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आंखों के लिए कितना खतरनाक है सनस्क्रीन आप सोच भी नहीं सकते, जानें कैसे बचें इस समस्या से और क्या है लगाने का तरीका

Sunscreen Side Effects For Eyes: सनस्क्रीन एक जरूरी सेफ्टी कवर है, लेकिन इसका इस्तेमाल भी उतनी ही समझदारी से करना चाहिए, थोड़ी सी सावधानी आपकी आंखों को जलन और इर्रीटेशन से बचा सकती है. 

आंखों के लिए कितना खतरनाक है सनस्क्रीन आप सोच भी नहीं सकते, जानें कैसे बचें इस समस्या से और क्या है लगाने का तरीका
Sunscreen Side Effects: जानिए आंखों को कैसे नुकसान पहुंचाता है सनस्क्रीन.

Danger Of Getting Sunscreen In Your Eyes: सनस्क्रीन गर्मियों में हमारी स्किन का सबसे अच्छा दोस्त बन जाता है. सूरज की तेज़ रोशनी और हानिकारक किरणों से बचाव के लिए इसका इस्तेमाल बहुत ज़रूरी है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर यह गलती से आपकी आंखों में चला जाए, तो काफी परेशानी खड़ी हो सकती है? आमतौर पर जब हम सनस्क्रीन लगाते हैं, तो ध्यान चेहरे की स्किन पर होता है, आंखों की नहीं. ऐसे में ज़रा सी लापरवाही से यह आंखों में चला जाता है और जलन, चुभन जैसी दिक्कतें होने लगती हैं. अगली बार जब भी आप सनस्क्रीन लगाएं, तो अपनी आंखों का भी उतना ही ख्याल रखें जितना स्किन का रखते हैं. आइए समझते हैं कि यह क्यों होता है, इससे क्या नुकसान हो सकता है और इससे बचने के आसान तरीके क्या हैं. 

आंखों में सनस्क्रीन का जाना कितना खतरनाक ? (Danger Of Getting Sunscreen In Your Eyes)

आंखों को क्या नुकसान होता है?
बाजार में मिलने वाले ज़्यादातर सनस्क्रीन में एक खास तत्व होता है एवोबेनज़ोन. यह यूवी किरणों को रोकने में मदद करता है, लेकिन अगर यह आंखों के संपर्क में आ जाए, तो जलन शुरू हो जाती है. आंखों में पानी आना, लाली, चुभन और असहजता इसके आम लक्षण हैं. हालांकि राहत की बात ये है कि थोड़ा सा सनस्क्रीन अगर आंख में चला भी जाए, तो यह आमतौर पर पर्मानेंट नुकसान नहीं करता. लेकिन बार-बार ऐसा होना खतरे से खाली नहीं है.

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कैसे बचें इस परेशानी से?
सनस्क्रीन लगाते वक्त थोड़ा ध्यान रखने से इस समस्या से आसानी से बचा जा सकता है. सबसे पहले तो यह जानना ज़रूरी है कि किस तरह का सनस्क्रीन आपके लिए बेहतर रहेगा. डॉक्टरों की सलाह है कि खनिज आधारित सनस्क्रीन जैसे कि टाइटेनियम डाइऑक्साइड या जिंक ऑक्साइड वाले विकल्प ज़्यादा सुरक्षित रहते हैं. ये स्किन पर टिकते हैं और आंखों में बहने की संभावना कम होती है.

स्प्रे वाला सनस्क्रीन 
स्प्रे वाला सनस्क्रीन अगर आप इस्तेमाल करते हैं, तो उसे सीधे चेहरे पर न छिड़कें. पहले अपने हाथों में लें और फिर धीरे-धीरे चेहरे पर लगाएं. इससे यह आपकी आंखों में जाने से बच सकता है.

बच्चों के लिए ध्यान रखें
बच्चों के मामले में एक्स्ट्रा केयर ज़रूरी है. खुद उन्हें सनस्क्रीन लगाने न दें, क्योंकि वे अनजाने में आंखों को छू सकते हैं. 

घर के अंदर लगाएं सनस्क्रीन
अगर मौसम में हवा तेज़ है, तो कोशिश करें कि सनस्क्रीन घर के अंदर लगाएं. इससे हवा के साथ कण उड़कर आंखों तक पहुंचने की आशंका कम हो जाती है.

अगर सनस्क्रीन आंख में चला ही जाए तो?
सबसे पहले घबराएं नहीं. तुरंत साफ पानी से आंख को धोएं. अगर संभव हो तो फिल्टर्ड या बोतलबंद पानी का इस्तेमाल करें. करीब 15 से 20 मिनट तक आंखें धोते रहें और बीच-बीच में झपकाना न भूलें. अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं, तो आंख धोने से पहले उन्हें निकालना ज़रूरी है.

कब करें डॉक्टर से संपर्क?
धोने के बाद भी थोड़ी जलन या लाली बनी रह सकती है, लेकिन यह कुछ घंटों में कम हो जाती है. आप ठंडे पानी की पट्टी रख सकते हैं और प्रिज़र्वेटिव-फ्री आई ड्रॉप्स इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर 24 घंटे बाद भी राहत न मिले, तो बिना देर किए किसी आई स्पेशलिस्ट से संपर्क करें.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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