New Delhi:
कलकत्ता हाईकोर्ट के जस्टिस सौमित्र सेन ने अपना हस्त लिखित इस्तीफा शनिवार को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को भेज दिया। इससे अब यह सवाल पैदा हो गया है कि क्या सोमवार को लोकसभा में उनके खिलाफ महाभियोग की निर्धारित कार्यवाही होगी या नहीं। राष्ट्रपति भवन की प्रवक्ता ने बताया कि न्यायमूर्ति सेन की ओर से एक वकील ने उनका हस्तलिखित इस्तीफा सुबह राष्ट्रपति को सौंपा। राष्ट्रपति उस पर विचार कर रही हैं। सूत्रों ने बताया कि सेन का इस्तीफा नियमानुसार है। नियम के अनुसार संवैधानिक पद पर आसीन कोई व्यक्ति यदि राष्ट्रपति को हस्तलिखित इस्तीफा पत्र सौंपता है, तो उसे तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया जाता है। इन्हीं सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति इस्तीफा पत्र पर विचार करने के बाद उसे उचित कार्रवाई के लिए न्याय विभाग को सौंप देंगी। इससे पहले न्यायमूर्ति सेन ने अपना इस्तीफा पत्र फैक्स के जरिए राष्ट्रपति को भेजा था। बताया जाता है कि हस्तलिखित इस्तीफा सौंपे जाने से पहले शुक्रवार को अटार्नी जनरल जीई वाहनवती ने राय दी थी कि सेन के खिलाफ संसद में महाभियोग की कार्यवाही पूरी की जानी चाहिए। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सेन के विरूद्ध सोमवार को लोकसभा में महाभियोग कार्यवाही शुरू की जानी है। राज्यसभा में 17 और 18 अगस्त को उनके विरूद्ध महाभियोग प्रस्ताव पर चर्चा हुई थी, जिसे सदन ने दो-तिहाई मतों से पारित कर दिया था।
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