विज्ञापन
This Article is From Sep 23, 2021

World Heart Day: हार्ट अटैक आने पर कैसे दें प्राथ‍मिक उपचार, क्‍या करें और क्या नहीं, जानें

World Heart Day: हार्ट अटैक आने पर इलाज में देरी मौत का कारण बन जाती है, ऐसे में जरूरी है कि हमें ये मालूम हो कि दिल का दौरा पड़ने पर किस तरह मरीज का प्राथमिक उपचार करना है, ताकि उसकी जान बचाई जा सके. 

World Heart Day: हार्ट अटैक आने पर कैसे दें प्राथ‍मिक उपचार, क्‍या करें और क्या नहीं, जानें
दिल का दौरा पड़ने पर मरीज को ऐसे दें प्राथमिक उपचार.

World Heart Day: पहले स्वास्थ्य से जुड़ी ये समस्याएं बढ़ती उम्र में हुआ करती थी लेकिन आज के समय में शुगर और बीपी की समस्या कम उम्र में ही होने लगी है. हमारे स्वास्थ्य से जुड़ी ऐसी ही दिक्कतों के कारण हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है. पहले आमतौर पर हार्ट अटैक आने का जोखिम  60 साल के बाद रहता था, वहीं अब 30-32 साल की उम्र से ही हार्ट अटैक के केस मिलने लग गए हैं. वहीं इलाज में देरी मौत का कारण बन जाती है, ऐसे में जरूरी है कि हमें ये मालूम हो कि दिल का दौरा पड़ने पर किस तरह मरीज का प्राथमिक उपचार करना है, ताकि उसकी जान बचाई जा सके. 

लक्षणों को पहचानना है जरूरी

सीने में जकड़न महसूस करना और बेचैनी होना, सांसों का तेजी से चलना, चक्कर के साथ ही साथ खूब सारा पसीना आना, नब्ज कमजोर पड़ना और मितली आते रहना दिल के दौरे के मुख्य लक्षण हैं.

h9idkgu

Photo Credit: iStock

नाक दबाएं

मरीज की नाक को अपनी उंगलियों से दबाकर रखना है और अपने मुंह से मरीज के मुंह में सांस भरना है. इससे मुंह से दी जा रही सांसें सीधे फेफड़ों तक पहुंचती हैं. आप अगर किसी मरीज को सांस दे रहे हैं तो पहले लंबी सांस लेकर अपना मुंह चिपका लें, हवा मुंह से किसी तरह से बाहर न निकले. मरीज का तकिया हटा दें और उसकी चिन को पकड़कर ऊपर की तरफ उठा दें. इससे सांस की नली में अवरोध कम हो जाता है.

dqv3cpmo

Photo Credit: iStock

सीपीआर कैसे दें

इससे दिल की बंद पड़ी धड़कनें फिर से शुरू हो जाती हैं. इसे करने के लिए मरीज को पीठ के बल से लिटा देना है फिर अपनी हथेलियों को मरीज के सीने के बीचों बीच रखना है. सीने पर हाथ रखकर उसे नीचे दबाएं ताकि सीना आधे से एक इंच तक नीचे की ओर दबे.

मरीज को सीधा लिटा दें

दिल का दौरा पड़ने पर मरीज को सबसे पहले आराम से लिटा लें. प्राथमिक उपचार के साथ ही आप फोन कर तुरंत एम्बुलेंस को बुलाएं.

डॉक्‍टरों ने कहा था Count Your Days,अब कैंसर को हरा खुशियां गिन रहा है अमित

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com