AIIMS Canteen: डीप फ्राइड स्नैक्स हमेशा इंडियन के बीच स्नैकिंग के लिए पॉपुलर रहे हैं, हाई फैट फूड्स का सेवन शरीर के लिए नुकसानदायक है. हेल्थ के प्रति जागरूक लोगों के बीच चिंता का विषय भी है. एम्स (ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) की कैंटीन में अब तक आम फ्राई हुए स्नैक्स जैसे समोसा और कचौरी के सीमित ऑप्शन उपलब्ध थे. इंडियन प्रीमियर मेडिकल इंस्टीट्यूट ने अब अपने कैफेटेरिया और हॉस्टल मेस में हेल्दी फूड्स को शामिल करने का निर्णय लिया है. बुधवार, 8 फरवरी 2023 को एम्स ने खाने के मेन्यू में हेल्दी चीजें शामिल करने का आदेश जारी किया.
एम्स ने इस संबंध में कैफेटेरिया मैनजमेंट कमिटी के चेयरमेन को एक सूचना भेजी. एम्स के डायरेक्टर एम श्रीनिवास ने कहा, "इंस्टीट्यूट में कैफेटेरिया और हॉस्टल मेस का मौजूदा मेनू 'समोसा', 'कचौरी' और ब्रेड 'पकौड़ा' जैसे बहुत सीमित और ट्रेडिशनल फूड ऑप्शन प्रदान करता है, जिन्हें अनहेल्दी फूड माना जाता है."
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एम्स कैंटीन में उबले हुए अंडे, दूध, अंकुरित अनाज, उबले हुए चने, फलों का सलाद, वेजिटेरियन सलाद, फ्रेश बिना कटे फ्रूट्स और फ्रेश फ्रूट्स जूस के साथ-साथ माइक्रोवेव करने योग्य रेडी-टू-मेड फूडस् को पकाने के लिए 2-3 मिनट की आवश्यकता होती है. जैसे 'उपमा', 'पोहा' आदि (उसकी कीमत तदनुसार तय की जा सकती हैं).
निर्णय लेने के पीछे का कारण बताते हुए, एम्स द्वारा जारी डिसिजन में कहा गया है, "एम्स, नई दिल्ली में कार्यरत फैकल्टी, रेजिडेंट डॉक्टर, नर्सिंग ऑफिसर और अन्य स्टाफ मेंबर रोगी देखभाल में शामिल हैं और उन्हें हेल्दी फूड की आवश्यकता होती है. इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए.
पत्र जारी होने के सात दिनों के भीतर सर्जिकल ब्लॉक कैफेटेरिया, एमसीएच ब्लॉक कैफेटेरिया व अन्य सभी कैफेटेरिया में सभी हेल्दी फूडस् सामग्री परोसना शुरू करने का निर्देश दिया गया है.
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