
Diet For Diabetes Patients: क्या आपको पता है कि डायबिटीज के मरीजों के लिए डिनर कितनी इंपॉर्टेंस रखता है. वैसे तो जो लोग डायबिटीज के मरीज हैं उनको अपने पूरे-दिन के ही खानपान का खास ख्याल रखना चाहिए लेकिन अगर बात करें डिनर की तो यह आपके ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकता है. वहीं अगर आप डिनर गलत करते हैं तो ब्लड शुगर हाई रहने का रिस्क कई गुना बढ़ जाता है. दरअसल ये एक ऐसी गलती है जो कि ज्यादातर डायबिटीज के मरीज हर रोज करते हैं. आर्युवेदिक डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया कि किस तरह से आपका रात का खाना सिर्फ आपके ग्लूकोज लेवल्स को ही मैनेज नहीं करता बल्कि रात भर के मेटाबॉलिज्म और सुबह खाली पेट के शुगर लेवल्स के ऊपर भी असर डालता है. इसके साथ ही उन्होंने कुछ ऐसे फूड्स और कुछ ऐसे डिनर ऑप्शंस भी बताए जो कि ब्लड शुगर को स्पाइक होने से बचाते हैं और आपको रात भर एनर्जी देते हैं और मॉर्निंग ग्लूकोज लेवल्स को भी स्टेबल रखने में आपकी हेल्प करते हैं.
डायबिटीज के मरीज को डिनर में क्या खाना चाहिए
आइए जानते हैं कि डायबिटिक पेशेंट को अपने डिनर में क्या खाना चाहिए ताकि उनकी जो शुगर है वो कभी ना बढ़े और कंट्रोल में रहे. बता दें कि रात के टाइम आपकी बॉडी रेस्ट मोड में होती है जिससे मेटाबॉलिज्म लो हो जाता है. इस वजह से गलत डिनर आपकी बॉडी के ऊपर ज्यादा लोड डालता है. इसलिए डायबिटिक पेशेंट को एक बैलेंस डिनर करना है. बैलेंस डिनर का मतलब है कि आपके डिनर के अंदर कॉम्प्लेक्टेड प्रोटीन और हेल्दी फैट्स का एक संतुलित मिश्रण होना चाहिए.
कॉम्प्लेक्शन डाइट
तो चलिए शुरुआत करते हैं कॉम्प्लेक्शन को समझने से, कॉम्प्लेक्टेड आबेट पेशेंट्स के लिए एक जादू की छड़ी की तरह काम करता है क्योंकि यह ग्लूकोज को स्लोली रिलीज करते हैं और एकदम से आपकी ब्लड शुगर को नहीं बढ़ाते हैं. दरअसल सिंपल कार्बोहाइड्रेट्स पेट्रोल की तरह होते हैं जो कि एकदम तेजी से बर्न हो जाते हैं एकदम से खत्म हो जाते हैं जलके. जबकि जो कॉम्प्लेक्शन होते हैं ये कोयले की तरह धीरे-धीरे सुलगते हैं और ज्यादा देर तक आपको एनर्जी देते हैं और इसीलिए जब आप कॉम्प्लेक्शन को खाते हैं तो ये आपकी बॉडी को धीरे-धीरे लंबे समय तक एनर्जी देते रहते हैं और ग्लूकोज लेवल्स को कंट्रोल में रखते हैं.
कॉम्प्लेक्शन से देसी आटे में या फिर मिलेट्स के आटे में जैसे कि बाजरा ज्वार और फिर रागी के आटे में आपको मिल जाएंगे तो आप रात को जो रोटियां खा रहे हैं वो इन्हीं आटों से बनाएं और खाएं. या फिर आप अगर चावल खाना चाहते हैं तो ब्राउन राइस या फिर क्विनोवा को आप इस्तेमाल करें क्योंकि यह भी कॉम्प्लेक्शन होते हैं. वहीं आप वाइट राइस को अवॉइड करें क्योंकि उसके अंदर रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो कि शुगर को तेजी से बढ़ाते हैं इनके अलावा आप चाहें तो दलिया खा सकते हैं, शकरकंदी भी खा सकते हैं. ये सभी फूड्स लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले ऑप्शंस हैं जो कि आपकी शुगर को बढ़ने से रोकते हैं. लेकिन इसके साथ ही आपको पोर्शन कंट्रोल का भी पूरा ध्यान रखना है.
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मात्रा
एक टाइम में एक कटोरी राइस से ज्यादा ना लें दो या तीन रोटियां खाएं और अगर आप शकरकंदी ले रहे हैं तो उसके साथ में आप राइस ना खाएं और अगर दलिया खा रहे हैं तो रोटी को अवॉइड करें इस तरह से आप बिना अपना डाइजेशन खराब किए बिना अपने पेट में ज्यादा लोड डाले आसानी से अपने ब्लड शुगर को कंट्रोल में रख पाएंगे.
फाइबर
फाइबर के लिए आपको वेजिटेबल्स लेनी है खास तौर से ऐसी वेजिटेबल्स जिनमें कि स्टार्च की मात्रा कम हो और फाइबर की मात्रा ज्यादा हो. हाई फाइबर नॉन स्टार्च वेजिटेबल्स ना सिर्फ आपकी बॉडी को न्यूट्रिएंट्स देती हैं बल्कि आपके ग्लूकोज को एब्जॉर्ब होने से भी रोकती हैं. ये सब्जियां बेसिकली एक स्पंज की तरह काम करती हैं और ग्लूकोज को सोक करके धीरे-धीरे आपके ब्लड के अंदर रिलीज करती हैं. जिससे कि शुगर लेवल्स स्टेबल रहते हैं, एकदम से बढ़ते नहीं है. नॉन स्टार्च हाई फाइबर वेजिटेबल्स में वैसे तो बहुत सारी सब्जियां आती हैं लेकिन डायबिटिक पेशेंट अपनी डाइट में पालक मेथी के साग को, फूल गोभी, लौकी, करेला, टिंडा, भिंडी और फ्रेंच बींस लें तो यह आपके लिए सबसे ज्यादा बेस्ट ऑप्शंस हैं. अपने हर एक मील में खास तौर से डिनर के टाइम पर अपनी आधी प्लेट आप इस तरह की वेजिटेबल से भरिए और बाकी के का जो हिस्सा है वो रोटी या फिर ब्राउन राइस के लिए रखिए.
प्रोटीन
प्रोटीन को बॉडी के बिल्डिंग ब्लॉक्स भी कहते हैं. प्रोटींस आपके ब्लड शुगर को स्टेबल करते हैं और रात भर आपको फुल और सेटिस्फाइड रखते हैं. प्रोटीन के लिए आप दालें खासतौर से मूंग की दाल मसूर की दाल या फिर चने की दाल ले सकते हैं. ये लाइट तो है ही साथ ही साथ इनमें हाई फाइबर भी होता है. इनका सेवन आपके डाइजेशन को और शुगर को कंट्रोल में रखने में हेल्प करते हैं. इसके अलावा आप पनीर एग्स फिश या फिर चिकन भी प्रोटीन के लिए ले सकते हैं. ये सिर्फ आपकी शुगर को ही कंट्रोल में नहीं रखेंगे बल्कि आपको एनर्जी भी देंगे और आपकी बॉडी को ताकत भी देंगे.
हेल्दी फैट्स
हेल्दी फैट्स ना सिर्फ आपके ब्लड शुगर को स्टेबलाइज करते हैं बल्कि आपके हार्ट और ओवरऑल एनर्जी लेवल्स के लिए भी बहुत हेल्पफुल होते हैं. हेल्दी फैट्स के लिए आप कच्ची घानी सरसों का तेल और देसी घी को खाना बनाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर आपकी पॉकेट अलाव करती है तो सैलेड में आप थोड़ा सा एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल भी डाल सकते हैं उसको भी खा सकते हैं. इसके साथ ही आप ऐसी चीजें खा सकते हैं जिनमें कि नेचुरल ऑयल्स होते हैं जैसे कि बादाम, अखरोट, फ्लैक सीड्स, सनफ्लावर सीड्स या फिर चिया सीड्स. इनमें पाए जाने वाले हेल्दी फैट्स एक स्लो बर्निंग फ्यूल की तरह होते हैं जो कि आपकी बॉडी को लॉन्ग लास्टिंग एनर्जी देते हैं और ग्लूकोज लेवल्स को स्टेबल बनाए रखते हैं.
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लेकिन एक बात जो आपको ध्यान रखनी है वो यह है कि इनको हेल्दी फैट्स मानकर इनका सेवन बहुत ज्यादा करना है. फैट्स को हमेशा आपको संतुलित मात्रा में ही लेना होता है तो अपने खाना बनाने के लिए एक टीस्पून तेल का ही इस्तेमाल करें या फिर अगर देसी घी को आप रोटी में लगाते हैं तो वो भी थोड़ा सा ही लगाएं. बहुत ज्यादा अच्छा समझकर अगर लगाएंगे तो वो आपको नुकसान भी कर सकता है इसलिए हमेशा लिमिट में ही फैट्स को इस्तेमाल करें.
इन बातों का भी रखें ध्यान
आप ज्यादा पेट भर के और हैवी खाना ना खाएं और डिनर के बाद एक शॉर्ट वॉक आप जरूर करें ताकि आपका डाइजेशन बेहतर हो और आपके शुगर लेवल जो है वो स्टेबल रहे एक और बात ध्यान रखना है कि डिनर हमेशा सोने से दो से तीन घंटे पहले करना चाहिए. ऐसा करने से आपकी बॉडी को खाना डाइजेस्ट करने का प्रॉपर टाइम मिल जाता है. अगर आप लेट खाना खाएंगे तो आपकी बॉडी से इसे डाइजेस्ट नहीं कर पाएगी खाने को और शुगर बढ़ जाएगी.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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