Health Benefits Of Halasana: हलासन फॉरवर्ड बेंडिंग योग में से एक है जो कुछ अनोखे आश्चर्यजनक स्वास्थ्य लाभों से जुड़ा है. अगर हम हलासन (Halasana) जिसमें हल का अर्थ है 'हल' और आसन योग मुद्रा की ओर संकेत है. अंग्रेजी में इसे प्लो पोज के नाम से जाना जाता है. हलासन कैसे करें (How To Do Halasana) या हलासन के फायदे (Benefits Of Halasana) जानना चाहते हैं, तो यहां इसके वैज्ञानिक और पारंपरिक संबंधी स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताया गया है. हालांकि इस पोज को सही तरीके से करने के लिए ब्रीदिंग (Breathing) और कुछ सावधानियों का भी ध्यान रखना पड़ता है. यहां वह सब है जो आपको जानना चाहिए.
हलासन के 11 आश्चर्यजनक स्वास्थ्य लाभ | 10 Amazing Health Benefits Of Halasana
- हलासन पूरी रीढ़ को लचीला बनाता है, मांसपेशियों को फैलाता है, कशेरुकाओं को ढीला करता है और रीढ़ की हड्डी की तंत्रिकाओं को टोन करता है. इससे शरीर के सभी अंगों की कार्यक्षमता बेहतर होती है.
- हल की मुद्रा वजन घटाने में मदद करती है, खासकर पेट की चर्बी को कम करने में ये योग काफी लाभकारी माना जाता है.
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- इस योग मुद्रा का नियमित अभ्यास और इसे एक निश्चित अवधि तक बनाए रखने से पेट पर पर्याप्त दबाव और खिंचाव आता है. इन मांसपेशियों को स्ट्रेच और कंप्रेस करने और फैट को सक्रिय करने से शरीर के इस हिस्से से एक्स्ट्रा चर्बी को पिघलाने में मदद मिलती है.
- यह चेहरे की त्वचा और रंग के लिए अच्छा है क्योंकि इसके अभ्यास के दौरान ब्लड सर्कुलेशन अधिकतम हो जाता है और ऑक्सीजन फ्लो भी बेहतर होता है. इस प्रकार पिंपल्स, झुर्रियां को कम करता है और चेहरे को चमक देने में मदद करता है.
- यह आपके बालों के स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डालता है क्योंकि इसके अभ्यास से बालों के रोम को अधिक ऑक्सीजन प्राप्त होती है. हल मुद्रा का नियमित अभ्यास बालों के झड़ने को रोकने में मदद करता है और बालों को सफेद होने से रोकने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.
- यह आपकी रीढ़ को लचीला बनाने में मदद करता है और इस एरिया में ब्लड फ्लो के कारण आपकी पीठ को भी मजबूत बनाता है. अगर योग शिक्षक की उपस्थिति में सही तकनीक के साथ इसका अभ्यास किया जाए, तो यह हमेशा के लिए पीठ दर्द को दूर कर सकता है.
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- हलासन के अभ्यास के दौरान हाथ पूरी तरह से जमीन पर होते हैं और सीधे और स्ट्रेच हुए भी होते हैं. इस प्रकार, अगर किसी को हाथों में दर्द, ऐंठन, मांसपेशियों और नसों की समस्या हो रही है, तो हथेलियों और उंगलियों के आपस में जुड़ने और खिंचाव के कारण ठीक हो जाता है.
- कंधे, कोहनी, कमर और पीठ के गठिया से पीड़ित लोगों को इस योग मुद्रा में आराम मिलता है.
- इस योग मुद्रा के अभ्यास से पेट की गैस के कारण होने वाले पेट के दर्द में भी तुरंत आराम मिलता है. इतना ही नहीं, यह पाचन तंत्र की कार्यक्षमता को भी बढ़ाता है और कब्ज को ठीक करने में सहायक होता है.
- यह लीवर, किडनी और अग्न्याशय जैसे शरीर के अंगों के लिए रामबाण की तरह काम करता है. इसका अभ्यास अंगों की कार्य क्षमता को बढ़ाता है. इसलिए यह सिफारिश की जाती है कि जिन रोगियों को डायबिटीज और लीवर की समस्या है, वे इस योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें.
- सर्वांगासन के साथ हलासन का अभ्यास हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है जिससे व्यक्ति कई स्वास्थ्य स्थितियों से दूर रहता है.
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हलासन योग करने का सही तरीका | Correct Way To Do Halasana Yoga
सांस लेना:
हलासन इस बात का बहुत अच्छा पैमाना है कि आप कितनी आजादी से सांस ले सकते हैं. मुद्रा में आने के लिए मांसपेशियों में लचीलापन होना अलग बात है, लेकिन डायाफ्राम और अंगों को आराम देने के लिए सांस लेने के लिए स्वतंत्र होना एक और बात है.
बरतें ये एहतियात:
- यह ध्यान रखना चाहिए कि पैर की उंगलियां फर्श पर हों.
- गर्दन सीधी होनी चाहिए.
- हाथ जमीन पर मजबूती से टिके रहने चाहिए.
- पैर बहुत सीधे होने चाहिए और आपके सिर के ऊपर आने चाहिए.
- जांघ की हड्डी को ऊपर की ओर उठाने की कोशिश करें.
- ठोड़ी और छाती के बीच में जगह होनी चाहिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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