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Frequent Urination Causes: बार-बार पेशाब आना किस बीमारी का लक्षण है? बार-बार पेशाब क्यों आता है, घरेलू उपाय

Frequent Urination Causes in Hindi | Baar Baar Peshab Kyu Aata Hai: क्‍या आप जानना चाहते हैं क‍ि बार-बार पेशाब क्‍यों आता है, बार-बार पेशाब आना कौन सी बीमारी किस बीमारी का लक्षण है? यहां इस लेख में हम आपको बताएंगे बार-बार पेशाब आने के पीछे के कारण, बार बार पेशान आने के समस्‍या को कैसे दूर कर सकते हैं और इसके लिए क्‍या घरेलू नुस्‍खे या आयुर्वेद‍िक उपचार अपनाए जा सकते हैं-

Frequent Urination Causes: बार-बार पेशाब आना किस बीमारी का लक्षण है? बार-बार पेशाब क्यों आता है, घरेलू उपाय
Frequent Urination Causes in Hindi | Baar Baar Peshab Kyu Aata Hai: बार-बार पेशाब क्यों आता है, घरेलू उपाय

Frequent Urination Causes in Hindi | Baar Baar Peshab Kyu Aata Hai: क्‍या आप जानना चाहते हैं क‍ि बार-बार पेशाब क्‍यों आता है, बार-बार पेशाब आना कौन सी बीमारी किस बीमारी का लक्षण है? यहां इस लेख में हम आपको बताएंगे बार-बार पेशाब आने के पीछे के कारण, बार बार पेशान आने के समस्‍या को कैसे दूर कर सकते हैं और इसके लिए क्‍या घरेलू नुस्‍खे या आयुर्वेद‍िक उपचार अपनाए जा सकते हैं-

क्यों आता है बार बार पेशाब, इसके लक्षण और इलाज | Frequent Urination: Causes, What It Means & How To Stop

बार-बार पेशाब आने के सामान्य कारण | Frequent Urination Causes | बार-बार पेशाब क्यों आता है?

1. प्रोस्टेट का बढ़ना: 50 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों में प्रोस्टेट ग्रंथि का बढ़ना (BPH) एक सामान्य समस्या है, जिससे बार-बार पेशाब आना शुरू हो जाता है.

2. किडनी या यूरेट्रिक स्टोन: किडनी में पथरी होने की स्थिति में भी पेशाब बार-बार आने की समस्या हो सकती है.

3. मधुमेह (डायबिटीज): बार-बार पेशाब आना और अधिक मात्रा में पेशाब होना मधुमेह के प्रमुख लक्षणों में से एक है. अनियंत्रित मधुमेह में यह समस्या आम होती है.

4. गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल बदलावों के कारण बार-बार पेशाब आने लगता है. गर्भधारण के बाद यह एक सामान्य समस्या हो सकती है.

Also Read: बार-बार पेशाब रोकना कितना खतरनाक हो सकता है?

बार-बार पेशाब आने पर क्या खाएं ~ Baar Baar Peshab Aayw to kaisi Diet lein

बार-बार पेशाब आने की समस्या में सही डाइट बहुत मददगार हो सकती है. यहाँ कुछ डाइट टिप्स दिए हैं जो आपकी हेल्थ और पेशाब की समस्या दोनों में सुधार ला सकते हैं:

पानी सही मात्रा में लें: ज्यादा या कम पानी पीना दोनों से बचें. दिनभर में लगभग 6-8 गिलास पानी पीना पर्याप्त होता है. बहुत ज्यादा पानी पीने से बार-बार पेशाब आ सकता है, जबकि कम पानी से यूरिन संक्रमण हो सकता है.

कैफीन और अल्कोहल कम करें: चाय, कॉफी, सोडा, और शराब पेशाब बढ़ा सकते हैं. इन्हें कम मात्रा में ही लें.

फाइबर युक्त खाना खाएं:  सब्जियां, फल, दलहन और साबुत अनाज आपकी पाचन क्रिया ठीक रखेंगे और मूत्र मार्ग की समस्या से बचाव करेंगे.

नमक की मात्रा घटाएं: ज्यादा नमक खाने से शरीर में पानी की मात्रा बढ़ती है, जिससे पेशाब ज्यादा आता है.

मसालेदार और तैलीय खाना कम करें:  ये पेट और मूत्र मार्ग को परेशान कर सकते हैं.

फल शामिल करें: ये हाइड्रेटेड रखने में मदद करते हैं और मूत्र मार्ग को स्वस्थ रखते हैं.

प्रोटीन की मात्रा सीमित करें: ज्यादा प्रोटीन किडनी पर दबाव डाल सकता है. पेट में संक्रमण या किडनी की समस्या हो तो प्रोटीन की मात्रा सीमित करें.

ध्यान रखें:

  • अगर आपको मधुमेह है, तो चीनी और मीठे पदार्थों का सेवन नियंत्रित करें.
  • पेशाब संबंधी समस्या बढ़ती रहे तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

Frequent urination Causes | ये 4 बीमारियां होने पर बार-बार आता है पेशाब

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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