विटामिन और पोषक तत्वों से भरपूर बैलेंस डाइट फर्टिलिटी (fertility) की समस्या का समाधान करने और प्रोडक्शन बढ़ाने में मददगार साबित होते हैं. पोषक तत्वों से भरपूर आहार oocytes और अंडों की गुणवत्ता बढ़ाते हैं, साथ ही स्पर्म को नुकसान होने से रोकते है. ओमेगा-3 जैसे पोषक तत्व और विटामिन सी और सह-एंजाइम क्यू जैसे एंटीऑक्सीडेंट स्ट्रेस को कम करने में मदद करते हैं. फोलिक एसिड एक ऐसा विटामिन है, जो भ्रूण को मजबूत बनाता है. आइए जानते हैं कुछ ऐसे फूड्स (Fertility boosting foods) के बारे में जो पुरुषों और महिलाओं में फर्टिलिटी को बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं.
फर्टिलिटी बढ़ाने वाले फूड्स (Fertility boosting foods)
कृति सेनन नें लॉस वेगस में सेलीब्रेट किया अपना 33वां बर्थडे, केक देखकर मुंह में आ जाएगा पानी
हरी पत्ते वाली सब्जियां
हरे पत्तेदार सब्जियों में फोलिक एसिड और विटामिन सी की मात्रा भरपूर होती है, ये दो पोषक तत्व हैं जो ओव्यूलेशन प्रक्रिया में मदद करते हैं. यह गर्भावस्था के दौरान गर्भपात और क्रोमोसोमल विकारों के जोखिम को कम कर सकता है. अपनी डाइट में पालक, ब्रोकोली और मेथी जैसी वेजिटेबल्स शामिल करें. ये हरी सब्जियां उच्च गुणवत्ता वाले शुक्राणु के उत्पादन में मदद कर सकते हैं.
सूखे मेवे
सूखे मेवे प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होते हैं. अखरोट में सेलेनियम होता है, जो अंडों में क्रोमोसोमल डैमेज को कम करने में कारगर हो सकता है. इससे फर्टिलिटी बढ़ाने में मदद मिलती है. यह एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कणों को प्रवेश करने से रोकता है और मानव शरीर में अंडे के उत्पादन में सुधार कर सकता है.
क्विनोआ
एनिमल बेस्ड प्रोटीन की जगह पर क्विनोआ जैसे प्लांट बेस्ड प्रोटीन का इस्तेमाल करने से गर्भधारण की संभावना में सुधार होता है. यह ब्लड शुगर के लेवर को स्थिर करने के साथ-साथ मासिक धर्म चक्र को नियमित करने में भी मदद करता है. क्विनोआ में फाइबर की मात्रा भी अधिक होती है.
केला
केले में विटामिन बी6 भरपूर मात्रा में होता है, जो ओव्यूलेशन प्रोसेस में शामिल हार्मोन को नियंत्रित करके युग्मनज निर्माण में मदद करता है. इसमें पोटेशियम और विटामिन सी की भी उच्च मात्रा होती है. पोटेशियम और विटामिन बी6 की कमी की वजह से अंडे और शुक्राणु की गुणवत्ता खराब हो सकती है, इसलिए गर्भधारण की कोशिश कर रहे माता-पिता को नियमित तौर पर केले खाने की सलाह दी जाती है.
कद्दू के बीज
कद्दू के बीज मेच्योर सेल्स के प्रोडक्शन में मदद कर सकते हैं. वे जिंक का भी समृद्ध स्रोत हैं और टेस्टोस्टेरोन और वीर्य के स्तर को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं. इसके अलावा, कद्दू के बीज सभी प्रजनन अंगों में पर्याप्त रक्त प्रवाह को उत्तेजित कर सकते हैं जो एक मजबूत प्रजनन प्रणाली का समर्थन और नियंत्रण करते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
Weight loss और Blood Sugar कंट्रोल करेगी एक कप कॉफी, बस बनाते वक्त ध्यान रखें ये एक बात...
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं