
लंदन:
महिलाएं अक्सर गर्भावस्था के दौरान होने वाले छोटे-मोटे दर्द के लिए पैरासिटामोल जैसी आम दर्द निवारक दवा ले लेती हैं। लेकिन अगर आप भी उनमें से एक हैं, तो थोड़ा सावधान हो जाइए क्योंकि एक नए अध्ययन में पता चला है कि इस तरह के दर्द निवारकों का प्रयोग करने से आने वाली पीढ़ियों की प्रजनन क्षमता कम होती जाती है।
ब्रिटेन में एडिनबरा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने चूहों पर इस आश्य का परीक्षण किया और पाया कि जब एक चूहिया को गर्भावस्था के दौरान सामान्य दर्द निवारक दवाएं दी गईं तो उसकी मादा संतान में अंडाणुओं की संख्या कम थी। कुछ ऐसा ही प्रभाव नर संतानों के जन्म पर भी देखने को मिला। उनके पास उन कोशिकाओं की कमी थी जो भविष्य में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ा सकते थे।
हालांकि वयस्क होने के समय तक उनकी प्रजनन प्रणाली सामान्य हो गई। शोध कर्ताओं ने कहा कि यह खोजें महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इनसे चूहों और इंसानों के बीच प्रजनन प्रणाली के बीच समानता को समझने में मदद मिलती है। इन नतीजों को देखते हुए शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि गर्भवती महिलाओं को जरूरत पड़ने पर कम से कम समय के लिए थोड़ी मात्रा में दर्द निवारक दवाएं लेनी चाहिए।
यह अध्ययन साइंटिफिक रिपोर्ट्स जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
ब्रिटेन में एडिनबरा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने चूहों पर इस आश्य का परीक्षण किया और पाया कि जब एक चूहिया को गर्भावस्था के दौरान सामान्य दर्द निवारक दवाएं दी गईं तो उसकी मादा संतान में अंडाणुओं की संख्या कम थी। कुछ ऐसा ही प्रभाव नर संतानों के जन्म पर भी देखने को मिला। उनके पास उन कोशिकाओं की कमी थी जो भविष्य में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ा सकते थे।
हालांकि वयस्क होने के समय तक उनकी प्रजनन प्रणाली सामान्य हो गई। शोध कर्ताओं ने कहा कि यह खोजें महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इनसे चूहों और इंसानों के बीच प्रजनन प्रणाली के बीच समानता को समझने में मदद मिलती है। इन नतीजों को देखते हुए शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि गर्भवती महिलाओं को जरूरत पड़ने पर कम से कम समय के लिए थोड़ी मात्रा में दर्द निवारक दवाएं लेनी चाहिए।
यह अध्ययन साइंटिफिक रिपोर्ट्स जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
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