High Cholesterol: कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर शरीर देने लगता है ये संकेत, जानें टेस्ट के लिए कब जाना चाहिए और इसे कंट्रोल करने के उपाय

Know All About Cholesterol: शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने पर ब्लड वेसल्स में फैट डिपॉजिट होने से ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है. इससे खून थक्का बन सकता है, जिससे हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा हो सकता है. यहां जानें कोलेस्ट्रॉल के बारे में सब कुछ.

High Cholesterol: कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर शरीर देने लगता है ये संकेत, जानें टेस्ट के लिए कब जाना चाहिए और इसे कंट्रोल करने के उपाय

High Cholesterol Level: खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर लक्षणों को पहचानना जरूरी है.

खास बातें

  • कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए आपको हेल्दी डाइट बनानी पड़ेगी.
  • कोलेस्ट्रॉल के दुष्प्रभावों से बचने के लिए इसके लक्षणों को जल्दी पहचानें.
  • यहां जानिए कैसे मैनेज करें हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल.

High Cholesterol Level: कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर में पाया जाने वाला मोम की तरह का मटेरियल है. हमारे शरीर को हेल्दी सेल्स को बनाने के लिए कोलेस्ट्रॉल की जरूरत होती है, लेकिन कोलेस्ट्रॉल का हाई लेवल हार्ट डिजीज (Heart Disease) के जोखिम को बढ़ा सकता है. हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) होने पर ब्लड वेसल्स में फैट डिपॉजिट होने से ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है. वैसे तो कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है, एक एलडीएल यानि खराब कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) और दूसरा एचडीएल यानि हेल्दी कोलेस्ट्रॉल (Healthy Cholesterol). जब शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल की अधिकता हो जाती है तो हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण (Symptoms Of Cholesterol) दिखाई देने लगते हैं. आइए जानते है हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से कैसे बचा जा सकता है.

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बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल दिखाता है ये लक्षण | These Symptoms Show Increased Cholesterol

हाई कोलेस्ट्रॉल का आमतौर पर कोई भी लक्षण नजर नहीं आता. ये इमरजेंसी घटनाओं का कारण बनता है, जैसे- हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से होने वाली क्षति के कारण दिल का दौरा या स्ट्रोक हो सकता है. हाई कोलेस्ट्रॉल आपकी धमनियों में प्लाक का निर्माण करते हैं. प्लाक धमनियों को पतला कर सकती है, जिससे कम ब्लड गुजरता है, इससे गंभीर कॉम्प्लीकेशन हो सकती हैं. केवल ब्लड टेस्ट के जरिए ही बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल का पता किया जा सकता है.

कब करानी चाहिए कोलेस्ट्रॉल की जांच? When Should Cholesterol Test Be Done?

किसी व्यक्ति की पहली कोलेस्ट्रॉल जांच 9 और 11 साल की उम्र के बीच होनी चाहिए और उसके बाद हर पांच साल में दोहराई जानी चाहिए. 45 से 65 वर्ष के पुरुषों के लिए और 55 से 65 वर्ष की महिलाओं के लिए हर एक से दो साल में कोलेस्ट्रॉल की जांच की जानी चाहिए. 65 से अधिक आयु के लोगों को सालाना कोलेस्ट्रॉल टेस्ट करवाना चाहिए.

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कोलेस्ट्रॉल से बचाव करने के उपाय | Ways To Prevent Cholesterol

  • कम नमक वाला आहार लें. अधिक फलों, सब्जियों और साबुत अनाज को अपने आहार में शामिल करें.
  • एनिमल फैट की मात्रा सीमित करें. हेल्दी फैट को अपनी डाइट में शामिल करें.
  • अपने वेट पर कंट्रोल रखें. हेल्दी वेट मेंटेन करें.
  • धूम्रपान से दूरी बनाएं.
  • हर दिन एक्सरसाइज करें.
  • तनाव से दूर रहें.
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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.