World Heart Day 2021: ऐसे समय में जब सुविधाजनक फूड्स जैविक भोजन की तुलना में अधिक लोकप्रिय हैं और तनाव के समय भोजन करना सचेत रूप से भोजन करने की तुलना में ज्यादा हो सकता है; यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि मोटापा और हृदय रोग की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन के अनुसार, हृदय रोग से हर साल विश्व स्तर पर 18.6 मिलियन लोग पीड़ित होते हैं. इनमें दिल का दौरा, कार्डियक अरेस्ट, हाइपरटेंशन, अतालता, धड़कन आदि शामिल हो सकते हैं. हालांकि, जब हृदय रोगों के लक्षणों की बात आती है तो अक्सर छाती और हाथ दर्द के बारे में सोचते हैं और उसी पर रुक जाते हैं. इस विश्व हृदय दिवस पर हम इस मिथ को दूर करने में मदद करेंगे और महिलाओं में कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों (सीवीडी) के सबसे प्रमुख लक्षणों के बारे में बताएंगे और पुरुषों में दिखाई देने वाले संकेतों की तुलना में वे अलग कैसे हैं ये भी जानें.
क्या महिलाओं को दिल की बीमारियों का अलग तरह से अनुभव होता है?
जैसा कि यह पता चला है, महिलाओं को दिल की बीमारियों का अलग तरह से अनुभव होता है. हालाकि उपचार तकनीक दोनों में समान है. लक्षणों और जोखिम कारकों में अंतर की बेहतर समझ उचित देखभाल, समय पर उपचार प्राप्त करने में मदद कर सकती है और व्यापक क्षति से पीड़ित होने की संभावना को कम करने में भी मदद कर सकती है.
महिलाओं में हृदय रोग के लक्षण | Heart Disease Symptoms In Women
हृदय रोग एक व्यापक शब्द है जो कोरोनरी धमनी की बीमारी से लेकर हाई ब्लड प्रेशर से लेकर दिल की विफलता तक की स्थितियों को व्यापक रूप से कवर करता है. सबसे आम कारण धमनियों में कोलेस्ट्रॉल का निर्माण होता है जिसे एथेरोस्क्लेरोसिस के रूप में जाना जाता है जो हृदय में सुचारू रक्त प्रवाह को रिस्ट्रिक्ट करता है. समय के साथ, हृदय को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषक तत्वों से भरपूर रक्त नहीं मिलता है जो इसे कम प्रभावी बनाता है. इस स्थिति को इस्किमिया के रूप में जाना जाता है, जिसके परिणामस्वरूप सीने में दर्द होता है.
पुरुषों की तुलना में महिलाएं आमतौर पर 10 साल बाद हृदय रोग के लक्षणों का अनुभव करती हैं. जबकि सीने में दर्द पुरुषों में हृदय रोग का एक सामान्य लक्षण है लेकिन महिलाएं अन्य लक्षण दिखा सकती हैं.
- पीठ या ऊपरी बांहों में दर्द
- मतली
- थकान
- सांसों की कमी
- चक्कर आना
- असामान्य रूप से तेज दिल की धड़कन
- जबड़े, गर्दन में दर्द
- अत्यधिक कमजोरी
- ठंडा पसीना
- सांसों की कमी
- असामान्य थकान
- अनियमित दिल की धड़कन
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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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