Premature Aging: समय के साथ सभी की उम्र बढ़ती है और उम्र के साथ बदलाव सामान्य है. लेकिन कभी-कभी समय से पहले उम्र बढ़ने के लक्षण सामने आने लगते हैं. इसे प्रीमेच्योर एजिंग कहते हैं. ऐसा तब होता है जब उम्र के साथ होने वाले बदलाव अपनी गति से ज्यादा तेजी से सामने आने लगते हैं. आमतौर पर इसका कारण पर्यावरण और जीवनशैली से जुड़े होते हैं. प्रीमेच्योर एजिंग (umra se pahle budhapa aana) के सबसे आम लक्षणों में स्किन पर रिंकल, एज स्पॉट्स, ड्राईनेस या स्किन टोन में बदलाव के रूप में सामने आ सकते हैं. हालांकि हेल्दी लाइफ स्टाइल रिलेटेड आदतें समय से पहले इन लक्षणों को आने से रोकने में मदद कर सकती हैं. आइए जानते हैं प्रीमेच्योर एजिंग के लक्षण, कारण और कैसे किया जा सकता है इसका उपचार.
प्रीमेच्योर एजिंग के लक्षण (Signs of Premature Aging)
- प्रीमेच्योर एजिंग के कारण समय से पहले बॉडी पर उम्र का प्रभाव नजर आने लगते हैं.
- स्किन में बदलाव जैसे रिंकल्स, एज स्पॉट्स, ड्राईनेस या स्किन टोन बदलाव, छाती के आसपास हाइपरपिग्मेंटेशन और ढीलापन
- बालों का झड़ना या सफेद होना
- चेहरा पर फैट की कमी और गालों का धंस जाना
प्रीमेच्योर एजिंग के 6 कारण (6 Causes Premature Aging)
धूप में बहुत ज्यादा रहना
धूप में बहुत ज्यादा रहने से स्किन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं. यूवी किरणों से स्किन पर एजिंग के लक्षण आने लगते हैं. इसे फोटोएजिंग कहते हैं. यह स्किन पर दिखाई देने वाले 90% परिवर्तनों के लिए जिम्मेदार होती है. स्मार्टफोन जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निकलने वाली एचईवी स्किन को नुकसान पहुंचाते हैं.
स्मोकिंग
स्मोकिंग से सिगरेट में मौजूद निकोटीन में बॉडी के सेल्स को नुकसान पहुंचता है.
चीनी और कार्बोहाइड्रेट
बहुत ज्यादा चीनी और प्रोसेस कार्बोहाइड्रेट वाली डाइट प्रीमेच्योर एजिंग का कारण बन सकती है.
अल्कोहल
अधिक शराब पीने से समय के साथ स्किन डीहाइड्रेटेड हो सकती है और प्रीमेच्योर एजिंग के लक्षण सामने आ सकते हैं.
अधूरी नींद
सोते समय बॉडी में स्किन सेल्स की मरम्मत का काम होता है. नींद नहीं पूरी होने का असर भी स्किन पर पड़ता है और प्रीमेच्योर एजिंग की समस्या होने लगती है.
तनाव
तनावग्रस्त होने पर ब्रेन कोर्टिसोल नामक हार्मोन रिलीज करता है. कोर्टिसोल स्किन को कोमल और जीवंत बनाए रखने वाले हायल्यूरोनन सिंथेज़ और कोलेजन को रोक देता है.
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प्रीमेच्योर एजिंग से बचाव के 6 उपाय (6 Tips to Prevent Premature Aging)
सनस्क्रीन का यूज :प्रीमेच्योर एजिंग से बचने के लिए धूप से बचना जरूरी है. इसके लिए साल भर सनस्क्रीन का यूज करना चाहिए.
स्मोकिंग और अल्कोहल से दूरी : स्मोकिंग और अल्कोहल से दूर रहने से प्रीमेच्योर एजिंग से बचा जा सकता है.
डाइट: डाइट में फल और सब्जियां शामिल करने से मदद मिलेगी. बहुत अधिक चीनी या रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट खाने से बचना चाहिए.
एक्सरसाइज : नियमित एक्सरसाइज से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है जिससे स्किन हेल्दी रहती है.
स्किन केयर : स्किन की अच्छी केयर जरूरी है. नियमित रूप से स्किन को साफ करना और बेहतर क्वालिटी के स्किन केयर प्रोडक्ट्स का यूज करना चाहिए.
तनाव में कमी : तनाव में कमी और भरपूर नींद से भी प्रीमेच्योर एजिंग से बचने में मदद मिल सकती है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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