
How to reduce fever: आमतौर पर, बुखार बीमारी का एक आम लक्षण है, जो दर्शाता है कि आपका शरीर संक्रमणों से लड़ रहा है. ऐसे में हर बुखार सीरियस नहीं होता है, लेकिन अगर बुखार तीन दिनों से ज्यादा रहे तो ये चिंता का विषय हो सकता है. ऐसे में आइए जानते हैं, इस स्थिति में क्या करना चाहिए.
पहले समझते हैं कब होता है बुखार | First understand when fever occurs | Bukhar Kab hota hai
बुखार तब होता है जब शरीर का तापमान सामान्य सीमा, लगभग 98.6°F (37°C) से ज्यादा हो जाता है. यह दर्शाता है कि आपका शरीर विभिन्न प्रकार के इंफेक्शन से लड़ रहा है, क्योंकि कई बैक्टीरिया और वायरस ज्यादा तापमान पर जीवित नहीं रह पाते हैं. आइए जानते हैं किस तापमान में बुखार की स्थिति बहुत ही गंभीर मानी जाती है.
हल्का बुखार: 100.4°F से 102°F (38°C से 38.9°C) तक रहता है.
मध्यम बुखार: 102°F से 104°F (38.9°C से 40°C) तक रहता है.
तेज बुखार: 104°F से 106°F (40°C से 41.1°C) तक रहता है.
शरीर का सामान्य तापमान अलग-अलग होता है, लेकिन 100.4 डिग्री फारेनहाइट(38°C) से ऊपर का तापमान बुखार माना जाता है. आमतौर पर, बुखार अस्थायी होता है, लेकिन अगर यह तीन दिनों से ज्यादा रहता है, तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है. इसी के साथ बता दें, 105.8 डिग्री फारेनहाइट (41 °C) से ज्यादा बुखार का इलाज न किया जाए तो यह खतरनाक हो सकता है.
3 दिन से ज्यादा बुखार रहे तो क्या करें? | What to do if fever persists for more than 3 days? | Bukhar ho to kya kare
अगर आपको तीन दिनों से ज्यादा बुखार है, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है. बता दें, लंबे समय तक बुखार रहना किसी गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है जिस पर ध्यान देने की जरूरत है. ऐसे में 3 दिन से ज्यादा बुखार रहे तो इन बातों का रखें ध्यान.
- जब आपको बुखार हो, तो सबसे पहले अपने शरीर के तापमान को नियमित रूप से चेक करते रहे और उस पर नजर बनाए रखें. अगर बुखार बना रहता है या 102°F (38.9°C) से ऊपर चला जाता है, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है. घर पर इलाज करने की भूल न करें.
- बुखार तीन से ज्यादा होने पर चकत्ते, खांसी या सांस लेने में तकलीफ हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
- बुखार के दौरान डिहाइड्रेशन होना आम है, ऐसे में इससे बचने के लिए खूब पानी, फ्रेश फ्रूट्स का जूस पीएं. इसी के साथ शरीर को आराम दें.
- अगर बुखार तीन दिनों से ज्यादा रहे, तो डॉक्टर से जरूर सलाह लें और खुद से दवा लेने की भूल न करें.
बुखार के लिए जरूरी ब्लड टेस्ट | Blood Test Necessary for Fever | Bukhar hone par kaun se test karaye
अगर बुखार तीन दिनों से ज्यादा रहे तो डॉक्टर से मिलना तो जरूरी है, साथ ही आप ब्लड टेस्ट भी करवाना चाहिए. हालांकि कौन सा ब्लड टेस्ट करवाना चाहिए, इसके बारे में डॉक्टर से जरूर पूछे. खुद से ब्लड टेस्ट न करवाएं. हम नीचे कुछ ब्लड टेस्ट के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे बुखार के मरीजों को करवाने के लिए कहा जाता है.
- कंप्लीट ब्लड काउंट (CBC)
- ESR
- मलेरिया टेस्ट
- टाइफाइड टेस्ट
- Widal टेस्ट
- CRP टेस्ट
- यूरिन टेस्ट
- लिवर एंड किडनी टेस्ट
बुखार की स्थिति कब खतरनाक हो जाती है | When does fever become dangerous?
ज्यादातर मामलों में, बुखार को कंट्रोल किया जा सकता है, लेकिन कुछ बुखार की स्थिति ऐसी होती है, जो जानलेवा हो सकती है. ऐसे में यहां कुछ चेतावनी संकेत दिए गए हैं जिन पर ध्यान देना चाहिए, ताकि सही समय पर इलाज किया जा सके.
- तेज बुखार (104°F / 40°C से ऊपर)
- सांस लेने में तकलीफ
- तेज सिरदर्द या गर्दन में अकड़न होना.
- चकत्ते या भ्रम (Confusion) होना.
घर पर बुखार कैसे कम करें? | How to Reduce Fever at Home?
घर पर बुखार कम करने के लिए, खूब पानी, हर्बल चाय पीएं और खुद को हाइड्रेटेड रखें. शरीर को खूब आराम दें और डॉक्टर की ओर से बताई गई दवाओं को सही समय पर लें. इसी के साथ अपने शरीर का तापमान कम करने के लिए अपने माथे पर ठंडा, नम कपड़ा भी रख सकते हैं या गुनगुने पानी से नहा सकते हैं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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