वर्ष 2014 के आम चुनाव के बाद से BJP और अन्य राजनीतिक दल सोशल मीडिया के जरिये चुनाव प्रचार (Poll Campaign Spending on Social Media) पर पूरी ताकत झोंक रहे हैं. 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) में भी ऐसा देखा जा रहा है, लेकिन इनमें बंगाल सबसे आगे है. हालांकि तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने बंगाल में BJP से 6 गुना ज्यादा रकम सोशल मीडिया पर राजनीतिक प्रचार में खर्च की है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक पर चुनावी विज्ञापन के लिए खर्च करने वाले राज्यों में बंगाल पहली पायदान पर है. बंगाल में तीसरी बार सत्ता में लौटने की कोशिश कर रही तृणमूल कांग्रेस ने 90 दिनों में 22 मार्च तक फेसबुक पर विज्ञापन पर खर्च में बीजेपी को पछाड़ दिया है. आंकड़ों के मुताबिक, 3 माह में बंगाल चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने 3.74 करोड़ रुपये से अधिक प्रचार पर खर्च किये हैं. ये फेसबुक के सामाजिक मुद्दे, चुनाव एवं राजनीति पर विज्ञापन के तहत आता है।
पश्चिम बंगाल के बाद तमिलनाडु का स्थान है. वहां दलों ने 3.3 करोड़ रुपये सोशल मीडिया पर प्रचार में खर्च किए हैं. जबकि इसी दौरान असम में 61.77 लाख रुपये, केरल (38.86 लाख रुपये) और पुडेचेरी ने 3.34 लाख रुपये खर्च किए गए. पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने सर्वाधिक 1.69 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.
टीएमसी के डिजिटल विज्ञापनों की जिम्मेदारी इंडियन पॉलीटिकल एक्शन कमेटी (आई-पीएसी) संभाल रही है. वहीं बंगाल
बीजेपी ने फेसबुक विज्ञापन पर करीब 25.31 लाख रुपये खर्च किए. बंगाल कांग्रेस ने फेसबुक पर विज्ञापनों पर करीब पांच लाख रुपये खर्च किए. जबकि वाम दलों ने न के बराबर रकम खर्च की है. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में इस बार 8 चरणों में मतदान हो रहा है. पहले चरण का मतदान 27 मार्च को होना है, जिसके लिए चुनाव प्रचार की आखिरी सीमा 25 मार्च की शाम को खत्म हो गई.
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