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This Article is From Aug 20, 2022

मुख्यमंत्री योगी की किसानों के लिए बड़ी घोषणा, सोलर पैनल मुहैया कराएंगे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार (Chief Minister Yogi Adityanath) को एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में मॉनसून (Monsoon) और फसल बोआई की स्थिति की समीक्षा की.

मुख्यमंत्री योगी की किसानों के लिए बड़ी घोषणा, सोलर पैनल मुहैया कराएंगे
मुख्यमंत्री योगी ने किसानों के हितों का खयाल रखते हुए अनेक महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए.
लखनऊ:

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार (Chief Minister Yogi Adityanath) को एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में मॉनसून (Monsoon) और फसल बोआई की स्थिति की समीक्षा की. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने किसानों के हितों का खयाल रखते हुए अनेक महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बारिश और फसल बोआई की समीक्षा की. उन्होने कहा, हम  किसानों का नुकसान नहीं होने देंगे. सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ट्यूबवेल की तकनीकी खराबी को हर हाल में 24 से 36 घंटे के भीतर ठीक कर लें. योगी आदित्यनाथ ने वैकल्पिक खेती के लिए बीज उपलब्ध कराने और तकनीकी विधियों की किसानों को जानकारी देने पर भी जोर दिया. उन्होने बारिश के सटीक आंकलन के लिए विकास खंड स्तर पर रेन गेज़ लगाने की बात कही. ताकि समय से बारिश की जानकारी मिल सके.

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को अधिकाधिक सोलर पैनल मुहैया कराए जायें . उन्होने कहा  कुछ जिलों में न्यून बारिश से बुआई पर असर पर रहा है. उस पर भी नजर रखी जाये.  बता दें, इस वर्ष 20 अगस्त तक प्रदेश में कुल 284 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है, जो कि वर्ष 2021 में हुई 504.10 मिमी और वर्ष 2020 में हुई 520.3 मिमी वर्षा के सापेक्ष कम है.  इस बीच एकमात्र चित्रकूट जनपद ऐसा रहा जहां सामान्य (120% से अधिक) वर्षा हुई. सामान्य वर्षा न होने के कारण खरीफ फसलों की बोआई का कार्य प्रभावित हुआ है. आदित्यनाथ ने कहा कि  कम वर्षा के कारण किसानों की फसल को हुए नुकसान की भरपाई की जाए. इस संबंध में अविलंब सभी विकल्पों को समाहित करते हुए बेहतर राहत कार्ययोजना तैयार की जाए. हमें सभी परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा.

योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रदेश में 33 जनपद ऐसे हैं जहां सामान्य से 40% से 60% तक ही वर्षा दर्ज की गई है. जबकि 19 जनपदों में 40 फीसदी से भी कम बरसात हुई है. इन जिलों में खरीफ फसलों की बुवाई प्रभावित हुई है. ट्यूबवेल की तकनीकी खराबी को हर हाल में 24 से 36 घंटे के भीतर ठीक करा दिया जाए. इसे शीर्ष प्राथमिकता दिया जाना अपेक्षित है. जहां ट्यूबवेल पर निर्भरता ज्यादा है, वहां सौर पैनल लगाया जाना चाहिए. 

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