
SpaceX Mission Launch : नासा और स्पेसएक्स ने फंसे हुए अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को वापस लाने के लिए क्रू-10 मिशन लॉन्च कर दिया है. इस मिशन में ड्रैगन अंतरिक्षयान को लेकर फाल्कन 9 रॉकेट नासा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी है.
फ्लोरिडा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से फाल्कन 9 रॉकेट के साथ एक क्रू ड्रैगन कैप्सूल शाम 7:03 बजे (स्थानीय समयानुसार) प्रक्षेपित हुआ. इस मिशन में चार सदस्यों की टीम ने अपने लक्ष्य की ओर यात्रा शुरू की.

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर पिछले 9 महीनों से अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं, जो बोइंग के स्टारलाइनर की समस्याओं के कारण हुआ है. यदि क्रू-10 मिशन सफल होता है, तो विलियम्स और विल्मोर के 20 मार्च के बाद आईएसएस से प्रस्थान करने की उम्मीद है.
जब उनका अंतरिक्ष यान 15 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचेगा और वहां डॉक करेगा, तो चारों अंतरिक्ष यात्री क्रू-9 से संचालन का कार्यभार संभालने से पहले कुछ दिन वहां बिताएंगे, जो 19 मार्च से पहले रवाना नहीं होगा.
क्रू-10, स्पेसएक्स के मानव अंतरिक्ष परिवहन प्रणाली के अंतर्गत 10वां क्रू रोटेशन मिशन है और डेमो-2 परीक्षण उड़ान सहित नासा के वाणिज्यिक क्रू कार्यक्रम के माध्यम से आईएसएस स्टेशन के लिए क्रू के साथ 11वीं उड़ान है.
Have a great time in space, y'all!
— NASA (@NASA) March 14, 2025
#Crew10 lifted off from @NASAKennedy at 7:03pm ET (2303 UTC) on Friday, March 14. pic.twitter.com/9Vf7VVeGev
अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा के दो अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर सिर्फ 10 दिनों के मिशन के लिए अंतरिक्ष में गए थे. लेकिन पिछले 9 महीनों से दोनों इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर फंसे हैं. पिछले साल दोनों ने 5 जून को बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान की पहली चालक दल परीक्षण उड़ान (क्रू टेस्ट फ्लाइट) पर बैठकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरी थी. दोनों को 10 दिनों बाद पृथ्वी पर वापस आना था. लेकिन स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान के थ्रस्टर में खराबी आ गई और स्पेस स्टेशन पर वह डॉक नहीं कर पाया. कोशिश कई बार की गई लेकिन इस खराबी को दूर नहीं किया जा सका.
वैसे बुच विलमोर और सुनीता विलियम्स दोनों ही अनुभवी अंतरिक्ष यात्री हैं और अमेरिकी नेवी के टेस्ट पायलट हैं लेकिन उन्हें इतने लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने की तैयारी के साथ नहीं भेजा गया था लेकिन अपने पुराने अनुभव के आधार पर दोनों कामयाबी के साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर टिके हुए हैं और पूरे समय वहां प्रयोगों और मेंटीनेंस के काम में जुटे रहे हैं.
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