खास बातें
- 'मुगलई आलू' की इस रेसिपी बनाने के लिए दिन भर थकने की जरूरत नहीं है.
- यह डिश आपके रात के खाने के लिए एकदम परफेक्ट है.
- इसे आप लंच के साथ-साथ डिनर में भी ले सकते हैं.
मुगलई व्यंजनों की उत्पत्ति का पता मुगल साम्राज्य के शासन के तहत भारत के प्राचीन मध्य युग के इतिहास में लगाया जा सकता है. समय के साथ, इस व्यंजन की पाक शैली और क्षेत्रीय खाना पकाने पर गहरा प्रभाव पड़ने लगा और आज यह भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के लोगों के बीच सबसे लोकप्रिय व्यंजनों में से एक है. हालांकि, सभी मुगलई व्यंजन विविध हैं, शाकाहारी और मांसाहारी दोनों विकल्प हैं, मुगलई पराठा, पुलाव, मलाई कोफ्ता, कबाब, विभिन्न तंदूरी आइट्स से लेकर शीर कोरमा, शाही टुकडा, केसरी खीर जैसे मीठे व्यंजनों की एक विस्तृत श्रृंखला तक देखने को मिलती है.
हालांकि, ऑथेन्टिक मुगलई व्यंजन बनाना अक्सर थकाऊ और शुरू करने के लिए थोड़ा मुश्किल माना जाता है, मगर 'मुगलई आलू' की इस शाकाहारी रेसिपी बनाने के लिए आपको दिन भर थकने की जरूरत नहीं है. यह डिश आपके रात के खाने के लिए एकदम परफेक्ट है. इस डिश में स्वादिष्ट ग्रेवी में सुगंधित मसालों और आलू का एक समृद्ध और पारंपरिक स्वाद मिश्रण मिलता है. यह मुगलई आलू के सबसे स्वादिष्ट व्यंजनों में से एक है जो 'नवाबों' के घर से निकलती है. आइए एक नजर डालते हैं मुगलई आलू की रेसिपी पर.
कैसे बनाएं मुगलई आलू | मुगलई आलू रेसिपी:
रेसिपी शुरू करने के लिए, आपको बस इतना करना है कि छोटे आलू छीलें और उन्हें एक कांटे की मदद से चारों ओर छेद कर ठंडे पानी में भिगो दें. दस मिनट बाद इनका पानी लें, दही और नमक डालकर एक घंटे के लिए अलग रख दें. एक पैन में घी गरम करें और प्याज को ट्रांसपेरेंट होने तक भूनें, फिर पिसा हुआ पेस्ट डालें और एक मिनट तक भूनें.- अब पैन में सारे सुगंधित मसाले, आलू और पानी डालें. ढककर आलू के नरम होने तक पकाएं. आखिरी स्टेप है क्रीम डालना और धनिया से गार्निश करना. इस डिश को चपाती या चावल के साथ परोसें और मजा लें! इसे आप लंच के साथ-साथ डिनर में भी ले सकते हैं.
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