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This Article is From Mar 10, 2023

सावधान! तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले, क्या वजह H3N2 वायरस तो नहीं...? डॉक्‍टर कर रहे सतर्क

एच3एन2 के मामलों के साथ कोरोना के मामलों में भी इजाफा हो रहा है. ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि क्‍या कोरोना के बढ़ने की वजह H3N2 वायरस है? इसमें तेज बुखार, सिरदर्द, गले में दर्द और खांसी होती है.

सावधान! तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले, क्या वजह H3N2 वायरस तो नहीं...? डॉक्‍टर कर रहे सतर्क
एच3एन2 के मामलों के साथ कोरोना के मामलों में भी इजाफा हो रहा(प्रतीकात्‍मक फोटो)
नई दिल्‍ली:

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण एक बार फिर तेजी पकड़ता हुआ नजर आ रहा है. एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 379 नए मामले आने के बाद देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,46,89,072 हो गई है. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 3,177 पर पहुंच गई है. इस बीच H3N2 जिसे हांगकंग फ्लू भी कहते हैं, उसके मामले भी बढ़ रहे हैं. इन दिनों हर दूसरा शख्‍स गले में दर्द, तेज खांसी, सर्दी जुकाम की शिकायत कर रहा है. ये सभी लक्षण हंगकंग फ्लू पीडि़तों में भी देखे जाते हैं. क्‍या खांसी-जुकाम का कारण हांगकांग फ्लू और कोरोना वायरस तो नहीं...? 

कोरोना के बढ़े मामलों ने बढ़ाई परेशानी
मौसम बदलने के साथ आमतौर पर खांसी, सर्दी जुकाम की शिकायत देखने को मिलती है. लेकिन इसके साथ पिछले दिनों बढ़े कोरोना संक्रमण के मामलों ने चिंता बढ़ा दी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से अभी तक 5,30,776 लोगों की जान जा चुकी है. मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.80 प्रतिशत है. आंकड़ों के अनुसार, भारत में अभी तक कुल 4,41,55,119 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है. स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, देश में राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 220.64 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी हैं. इस बीच पिछले एक सप्‍ताह में कोरोना के मामलों में आई तेजी के कारण सक्रिय मामलों की संख्‍या बढ़कर 3,177 पर पहुंच गई है. इसने आम लोगों के साथ-साथ प्रशासन की परेशानी भी बढ़ा दी है.  

क्‍या है H3N2, इससे कैसे बचें 
यह इन्फ्लुएंजा A का सबटाइप H3N2 वायरस है, जिसको लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी एडवाइजरी जारी की है. इस बीमारी में आपको तेज बुखार, तेज सिरदर्द, शरीर में दर्द, गले में दर्द, तेज खांसी, सर्दी जुकाम फेफड़े जाम पड़ जाने सी परेशानियां होती हैं. अगर आपको भी ऐसे लक्षण नजर आ रहे हैं, तो डॉक्‍टर से संपर्क कीजिए. इसके अलावा अगर इसकी चपेट में आते हैं, तो जितना हो सके आराम करें. पानी पीते रहें शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी होता है. बाहर का खाना बिल्कुल ना खाएं और फ्लूड डाइट लीजिए. इससे आपको आराम जल्दी मिलेगा. इससे बचने के लिए आप फ्लू वैक्सीन जरूर लगवा लीजिए, साथ में जो लोग इससे संक्रमित हैं उनसे दूरी बनाकर रखिए. हाथ को सेनेटाइज करके रखें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. 

क्‍या कोरोना के बढ़ने की वजह H3N2 वायरस?
एच3एन2 के मामलों के साथ कोरोना के मामलों में भी इजाफा हो रहा है. ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि क्‍या कोरोना के बढ़ने की वजह H3N2 वायरस है? डॉ. राजीव जयदेवन (आईएमए नेशनल टास्क फोर्स) बताते हैं, "इंफ्लूएंजा जैसी संक्रमित बीमारी के होने से भी ये परेशानी होती है कि लोग अंधाधुंध एंटीबायोटिक खाते हैं, जबकि वायरल में ये दवाइयां असर नहीं करती हैं. एक ये भी वजह हो सकती है कि लोगों की खांसी और सर्दी जुकाम ठीक होने में समय लग रहा है." वहीं, डॉक्टर स्नेहा चावला (पल्मोनोलॉजिस्ट) कहती हैं कि  H3N2 के लक्षण कोरोना संक्रमण जैसा ही हैं. ये दोनों ही वायरल इंफेक्‍शन हैं. ये बहुत तेजी से म्यूटेट होती हैं. H3N2 यानि हॉगकॉग फ्लू फेफड़ों पर बुरा असर डालती हैं. ऐसे में बेहद सतर्कता बरतने की आवश्‍यकता है. 

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