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This Article is From Dec 16, 2020

आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने केंद्र सरकार के प्रस्ताव का दिया लिखित जवाब

किसान संगठनों ने अपने लिखित जवाब में कहा है कि किसान संगठनों ने उसी दिन एक संयुक्त बैठक की और आपकी तरफ से दिए गए प्रस्ताव पर चर्चा की और इसे अस्वीकार कर दिया.

आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने केंद्र सरकार के प्रस्ताव का दिया लिखित जवाब
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है
नई दिल्ली:

कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों ने अपना रुख कड़ा करते हुए  मंगलवार को कहा कि वे सरकार से इन कानूनों को वापस ‘‘कराएंगे''. साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई उस स्तर पर पहुंच गई है, जहां वे इसे जीतने के लिए ‘‘प्रतिबद्ध'' हैं.साथ ही आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने केंद्र सरकार के लिखित प्रस्ताव का लिखित जवाब दिया है. 9 दिसंबर को केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने किसान संगठनों को लिखित प्रस्ताव भेजा था.

किसान संगठनों ने अपने लिखित जवाब में कहा है कि किसान संगठनों ने उसी दिन एक संयुक्त बैठक की और आपकी तरफ से दिए गए प्रस्ताव पर चर्चा की और इसे अस्वीकार कर दिया क्योंकि 5 दिसंबर 2020 को सरकारी प्रतिनिधियों द्वारा मौखिक प्रस्ताव का ही लिखित प्रारूप था. किसान संगठनों ने कहा कि हम अपनी मूल बातें पहले ही विभिन्न दौर की बातचीत में मौखिक तौर पर रख चुके थे, इसीलिए, लिखित जवाब नहीं दिया.हम चाहते हैं कि सरकार किसान आंदोलन को बदनाम करना बंद करे और दूसरे किसान संगठनो से समानांतर वार्ता बंद करे.

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