महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार की दूसरी कठिन परीक्षा आज, स्पीकर की कुर्सी हासिल करने की चुनौती

विधानसभा में बहुमत हासिल करने के बाद उद्ध‌व ठाकरे सरकार की आज दूसरी कठिन परीक्षा है. सदन में आज विधानसभा अध्यक्ष पद का चुनाव है.

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार की दूसरी कठिन परीक्षा आज, स्पीकर की कुर्सी हासिल करने की चुनौती

उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो)

खास बातें

  • महाराष्ट्र में आज होना है विधानसभा अध्यक्ष पद का चुनाव
  • महाविकास अघाडी की तरफ से नाना पटोले हैं मैदान में
  • वहीं, बीजेपी ने किशन कथोरे को मैदान में उतारा है
नई दिल्ली :

विधानसभा में बहुमत हासिल करने के बाद उद्ध‌व ठाकरे सरकार की आज दूसरी कठिन परीक्षा है. सदन में आज विधानसभा अध्यक्ष पद का चुनाव है. नियमों के मुताबिक तो विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव गुप्त मतदान से होता है, लेकिन नई सरकार में सत्ता पक्ष इस बार खुले मतदान की मांग कर सकता है. सत्ता पक्ष के रणनीतिकार ऐसी योजना बना रहे हैं कि विश्वास मत की तरह ही अध्यक्ष का चुनाव भी खुला हो, ताकि किसी विधायक के फूटने का कोई चांस नहीं रहे. विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में महाविकास अघाडी की तरफ से कांग्रेस के नाना पटोले और बीजेपी की तरफ से किशन कथोरे ने नामांकन दाखिल किया है. नाना पटोले बीजेपी के पूर्व सांसद है. उन्होंने ही प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ सबसे पहले मोर्चा खोला था और आरोप लगाया था कि सांसदों की बैठक में मोदी किसी को बोलने तक नहीं देते. 

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दूसरी तरफ बीजेपी ने मुरबाड के विधायक किशन कथोरे को विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया है. किशन कथोरे पहले कांग्रेस में थे. दो बार कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं. 2014 में वह बीजेपी में शामिल हो गए थे. आपको बता दें कि कल महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार बहुमत परीक्षण में सफल रही थी. ठाकरे सरकार को बहुमत साबित करने के लिए 145 वोट की जरूरत थी और उसे 169 वोट मिले हैं. बहुमत परीक्षण से पहले सदन में काफी हंगामा हुआ. बीजेपी नेता और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा सत्र का आयोजन संवैधानिक मानदंडों के तहत नहीं है. उन्होंने प्रोटेम स्पीकर को भी बदलने पर सवाल उठाए और कहा कि बिना स्पीकर विश्वास मत नहीं होता है. उन्होंने कहा कि भारत में कार्यवाहक अध्यक्ष को कभी नहीं बदला गया तो भाजपा के कोलम्बकर को पद से क्यों हटाया गया.  

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हालांकि कार्यवाहक विधानसभा अध्यक्ष दीलिप वाल्से पाटिल ने फडणवीस के दावों को खारिज करते हुए कहा राज्यपाल की अनुमति के बाद सत्र का आयोजन किया गया है. इस दौरान सदन में 'दादागीरी नहीं चलेगी' के नारे भी लगे. हंगामे के बीच बीजेपी ने सदन से वॉक आउट कर दिया और फडणवीस समेत पार्टी के विधायक सदन से बाहर चले गए. इसके बाद विश्वास मत की प्रक्रिया पूरी की गई. बता दें कि 288 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी के कुल 154 विधायक हैं. ऐसे में ठाकरे सरकार को कुछ निर्दलीय विधायकों और बहुजन विकास अघाड़ी के विधायकों का भी साथ मिला है.

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