Coronavirus Pandemic: कोरोना वायरस (Coronavirus)की महामारी के कारण पूरे देश में जारी लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) मंगलवार यानी आज रात 8:00 बजे देश को संबोधित करेंगे. सूत्रों के अनुसार, इस संबोधन में वे लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा कर सकते हैं. देश में इस समय 17 मई तक लॉकडाउन जारी है लेकिन कोरोना वायरस के केसों में जिस तरह से इजाफा हो रहा है, उसे देखते हुए जरूरत लॉकडाउन को कुछ और समय जारी रखने की है. पीएम की राज्यों के सीएम के साथ हुई बैठक से संबंधित 10 खास बातें..
10 खास बातें
लॉकडाउन को लेकर पीएम ने सोमवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक की थी, इसमें राज्यों की ओर से लॉकडाउन को आगे बढ़ाया जाए या नहीं, इस बारे में राय मांगी गई थी. बैठक में पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से इस मुद्दे पर विस्तार से बातचीत करके उनकी राय जानी थी.
लॉकडाउन आगे किस रूप में हो, इस बारे में पीएम ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में राय ली थी. उन्होंने यह भी कहा है कि राज्य इस बारे में अपने सुझावों से 15 मई तक भी अवगत करा सकते हैं.
सूत्र बताते हैं कि कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में रात्रि कर्फ्यू और सीमित परिवहन व्यवस्था जैसे प्रतिबंध को भी लागू रखा जा सकता है.
कुछ राज्य के सीएम की ओर से की ओर से पहले ही अपने यहां लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला लिया जा चुका है, इसमें तेलंगाना प्रमुख है. तेलंगाना के सीएम सी चंद्रशेखर राव ने अपने यहां 29 मई तक लॉकडाउन बढ़ाया है. बैठक के दौरान तमिलनाडु में कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया कि वे 31 मई तक राज्य में ट्रेन और हवाई सेवाएं शुरू ना करें.
कोरोना महामारी शुरू होने के बाद पीएम मोदी ने पांचवीं बार मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद किया. बैठक में ज्यादातर मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन बढ़ाने की जोरदार वकालत की, इसमें बिहार के सीएम नीतीश कुमार, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, तमिलनाडु के सीएम पलानीस्वामी और पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह प्रमुख रहे.
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस बैठक में कहा कि आप लोगों के उत्साह की बदौलत हम कोरोना के खिलाफ यह लडाई जीतेंगे. जो लोग पूरी बात नहीं रख पाए वो अपने सुझाव 15 मई तक भेज दें और आर्थिक गतिविधियां कैसे चालू हों उस पर हम विचार कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, संतुलित रणनीति से आगे बढ़ें और चुनौतियां क्या हैं और मार्ग क्या है इस पर काम करें. आप सभी के सुझावों से दिशानिर्देश निर्धारित होंगे. उन्होंने नाइट कर्फ्यू को भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिहाज से अहम माना.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बैठक में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सुझाव देते हुए कहा कि रेड ज़ोन को जिला स्तर पर रखने के बजाए कंटेनमेंट ज़ोन में रखा जाए और जिले के बाकी हिस्सों में गतिविधियां शुरू की जाएं.
नियमित ट्रेनों के बजाए कम स्टॉप वाली ट्रेनें चलाए जाने के सुझाव भी बैठक में मिले.पीएम मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया में पर्यटन चौपट है. पर्यटक भारत की ओर रुख कर सकते हैं, इसलिए कोरोना मुक्त राज्य इस बाबत तैयारी करें, क्योंकि देश में टूरिज्म की असीम संभावनाएं हैं. उन्होंने कोरोना संकट को देश के लिए बड़ी चुनौती के साथ बड़ा मौका भी बताया.
सूत्रों के अनुसार बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के तेवर काफी आक्रामक रहे. उन्होंने कोरोना मुद्दे पर केंद्र पर राजनीति करने का आरोप लगाया. ममता बनर्जी का केंद्र पर कोरोना के बहाने राजनीति करने का आरोप लगाया. ममता ने कहा कि केंद्र सरकार सब कुछ पहले ही तय कर लेती है, हमसे तो कभी पूछा तक नहीं जाता है. ममता ने इस दौरान केंद्र पर भेदभाव करने का भी आरोप लगाया.