अक्सर हम कोलेस्ट्रॉल का नाम सुनते ही डर जाते हैं, लेकिन सच यह है कि कोलेस्ट्रॉल शरीर के लिए जरूरी होता है. यह एक transport medium है, जो हार्मोन बनाने, सेल्स को मजबूत रखने और कई जरूरी बॉडी फंक्शन में मदद करता है. दिक्कत तब होती है जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल जरूरत से ज्यादा बढ़ जाता है. इसका मतलब यह नहीं कि बाहर से लिया गया फैट ही दोषी है, बल्कि कई बार शरीर की अपनी क्षमता (metabolism) ही कोलेस्ट्रॉल को सही तरह से इस्तेमाल नहीं कर पाती. NDTV से बातचीत के दौरान मेदांता अस्पताल के कार्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ. नरेश त्रेहान बताया है कि कौन सा तेल आपको खाना चाहिए और साथ ही जानते हैं तेल का सेवन करते समय किन बातों का खास ख्याल रखना जरूरी होता है.
सेहत के लिए कौन सा तेल है बेहतर- (Which oil is better for health)
गुड और बैड कोलेस्ट्रॉल का फर्क-
डॉ. नरेश त्रेहान ने बताया , कोलेस्ट्रॉल के अलग-अलग हिस्से होते हैं, जिन्हें हम Good (HDL) और Bad (LDL) कोलेस्ट्रॉल कहते हैं. सही संतुलन में ये नुकसान नहीं करते. समस्या तब होती है जब बैड कोलेस्ट्रॉल ज्यादा हो जाता है और आर्टरीज में जमा होने लगता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है.
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अंडे, घी और फैट: क्या सच में नुकसानदेह?
डॉ. नरेश त्रेहान मुताबिक, पहले माना जाता था कि अंडे और घी दिल के लिए खराब हैं, लेकिन बाद की स्टडी में यह बात पूरी तरह सही नहीं पाई गई. खुद कार्डियोलॉजी की पुरानी रिसर्च करने वाले डॉक्टरों ने बाद में माना कि संतुलन में अंडे और घी नुकसानदेह नहीं हैं. हफ्ते में सीमित मात्रा में अंडा खाना सुरक्षित माना गया है. समस्या अत्यधिक सेवन से होती है, न कि सामान्य उपयोग से.
तेल कौन-सा सही और कौन-सा गलत?
आज यह माना जाता है कि लिक्विड ऑयल सॉलिड फैट्स से बेहतर होते हैं.
ऑलिव ऑयल, सनफ्लावर ऑयल, राइस ब्रान ऑयल और सरसों का तेल ये सभी उपयोगी हैं.
लेकिन हाइड्रोजेनेटेड ऑयल (वनस्पति, डालडा) दिल के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदेह माने जाते हैं.
एक अहम सलाह यह है कि तेल को हर 6 महीने में बदलते रहें (oil rotation). हर तेल में कुछ न कुछ कमी या संभावित टॉक्सिसिटी हो सकती है, इसलिए रोटेशन से नुकसान का रिस्क कम होता है.

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ऑब्ज़र्वेशनल स्टडी और सावधानी-
डॉ. नरेश त्रेहान के अनुसार, कुछ क्षेत्रों में लंबे समय तक एक ही तेल के ज्यादा इस्तेमाल से हार्ट के इलेक्ट्रिकल सिस्टम पर असर देखने को मिला है. यह सीधा कारण नहीं है, लेकिन सावधानी जरूरी है. इसलिए एक ही तेल सालों तक इस्तेमाल करने से बचना चाहिए.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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