दिल्ली के बाद राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' ने उत्तर प्रदेश में की एंट्री

कांग्रेस ने दावा किया है कि यह भारत के इतिहास में किसी भी भारतीय राजनेता द्वारा सबसे लंबा पैदल मार्च है. इस यात्रा के साथ, राहुल गांधी का उद्देश्य पार्टी कार्यकर्ताओं को जुटाना और देश में भाजपा की "विभाजनकारी राजनीति" के खिलाफ आम जनता को एकजुट करना है.

दिल्ली के बाद राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' ने उत्तर प्रदेश में की एंट्री

ये यात्रा 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी.

नई दिल्ली:

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' आज से फिर शुरू हुई है. दिल्ली के कश्मीरी गेट स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में दर्शन के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने ये पदयात्रा शुरू की है. दिल्ली दंगों में प्रभावित मौजपुर, जाफ़राबाद, गोकुलपुरी से होते हुए इस यात्रा ने यूपी में प्रवेश किया. यूपी के लोनी से गाजियाबाद होते हुए ये पदयात्रा रात को बागपत में रुकेगी और विश्राम किया जाएगा.

राहुल गांधी के नेतृत्व वाली 'भारत जोड़ो यात्रा' मंगलवार से नौ दिनों के बाद फिर से शुरू हुई. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के मुताबिक, यात्रा उनके प्रदेश में प्रवेश करने के बाद 120 किलोमीटर का सफर तय कर 5 जनवरी को हरियाणा में पहुंचेगी. यह 24 दिसंबर को दिल्ली के लाल किला पहुंची थी. यात्रा 110 से अधिक दिनों में 3,000 किमी से अधिक मार्च कर चुकी है. 

ब्रेक से पहले यात्रा दक्षिणी राज्यों से शुरू होकर राजस्थान और दिल्ली तक गई थी. 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा अब तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र और हरियाणा के कुछ हिस्सों को कवर कर चुकी है. इसका समापन जम्मू-कश्मीर में होगा.

ये भी पढ़ें-  राजौरी में आतंकवादियों की गोलीबारी के 14 घंटे बाद IED विस्फोट में दो भाई-बहन की मौत

कांग्रेस ने दावा किया है कि यह भारत के इतिहास में किसी भी भारतीय राजनेता द्वारा सबसे लंबा पैदल मार्च है. इस यात्रा के साथ, राहुल गांधी का उद्देश्य पार्टी कार्यकर्ताओं को जुटाना और देश में भाजपा की "विभाजनकारी राजनीति" के खिलाफ आम जनता को एकजुट करना है.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

इस बीच, 26 जनवरी को श्रीनगर में समाप्त होने वाली 'भारत जोड़ो यात्रा' के बाद, कांग्रेस 'हाथ से हाथ जोड़ो' अभियान शुरू करने की तैयारी कर रही है, जिसका उद्देश्य पूरे देश में यात्रा का संदेश फैलाना है. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने बहन और एआईसीसी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को महिलाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ देश भर में 'हाथ से हाथ जोड़ो' अभियान का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी है.