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दिवाली पर कैसे रखें बच्चों का ख्याल, ताकि दिवाली के बाद प्रदूषण से न पड़ जाएं बीमार

How to Protect Kids From Pollution: दिवाली का असली मजा तभी है जब पूरा परिवार स्वस्थ रहे. बच्चों की देखभाल करके हम उन्हें न सिर्फ बीमारी से बचा सकते हैं, बल्कि उन्हें एक सुरक्षित और खुशहाल त्योहार का अनुभव भी दे सकते हैं.

दिवाली पर कैसे रखें बच्चों का ख्याल, ताकि दिवाली के बाद प्रदूषण से न पड़ जाएं बीमार
How to Protect Kids From Pollution: दिवाली पर बच्चों को प्रदूषण से बचाना जरूरी है.

Diwali Pollution Effects on Children: दिवाली का त्योहार रोशनी, मिठास और खुशियों से भरा होता है. बच्चे इस समय सबसे ज्यादा उत्साहित रहते हैं, पटाखे चलाना, नए कपड़े पहनना, मिठाइयां खाना और दोस्तों के साथ खेलना उन्हें बेहद पसंद आता है. लेकिन, दिवाली के बाद जो सबसे बड़ी चिंता होती है, वह है वायु प्रदूषण. पटाखों और धुएं की वजह से हवा में जहरीले तत्व बढ़ जाते हैं, जिससे बच्चों को सर्दी, खांसी, सांस लेने में तकलीफ और एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं. बच्चों की इम्यूनिटी बड़ों की तुलना में कम होती है, इसलिए उन्हें प्रदूषण से बचाना बेहद जरूरी है. आइए जानते हैं आसान भाषा में कि दिवाली के दौरान और उसके बाद बच्चों का कैसे ध्यान रखें ताकि वे स्वस्थ रहें और त्योहार का पूरा आनंद उठा सकें.

दिवाली पर बच्चों की सेहत का ध्यान कैसे रखें? (How to Take Care of Children's Health During Diwali?)

1. पटाखों से दूरी बनाएं

बच्चों को समझाएं कि पटाखे चलाना सिर्फ मजा नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है. अगर पटाखे चलाना जरूरी लगे, तो कम धुएं वाले और आवाज रहित पटाखों का चयन करें. उन्हें मास्क पहनाकर रखें ताकि धुएं से बचाव हो सके.

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2. घर के अंदर रखें साफ हवा

दिवाली के बाद हवा में प्रदूषण बहुत बढ़ जाता है. ऐसे में घर के अंदर एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करें या घर में तुलसी, एलोवेरा जैसे पौधे लगाएं जो हवा को साफ करते हैं. सुबह-सुबह खिड़कियां खोलने से बचें, क्योंकि उस समय प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा होता है.

3. बच्चों को दें इम्यूनिटी बढ़ाने वाला खाना

बच्चों को हल्दी वाला दूध, तुलसी-अदरक की चाय (बिना कैफीन) और मौसमी फल जैसे संतरा, अमरूद, सेब आदि दें. विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर चीज़ें उनके शरीर को प्रदूषण से लड़ने में मदद करती हैं.

4. सांस की तकलीफ वाले बच्चों का रखें खास ख्याल

अगर बच्चे को पहले से अस्थमा या एलर्जी है, तो दिवाली के समय इनहेलर या दवाइयाँ पास में रखें. डॉक्टर से पहले ही सलाह ले लें और ज़रूरत पड़े तो घर में ही रखें नेबुलाइजर.

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5. बच्चों को बाहर खेलने से रोकें

दिवाली के बाद कुछ दिन तक बच्चों को बाहर खेलने से रोकें, खासकर सुबह और शाम के समय. घर के अंदर ही उन्हें खेलने के लिए विकल्प दें जैसे बोर्ड गेम्स, पजल्स या क्राफ्ट एक्टिविटीज.

6. साफ-सफाई का रखें ध्यान

दिवाली की सफाई के दौरान धूल और गंदगी से बच्चों को दूर रखें. सफाई करते समय बच्चों को दूसरे कमरे में रखें और बाद में उस जगह को अच्छे से वेंटिलेट करें.

7. कपड़ों और स्किन का रखें ध्यान

बच्चों को कॉटन के आरामदायक कपड़े पहनाएं ताकि उनकी स्किन को कोई एलर्जी न हो. दिवाली के दिन अगर वे रंग-बिरंगे कपड़े पहनते हैं, तो बाद में उन्हें नहलाकर मॉइस्चराइज़र जरूर लगाएं.

दिवाली के बाद की देखभाल भी है जरूरी

  • त्योहार के बाद बच्चों को पर्याप्त नींद दें ताकि उनका शरीर आराम कर सके.
  • उन्हें हल्का और पौष्टिक खाना दें, जिससे उनका पाचन ठीक रहे और शरीर में एनर्जी बनी रहे.
  • अगर कोई लक्षण दिखे जैसे लगातार खांसी, आंखों में जलन या सांस लेने में परेशानी, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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