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This Article is From Jun 17, 2021

बंगाल: गवर्नर जगदीप धनखड़ के खिलाफ सियासी जंग में ममता बनर्जी को मिला अप्रत्याशित साथी

मंगलवार शाम को नई दिल्ली रवाना होने से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर राज्य में हिंसा पर चुप्पी साधने और पीड़ित लोगों के पुनर्वास के लिए कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया. उन्होंने ट्विटर पर भी उस पत्र को साझा किया, जिसके बाद राज्य सरकार ने उन पर स्थापित मानदंडों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है.

बंगाल: गवर्नर जगदीप धनखड़ के खिलाफ सियासी जंग में ममता बनर्जी को मिला अप्रत्याशित साथी
पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़. (फाइल फोटो)
कोलकाता:

पश्चिम बंगाल (West Bengal) के गवर्नर जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankar) ने  ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) सरकार के साथ जारी सियासी कलह के बीच नई दिल्ली में कई बैठकें की हैं. इस बीच उनकी विवादास्पद भूमिका और टिप्पणियों ने वामपंथी दलों को चिर प्रतिद्वंद्वी तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में ला खड़ा किया है.

बंगाल चुनाव के बाद भड़की  हिंसा पर दावों और जवाबी दावों को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और गवर्नर धनखड़ के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है. एक टॉप लेफ्ट नेता ने धनखड़ द्वारा तृणमूल कांग्रेस की आलोचना करने की निंदा की है. वाम दल नेता ने आरोप लगाया है और कहा है कि गवर्नर धनखड़ तथाकथित बीजेपी के मुखपत्र की तरह काम कर रहे हैं. लेफ्ट नेता ने उनकी तथाकथित पक्षपातपूर्ण भूमिका की भी निंदा की है.

लेफ्ट फ्रंट के चेयरमैन बिमान बोस ने कहा, "वह बीजेपी का आदमी नहीं है, लेकिन उनका काम बीजेपी के आदमी होने के जैसा है. यह किसी भी राज्यपाल की भूमिका नहीं हो सकती है. वह अभी भी खुद को बीजेपी के आदमी के रूप में ही पहचान रहे हैं.  यह सही नहीं है. यह किसी राज्य के गनर्नर की भूमिका नहीं हो सकती, विशेष रूप से पश्चिम बंगाल में."

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तृणमूल कांग्रेस ने भी धनखड़ पर नई दिल्ली में दिए बयान पर सीमा से आगे निकलने का आरोप लगाया है और कहा है कि उन्हें राज्य वापस नहीं लौटना चाहिए.

बीजेपी विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा राज्य में कथित रूप से बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर याचिका दायर करने के एक दिन बाद ही गवर्नर धनखड़ दिल्ली पहुंच गए. हालांकि, उन्होंने दिल्ली की चार दिवसीय यात्रा के लिए कोई कारण नहीं बताया है.

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मंगलवार शाम को नई दिल्ली रवाना होने से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर राज्य में हिंसा पर चुप्पी साधने और पीड़ित लोगों के पुनर्वास के लिए कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया. उन्होंने ट्विटर पर भी उस पत्र को साझा किया, जिसके बाद राज्य सरकार ने उन पर स्थापित मानदंडों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है.

गुरुवार को राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और प्रहलाद सिंह पटेल से मुलाकात की है. उन्होंने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से भी मुलाकात की है. उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने की भी बात कही है.

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