विज्ञापन

High Uric Acid बढ़ने पर कौन सी दालें खानी चाहिए और कौन सी नहीं? यहां जानिए सब कुछ

Uric Acid me Kaun Si Daal Khani Chaiye: यूरिक एसिड हमारे शरीर में बनाने वाला एक ऐसा अपशिष्ट पदार्थ है जो हमारे शरीर से यूरिन के जरिए बाहर निकल जाता है. लेकिन परेशानी तब होती है जब यह हमारे शरीर से बाहर नहीं निकल पाता है. इसको कंट्रोल करने के लिए आपको अपने खानपान का खास ख्याल रखना होता है.

High Uric Acid बढ़ने पर कौन सी दालें खानी चाहिए और कौन सी नहीं? यहां जानिए सब कुछ
High Uric Acid: यूरिक एसिड बढ़ने पर कौन सी दाल खानी चाहिए कौन सी नही.

Uric Acid me Kaun Si Daal Khani Chaiye: यूरिक एसिड हमारे शरीर में बनाने वाला एक ऐसा अपशिष्ट पदार्थ है जो हमारे शरीर से यूरिन के जरिए बाहर निकल जाता है. लेकिन परेशानी तब होती है जब यह हमारे शरीर से बाहर नहीं निकल पाता है. शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने पर प्रोटीन युक्त चीजों का सेवन करने की मनाही होती है. इसके साथ ही ऐसी चीजों को खाने की मनाही होती हैं जो प्रोटीन से भरपूर होती हैं जैसे पालक, टमाटर, बीज युक्त चीजे. ऐसे में आपके मन में भी सवाल आया होगा कि क्या सभी दालों को खाना बंद कर देना चाहिए? तो आपकी इस बात का जवाब आपको आज इस आर्टिकल में मिलेगा कि यूरिक एसिड में कौन सी दाल का सेवन आप कर सकते हैं. 

यूरिक एसिड बढ़ने पर कौन सी दालें खा सकते हैं-

स्ट्रीट फूड खाने के हैं शौकीन तो एक बार जरूर ट्राई करें तवा मसाला पुलाव, खाने के बाद हर कोई करेगा तारीफ

मसूर दाल

अगर किसी के शरीर में हाई यूरिक एसिड बढ़ गया है तो आप मसूर दाल का सेवन कर सकते हैं. इसको बनाने के लिए आप इसे 7-8 घंटे पहले भिगोकर रख दें. फिर इसे दाल, सब्जी या फिर सूप बनाकर इसका सेवन कर सकते हैं. लेकिन आपको इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना होगा. 

काला चना

जिन लोगों का यूरिक एसिड बढ़ गया है वो काले चनों का सेवन कर सकते हैं. हालांकि ये प्रोटीन से भरपूर होता है. इसलिए इसे 7-8 घंटे पहले भिगोकर इसका सेवन सीमित मात्रा में किया जा सकता है.

मूंग दाल

मूंग दाल हल्की और आसानी से पचने वाली होती है. इसमें प्यूरीन की मात्रा कम होती है, जिससे यह यूरिक एसिड के मरीजों के लिए सुरक्षित है और इसका सेवन किया जा सकता है.

कौन सी दाल नहीं खानी चाहिए

चना दाल, अरहर दाल, और राजमा जैसी दालों में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है, इसलिए इनका सेवन यूरिक एसिड बढ़ने पर नहीं करना चाहिए. दालों का सेवन सीमित मात्रा में करें और डॉक्टर से परामर्श लें.

History of Samosa- Swaad Ka Safar | समोसे का इतिहास | जानें ईरान से भारत कैसे पहुंचा समोसा

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)