Diwali 2022: दीपावली खुशियों का त्योहार है, जो अपने साथ लेकर आता है दीपो की रोशनी जिससे अंधकार मिटता है और जीवन में प्रवेश होता है, सकारत्मकता का. इस त्यौहार का सभी को बेसब्री से इंतजार रहता है. लेकिन इसी दिन सबसे ज्यादा पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता है. हम दिवाली का त्यौहार पटाखे जलाकर मनाते हैं, बिना यह सोचे कि इससे प्रकृति, पर्यावरण जिसमें हम सांस ले रहे हैं उसको कितना नुकसान होगा. पटाखे जलाने के साथ साथ हम प्लास्टिक, केमिकल युक्त चीज़ों का भी इस्तेमाल करते हैं जिसका सीधा असर पर्यावरण पर पड़ता है. इसके लिए जरूरी है कुछ बदलाव की, तो क्यों न ये बदलाव इस साल से किया जाए ईको फ्रेंडली दिवाली मनाकर. अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा कैसे कर सकते हैं ? तो आइए जानते है इसके लिये कुछ बेहद क्रिएटिव टिप्स:
पॉल्यूशन फ्री दिवाली मनाने के तरीके | Ways To Celebrate Pollution Free Diwali
1) पटाखों से बनाएं दूरी
पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिये सबसे महत्वपूर्ण कदम यही है. आपको पटाखे से कुछ देर की खुशी तो मिलती है लेकिन इससे पर्यावरण को बहुत लंबे समय का नुकसान पहुचता है, जिसके ठीक होने में काफी समय लग जाता है. पटाखों से वायु प्रदूषण तो होता ही है साथ ही ध्वनि प्रदूषण भी होता है. वहीं ऐसे लोग जिन्हें सांस की परेशानी है उनके लिए भी यह कई बार बहुत खतरनाक हो जाता है. ऐसे में पर्यावरण का ख्याल रखते हुए दिवाली मनाने के लिए आप बच्चों को पटाखों की बजाय गुब्बारे या रंगीन कागज के गुब्बारों को फोड़कर दिवाली में एंजॉय करना सिखाएं. ये पटाखे फोड़ने का एक शानदार विकल्प है. बच्चे इन गुब्बारों को फुलाकर आपस में फोड़ सकते हैं और एन्जॉय कर सकते हैं. ऐसा करने से उन्हें मजा भी आएगा और पटाखे की मस्ती भी होगी.
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2) फूलों से सजाएं रंगोली
ईको फ्रेंडली दीपावली मनाने के लिए आप केमिकल युक्त रंगोली के कलर्स से तौबा कर सकते हैं. दरअसल बाजार में मिलने वाले कैमिकल युक्त रंग सेहत के लिए नुकसानदेह होते हैं. इसकी जगह आप चावल और फूलों से खूबसूरत रंगोली बना सकते हैं. आप चाहें तो नैचरल कलर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह आपके सेहत के लिए भी अच्छे हैं और पर्यावरण के लिये भी. अपनी रंगोली को रंगों से भरने के लिए आप कुमकुम, हल्दी और कॉफी पाउडर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.
3) दियों से सजाएं आशियाना
वैसे तो दिवाली पर दिये जलाने की बहुत पुरानी परंपरा है लेकिन बदलते वक्त के साथ मोमबत्तियों का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मोमबत्तियां से पर्यावरण को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचता है. दरअसल मोमबत्तियों में पेट्रोलियम पदार्थ होते हैं जो नेचर को नुकसान पहुंचा सकते हैं. ऐसे में इस दिवाली अपने घर को सजाने के लिए आप मोमबत्ती की बजाय मिट्टी के दिये और एलईडी लाइटों की मदद ले सकते हैं. एलईडी लाइटें जलाने से बिजली की खपत.भी कम होती है.
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4) दिवाली के तोहफों की करें देसी पैकिंग
दिवाली एक ऐसा त्यौहार है जिसमें एक दूसरे को गिफ्ट देने की परंपरा है. ऐसे में अगर आप अपनी फैमिली और फ्रेंड्स को तोहफा देने जा रहे हैं तो इस बार उन्हें चमकीली पॉलिथीन से नहीं बल्कि हैंडमेड पेपर से गिफ्ट रैप कर के दें. यह तो हम सभी जानते हैं कि पॉलिथीन और प्लास्टिक हमारे पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसे में इस दिवाली तोहफों को देसी अंदाज में पैक करके आप दीपावली की खुशियों को बांट भी सकते हैं और पर्यावरण को बचा ही सकते हैं. पर्यावरण की तरफ एक कदम और आगे बढ़ाते हुए इस दिवाली आप अपनों को पौधे भी गिफ्ट कर सकते हैं.
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