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सेब और केला में कौन है वजन घटाने में नंबर वन, आज सही जवाब जानकर कर लीजिए अपनी डाइट में शामिल

वजन घटाने के लिए कोई केले की पैरवी करता है तो कोई सेब. ऐसे में कंफ्यूजन क्रिएट होती है और आप फैसला नहीं ले पाते हैं. लेकिन अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इस आर्टिकल में हम दोनों में ज्यादा असरदार कौन है, इसके बारे में डिटेल में बता रहे हैं. 

सेब और केला में कौन है वजन घटाने में नंबर वन, आज सही जवाब जानकर कर लीजिए अपनी डाइट में शामिल
सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप दोनों फलों को अपनी डाइट में शामिल करें. कभी सेब खाएं तो कभी केला, ताकि आपको दोनों के फायदे मिल सकें.

apple vs banana : फल हमारे लिए कितने फायदेमंद हैं, ये हम सभी जानते हैं. इन्हें डाइट में शामिल करने से आपकी ओवरऑल हेल्थ को बेनेफिट मिलता है. लेकिन जब बात वजन घटाने की आती है तो फिर आपको सही फलों का चुनाव थोड़ा सोच समझकर करना पड़ता है. क्योंकि बात शरीर में जमी जिद्दी चर्बी को गलाने की है. ऐसे में फिर फास्ट वेट लॉस के लिए केला खाएं या फिर सेब, इसको लेकर कंफ्यूजन शुरू हो जाती है. क्योंकि कोई केले की पैरवी करता है तो कोई सेब. लेकिन आपको अब चिंता करने की जरूरत नहीं है, इस आर्टिकल में हम आपको दोनों में ज्यादा असरदार कौन है डिटेल में बता रहे हैं जिससे आपकी वेट लॉस जर्नी आसान हो जाएगी.

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सेब में कितना होता है फाइबर

बता दें कि एक मीडियम साइज के सेब में लगभग 4 ग्राम फाइबर होता है, जो केले (लगभग 3 ग्राम) से थोड़ा ज्यादा है. सेब में पेक्टिन नाम का खास घुलनशील फाइबर होता है जो पाचन में मदद करता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिला सकता है. 

केला में कितना होता है फाइबर

वहीं, केले, खासकर कच्चे केले में "रेसिस्टेंट स्टार्च" होता है, जो हमारी आंतों के अच्छे बैक्टीरिया के लिए फायदेमंद है.

शुगर और एनर्जी का गणित

सेब GI कम होता है

अगर बात ब्लड शुगर कंट्रोल में रखने की है तो सेब बेस्ट ऑप्शन है. इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है, जिसका मतलब है कि यह खून में शुगर को धीरे-धीरे रिलीज करता है. 

केला का GI ज्यादा होता है

जबकि केले का GI सेब की तुलना में थोड़ा ज्यादा होता है, खासकर जब वह ज्यादा पका हुआ हो. इसलिए, डायबिटीज के मरीजों के लिए सेब ज्यादा सुरक्षित माना जाता है.

कैलोरी और वजन

सेब में कम कैलोरी होती है

वजन घटाने के लिए कैलोरी का ध्यान रखना जरूरी है. एक मीडियम सेब में लगभग 95 कैलोरी होती है.

केले में कैलोरी ज्यादा होती है

जबकि एक केले में 100-110 कैलोरी होती है.

सेब में पानी की मात्रा भी ज्यादा (लगभग 86%) होती है, जिससे इसे खाने के बाद पेट भरा हुआ महसूस होता है और आप बेवजह खाने से बचते हैं. हालांकि केले में मौजूद फाइबर और रेसिस्टेंट स्टार्च भी पेट को लंबे समय तक भरा रखने में मदद करते हैं.

सेब कब क्या खाएं

अगर आप दोपहर के खाने तक अपनी भूख को शांत रखना चाहते हैं, तो सुबह के नाश्ते में सेब खाना अच्छा साबित हो सकता है. यह आपको कम कैलोरी में पेट भरा होने का अहसास देगा.

केला कब खाएं

वर्कआउट से पहले या बाद में तुरंत एनर्जी के लिए केला एक बेहतरीन स्नैक है. इसमें मौजूद पोटेशियम मांसपेशियों के लिए भी फायदेमंद होता है.

जरूरी बात

  1. सच तो यह है कि इस बहस का कोई एक विजेता नहीं है. दोनों ही फल अपनी-अपनी जगह सेहत के लिए बेहतरीन हैं. अगर आपका लक्ष्य कम कैलोरी लेना और पेट को ज्यादा देर तक भरा रखना है, तो सेब खाएं.
  2. वहीं, अगर आपको तुरंत एनर्जी चाहिए, जैसे कि एक्सरसाइज से पहले, या आप अपनी आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो केला खाना एक अच्छा फैसला हो सकता है.
  3. सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप दोनों फलों को अपनी डाइट में शामिल करें. कभी सेब खाएं तो कभी केला, ताकि आपको दोनों के फायदे मिल सकें.
     

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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