फेक से किसी भी फोटो और वीडियो को अपने मन मुताबिक बदला जा सकता है. पाकिस्तान अब डीपफेक का इस्तेमाल भारत को बदनाम करने और अपने फायदे के लिए कर रहा है. पाकिस्तानी प्रोपेगैंडा अकाउंट्स ने एनडीटीवी के एक इंटरव्यू के कुछ हिस्से को डीपफेक का इस्तेमाल कर अपने मन मुताबिक बनाकर प्रसारित कर दिया. पूर्व भारतीय सेना प्रमुख के एक इंटरव्यू को डीपफेक किया गया और उनकी बातों को सांप्रदायिक बनाकर प्रसारित किया गया. हैरानी की बात यह है कि जो बातें पाकिस्तान दिखा रहा है, वो उन्होंने कभी बोली ही नहीं थीं. बता दें कि जनरल वीपी मलिक (सेवानिवृत्त) के इंटरव्यू एनडीटीवी पर शिव अरूर ने किया था.

ये भी पढ़ें- लाल किला धमाका मामले में NIA ने 4 और प्रमुख आरोपियों को किया गिरफ्तार, अब तक 6 आतंकी गिरफ्तार

खुल गई पाकिस्तानी प्रोपेगैंडा की पोल

फ़ैक्ट चेक वेबसाइट डी-इंटेंट डेटा ने भी एक्स पर पाकिस्तानी हैंडल्स पर चलाए जा रहे प्रोपेगैंडा की पोल खोलकर रख दी है. इस डीपफेक वीडियो में जनरल मलिक "धार्मिक युद्धों" और अन्य सांप्रदायिक मुद्दों पर बात करते हुए दिखाई दे रहे थे, जो भारतीय सशस्त्र बलों से जुड़ा हुआ था. पाकिस्तान की इस हरकत से साफ पता चलता है कि उनके हैंडल्स क्या करने की कोशिश कर रहे थे.

फैक्ट: पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा अकाउंट्स पर पूर्व भारतीय सेना प्रमुख जनरल वी.पी. मलिक का एक वीडियो प्रसारित किया गया. जिसमें झूठा दावा किया जा रहा है कि वह अगले तीन सालों में सेना से 50 प्रतिशत 'गैर हिंदुओं' को हटाने की RSS की कथित योजना का समर्थन करते हैं. डी-इंटेंट डेटा ने एक्स पर एक पोस्ट में दो वीडियो शेयर किए, जिनमें एक इंटरव्यू का असली वीडियो है और दूसरा डीपफेक कर बनाया गया है.

फ़ैक्ट चेक में पाकिस्तान के दावे झूठे और मनगढ़ंत

फ़ैक्ट चेक वेबसाइट ने दोनों वीडियो शेयर कर कहा, " ये दावे पूरी तरह से झूठे और मनगढ़ंत हैं. वीडियो के साथ डिजिटली छेड़छाड़ हुई है. जनरल वी.पी. मलिक ने असली इंटरव्यू फुटेज में ऐसा कोई बयान नहीं दिया था. इसके अलावा, भारतीय सेना के भगवाकरण या गैर हिंदू सैनिकों की तादात कम करने के बारे में दिया जा रहा बयान निराधार हैं. यह भारत के खिलाफ चलाा जा रहा पाकिस्तानी दुष्प्रचार है.

भारत को बदनाम करने की कोशिश

पाकिस्तान के इस दुष्प्रचार का मकसद भारत के खिलाफ उसकी मनगढ़ंत कहानी दिखाना और पूर्व भारतीय सेना प्रमुख वी.पी. मलिक के वीडियो को खुद के गढ़े गए दावों के साथ प्रसारित करना था. बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत उनके हवाई अड्डों और आतंकी ढांचों पर हुए हमले के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. इसीलिए भारत को दनाम करने के लिए वह इस तरह की हरकत कर रहा है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com