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This Article is From Nov 01, 2023

क्या आपका पर्स भी है जरूरत से ज्यादा भारी, जानिए हैवी पर्स उठाने से कंधे को होने वाले नुकसान

Carrying Heavy Bags On Shoulder: भारी भरकम पर्स उठाने की आदत है तो जरा सावधान हो जाइए. क्योंकि आपका हेवी पर्स आपके कंधों की मजबूती को नुकसान पहुंचा सकता है.

क्या आपका पर्स भी है जरूरत से ज्यादा भारी, जानिए हैवी पर्स उठाने से कंधे को होने वाले नुकसान
लंबे समय तक भारी पर्स को कंधे पर लादने से कंधों के दर्द का सामना करना पड़ सकता है.

How To Relieve Shoulder Pain: महिलाओं की एक आदत होती है, उन्हें जो भी जरूरी चीज मिलती है वो उसे पर्स में रख लेती हैं. परिवार के साथ कहीं जाना हो तो सबकी जरूरत का सामान और हां अपने ब्यूटी प्रोडक्ट्स तो होते ही हैं. इसका नतीजा ये होता है कि पर्स जरूरत से ज्यादा भारी हो जाता है, जिसे थोड़ी देर कंधों पर टांगने से तो कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन लंबे समय तक भारी पर्स को कंधे पर लादने से कंधों के दर्द का सामना करना पड़ सकता है. आमतौर पर महिलाएं एक ही कंधे पर पर्स लटकाती हैं, जिस वजह से वेट डिस्ट्रीब्यूशन भी गड़बड़ा जाता है. इसका असर पॉश्चर पर तो पड़ता ही है गर्दन, बैक और कंधे को भी नुकसान होता है.

कंधे के दर्द से बचने के तरीके और उपचार | How To  Prevent Shoulder Pain And Prevention

कंधे के दर्द से कैसे बचें?

  • भारी पर्स की वजह से होने वाले कंधे के दर्द से बचने के लिए बेहतर होगा कि पर्स को समय समय पर खाली करते रहें, जो गैर जरूरी सामान है उसे पर्स से निकाल दें.
  • अगर पर्स को ज्यादा देर तक टांग कर रखना मजबूरी है तो उसे एक ही कंधे पर न टांग कर रखें. कंधा बदलते रहें.
  • एक्सपर्ट की सलाह होती है कि पर्स का भार आपके शरीर के भार का बीस फीसदी ही होना चाहिए. अगर बैक पैक लिया है तो दोनों कंधों पर बैग टांगना ज्यादा बेहतर होगा.
  • पर्स ऐसा चुने जो हल्के मटेरियल से बना हो ताकि बाद में सामान रखने की वजह से बोझ और न बढ़ जाए.

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कंधे में दर्द का इलाज कैसे करें? (How To Treat Shoulder Pain?)

  • भारी पर्स की वजह से कंधे की मांसपेशियों में सूजन आ सकती है. इससे बचने के लिए आप फिजियोथेरेपिस्ट की सलाह से वर्कआउट और स्ट्रेचिंग कर सकते हैं. साथ ही पोस्चर को सही रखने के तरीके भी समझ सकते हैं.
  • जिस जगह पर दर्द हो वहां बर्फ की सिकाई करने से भी राहत मिल सकती है.
  • दर्द बहुत तेज होने की स्थिति में फिजियोथेरेपिस्ट आपको अलग अलग थेरेपी भी दे सकते हैं.
  • कुछ केसेज में फिजियोथेरेपिस्ट पीड़ित की हालत को देखते हुए पर्सनलाइज थेरेपी प्रोग्राम कर सकते हैं.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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