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This Article is From May 22, 2023

"मेरे लिए आप..." : प्रशांत महासागर के द्वीपीय देशों को पीएम मोदी का बड़ा आश्वासन

एफआईपीआईसी का गठन 2014 में प्रधानमंत्री मोदी की फिजी यात्रा के दौरान किया गया था. एफआईपीआईसी शिखर सम्मेलन में 14 देशों के नेता भाग ले रहे हैं.

"मेरे लिए आप..." : प्रशांत महासागर के द्वीपीय देशों को पीएम मोदी का बड़ा आश्वासन
पीएम मोदी ने तीसरे भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की.

पीएम नरेंद्र मोदी रविवार को पापुआ न्यू गिनी पहुंचे जहां उन्होंने अपने समकक्ष जेम्स मारापे के साथ भारत-प्रशांत द्वीप सहयोग मंच (एफआईपीआईसी) के तीसरे शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की. इस सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत ग्लोबल साउथ की चिंताओं उनकी अपेक्षाओं और उनकी आकांक्षाओं को G20 के जरिए विश्व के समक्ष पहुंचाना अपना दायित्व मानता है. पिछले 2 दिनों में G7 समिट में भी मेरा यहीं प्रयत्न था. जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भारत ने महत्वाकांक्षी लक्ष्य आगे रखे हैं. मुझे खुशी है कि हम इन पर तेजी से काम कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी का हार्दिक स्वागत है. मुझे ख़ुशी है कि प्रधानमंत्री जेम्स मारापे मेरे साथ इस समिट की मेरे साथ सह-अध्यक्षता कर रहें हैं. सम्मेलन के सभी बंदोबस्त के लिए मैं उनका और उनकी टीम का धन्यवाद करता हूं.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि इस बार हम लम्बे समय के बाद मिल रहे हैं. इस बीच विश्व Covid महामारी और अन्य कई चुनौतियों के कठिन दौर से गुज़रा है. इन चुनौतियों का प्रभाव ग्लोबल साउथ के देशों पर सबसे अधिक पड़ा है. क्लाइमेट चेंज, प्राकृतिक आपदाएं, भुखमरी, गरीबी, स्वास्थ्य से जुडी बहुत सी चुनौतियां पहले से ही थी. अब, नयी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. खाना, फ्यूल, फर्टिलाइजर और फार्मा की सप्लाई चेन मे बाधाएं आ रही हैं. जिन्हें हम अपना विश्वसनीय मानते थे, पता चला कि जरूरत के समय वह हमारे साथ नहीं खड़े थे. इस कठिनाई के समय मे पुराना वाक्य सिद्ध हुआ. जरूरत में काम आने वाला दोस्त ही सच्चा दोस्त होता है. मुझे ख़ुशी है कि भारत इस चुनौतीपूर्ण समय में अपने पैसिफिक आइलैंड मित्रों से कंधा से कंधा मिलाकर खड़ा रहा.

प्रशांत महासागर के द्वीपीय देशों को पीएम मोदी का आश्वासन

पीएम मोदी ने कहा कि भारत में बनी वैक्सीन हो या जरूरत की दवाईयां, गेहूं हो या चीनी, भारत अपनी क्षमताओं के अनुरूप सभी साथी देशों की मदद करता रहा. जैसा मैंने पहले भी कहा है, मेरे लिए आप बड़े महासागरीय देश हैं, छोटे द्वीप नहीं. आपका महासागर ही भारत को आपके साथ जोड़ता है. भारतीय विचारधारा में संपूर्ण विश्व को एक परिवार की तरह देखा गया है. इस साल चल रही हमारी G-20 Presidency की थीम – 'One Earth, One Family, One Future' - भी इसी विचारधरा पर आधारित है. इस वर्ष जनवरी में हमने Voice of Global South सम्मेलन का आयोजन किया. आपके प्रतिनिधियों ने इसमें भाग लिया. अपने विचार साझा किये, इसके लिए मैं आपका अभिनन्दन करता हूं. भारत Global South की चिंताओं, उनकी अपेक्षाओं और उनकी आकांक्षाओं को G-20 के ज़रिये विश्व समक्ष पहुंचाना अपना दायित्व मानता है.

पीएम मोदी ने न्यूट्रिशन और वातावरण सरंक्षण को दी खास तवज्जों

इसी के साथ भारत ने क्लाइमेंट चेंज के मुददे पर महत्वकांक्षी लक्ष्य सामने रखे हैं. ऐसे में मुझे ख़ुशी है कि हम इन पर तेजी से काम कर रहें हैं. पिछले साल, संयुक्त राष्ट्र महासचिव के साथ, मैंने मिशन LiFE – Lifestyle For Environment, लांच किया. मैं चाहूंगा कि आप भी इस मूवमेंट से जुड़ें. भारत ने इंटरनेशनल सोलर अलायन्स और CDRI जैसी पहल की. मैं समझता हूं कि सोलर अलायन्स के साथ आप में से ज्यादातर देश जुड़े हैं. मेरा विश्वास है CDRI के कार्यक्रम को भी आप के लिए लाभदायक हो पाएंगे. मैं इस अवसर पर आप सभी को इन पहल से जुड़ने के लिए आमंत्रित करता हूं. फूड सिक्योरिटी को प्राथमिकता देते हुए, हमने न्यूट्रिशन और वातावरण सरंक्षण को भी ध्यान मे रखा है. साल 2023 को UN ने अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया है. भारत ने इस सुपरफूड को श्री अन्न का दर्जा दिया है. इनकी खेती मे कम पानी लगता है, और इनमे न्यूट्रिशन भी अधिक है.

पापुआ न्यू गिनी में आयोजित सम्मेलन में पीएम मोदी ने साथ ही कहा कि मेरा विश्वास है कि मिलेट आपके देशों मे भी स्थायी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने मे बड़ा योगदान दे सकता है. इसी सम्मेलन में पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने कहा कि हम सभी एक साझा इतिहास से आते हैं. इतिहास जो ग्लोबल साउथ के देशों को एक साथ रखता है. द्विपक्षीय बैठक में मुझे आश्वस्त करने के लिए मैं आपको (प्रधानमंत्री मोदी) धन्यवाद देता हूं कि इस साल जी20 की मेजबानी करते समय आप वैश्विक दक्षिण से संबंधित मुद्दों की पैरवी करेंगे. पापुआ न्यू गिनी में पीएम मोदी 14 आइलैंड्स प्रमुख से मिले. पापुआ न्यू गिनी के पीएम जेम्स मारापे ने पीएम मोदी के पैर भी छुए. पीएम मोदी के साथ 14 प्रशांत द्वीप देशों (पीआईसी) के नेताओं ने पापुआ न्यू गिनी में तीसरे भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग (एफआईपीआईसी) शिखर सम्मेलन में तस्वीर खिंचवाई.

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