"CM केजरीवाल गिरफ़्तारी के बाद इस्तीफ़ा दें या जेल से सरकार चलाएं?": शुक्रवार से शुरू होगा AAP का जनमत संग्रह

AAP पार्टी "मैं भी केजरीवाल" नाम से कैंपेन चलाएगी, जिसके जरिए जनता से पूछा जाएगा कि "गिरफ़्तार किए जाने के बाद अरविंद केजरीवाल इस्तीफ़ा दें या जेल से सरकार चलाएं."

AAP लॉन्च करेगी 'मैं भी केजरीवाल' कैंपेन

खास बातें

  • AAP लॉन्च करेगी 'मैं भी केजरीवाल' कैंपेन
  • दिल्ली की जनता से पूछा जाएगा सरकार चलाने पर सवाल
  • "CM केजरीवाल गिरफ़्तारी के बाद इस्तीफ़ा दें या जेल से सरकार चलाएं?"
नई दिल्ली:

दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार शुक्रवार,1 दिसंबर से एक कैंपेन (AAP Mai Bhi Kejriwal Campaign) लॉन्च करने जा रही है. इस कैंपेन के जरिए पार्टी ने दिल्ली की जनता से जनमत संग्रह कराने की औपचारिक घोषणा की है. AAP पार्टी "मैं भी केजरीवाल" नाम से कैंपेन चलाएगी, जिसके जरिए जनता से पूछा जाएगा कि "गिरफ़्तार किए जाने के बाद अरविंद केजरीवाल इस्तीफ़ा दें या जेल से सरकार चलाएं." शुक्रवार से शुरू होने वले सिग्नेचर कैंपेन का पहला चरण 1-20 दिसंबर तक चलेगा , दूसरे चरण में 21 से 24 दिसंबर तक जनसंवाद किया जाएगा.

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क्या है AAP का 'मैं भी केजरीवाल' कैंपेन?

दिल्ली शराब नीति मामले में 30 अक्टूबर को ED नई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया था.प्रवर्तन निदेशालय ने मुख्यमंत्री को 2 नवंबर को पेश होने के लिए कहा था, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने ED के समन को गैर कानूनी बताते हुए राजनीति से प्रेरित बताया और नोटिस वापस लेने के लिए कहा. अरविंद केजरीवाल और पूरी आम आदमी पार्टी मानती है कि प्रवर्तन निदेशालय केंद्र सरकार के इशारे पर अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करना चाहते हैं, इसलिए ED देर सवेर मुख्यमंत्री को गिरफ्तार जरूर करेगी.

इस सब के बाद आम आदमी पार्टी ने फैसला किया कि दिल्ली में जनता से पूछा जाए और जनमत संग्रह कराया जाए कि केजरीवाल की गिरफ्तारी होने पर उनका इस्तीफा दे देना चाहिए या फिर सरकार जेल से चलानी चाहिए.  16 नवंबर को दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में आम आदमी पार्टी के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की बैठक में अरविंद केजरीवाल ने जनमत संग्रह कराने की बात कही थी. इसके बाद आम आदमी पार्टी ने अपना पूरा कैंपेन तैयार करके गुरुवार को इसकी घोषणा कर दी.

बीजेपी ने गढ़ी फर्जी शराव घोटाले की कहानी-AAP

दिल्ली AAP प्रमुख गोपाल राय का कहना है कि बीजेपी दिल्ली में लगातार चुनाव हार रही है, MCD में सरकार चलाने के बावजूद वहां भी जनता ने बीजेपी को उखाड़ फेंका. केजरीवाल जी के नेतृत्व में जैसा काम सरकार कर रही है, उससे बीजेपी और मोदी जी को लगने लगा है बीजेपी दिल्ली में सरकार नहीं बना सकती, इसलिए केजरीवाल सरकार को दिल्ली में खत्म किया जाए और आप के बढ़ते कारवां को रोका जाए. इसलिए फर्जी शराब घोटाले की कहानी गढ़कर आप नेताओं को जेल भेजा गया. मनीष सिसोदिया , संजय सिंह और सत्येंद्र जैन को जेल भेजा गया. गोपाल राय ने कहा कि इसके बावजूद वह आप को नहीं रोक सकते, इसलिए अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की साजिश हो रही है.

दिल्ली की जनता की राय लेने के बाद सरकार पर फैसला-AAP

गोपाल राय ने कहा कि इस साजिश को लेकर सीएम केजरीवाल ने विधायकों से बातचीत की, पार्षदों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की, सभी ने कहा कि गिरफ्तारी की सूरत में सरकार जेल से चलानी चाहिए. गिरफ्तारी के बाद सरकार जेल से चलानी चाहिए या इस्तीफा देना है, इसके लिए दिल्ली की जनता से पूछकर फैसला किया जाएगा. 1 दिसंबर से 20 दिसंबर तक सभी 2600 पोलिंग बूथों पर ' मैं भी KEJRIWAL' सिग्नेचर अभियान की शुरुआत की जाएगी. गोपला राय ने कहा कि एक पंफलेट लेकर हम लोगों के बीच जायेंगे और लोगों से पूछेंगे कि क्या इस्तीफा देना चाहिए या नहीं.दूसरा चरण के 21 दिसंबर से 24 दिसंबर तक चलेगा जिसके तहत सभी 250 वार्डो के जनसंवाद आयोजित किए जाएंगे और इन जनसावंद के माध्यम से लोगों से उनकी राय पूछी जायेगी.

AAP जनता से पूछे बिना नहीं लेती कोई फैसला-राघव चड्ढा

आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के हाथों ही बीजेपी के काल का अंत होगा. मुकदमे और गिरफ्तारी करके आम आदमी पार्टी को खत्म करने की कोशिश हो रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को लगता है कि केजरीवाल को गिरफ्तार करके आप खत्म हो जाएगी लेकिन वह बीजेपी को बताना चाहते हैं कि सभी ने उनसे निवेदन किया है कि जेल से ही सरकार चलाएं. AAP कोई भी फैसला जनता से बिना पूछे नहीं लेती, अब बुकलेट के माध्यम से दिल्ली के लोगों से संवाद करेंगे.

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