प्रियंका चोपड़ा ने लिंक्डिन पर इमिग्रेशन बैन पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
नई दिल्ली:
हॉलीवुड के टॉप एक्ट्रेस जैसे जेनिफर लॉरेंस, एश्टन कटशर, एंजलिना जोली, जॉन लेजेंड और अन्य लोगों और मेरिल स्ट्रीप द्वारा गोल्डन ग्लॉब अवॉर्ड में अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ अपनी बात रखने वाले कलाकारों में अब बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा का नाम भी जुड़ गया है. प्रियंका ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से इमिग्रेशन पर लगाए गए अस्थाई प्रतिबंध पर उनकी आलोचना की है और कहा, 'इसने मुझे बहुत प्रभावित किया है'. ट्रम्प ने पिछले शुक्रवार को एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर कर 120 दिनों के लिए अमेरिका में शरणार्थियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया, जबकि सीरियाई शरणार्थियों के प्रवेश पर अनिश्चितकाल के लिए प्रतिबंध लगा दिया. इस आदेश के तहत मुसलमान बहुल देशों ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन से आने वाले नागरिकों का 90 दिनों के लिए अमेरिका में प्रवेश वर्जित कर दिया गया.
ट्रंप के इस फैसके बाद प्रियंका चोपड़ा ने लिंक्डईन पर एक दमदार पोस्ट लिखा है. इस भावनात्मक पोस्ट में प्रियंका ने लिखा, 'एक वैश्विक नागरिक होने के नाते इसने मुझे बहुत प्रभावित किया है. सभी 'प्रतिबंधित' देश ऐसी जगह हैं जहां यूनिसेफ का बहुत सारा काम चल रहा है, जहां बच्चे सबसे ज्यादा तकलीफें झेल रहे हैं.' प्रियंका ने लिखा, ' यूएस, एक ऐसा देश माना जाता रहा है जो अप्रवासियों से ही मिलकर बना है. अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट द्वारा लगाया गए इस 90 दिनो का यह प्रतिबंध पर गुस्सा, चिढ़ और लाचारी मुझे समझ आ रही है और एक वैश्विक नागरिक होने के नाते इसने मुझे भीतर तक प्रभावित किया है.'
उन्होंने लिखा, ' क्या हम कल की हेडलाइंस बदल सकते हैं? शायद एक दिन या एक साल या कुछ सालों में नहीं, क्योंकि यह जंग लंबी है. लेकिन हमें एक ऐसी दुनिया को बनाने की कोशिश में लगे रहना चाहिए जहां बच्चों के अधिकारों की रक्षा हो सके. इसका कोई विकल्प नहीं है.'
प्रियंका ने सिर्फ खुद ही इसके खिलाफ नहीं बोला, बल्कि अन्य लोगों को भी इसके खिलाफ अपनी आवाज उठाने को कहा है. हॉलीवुड आइकन एंजलिना जोली ने भी ट्रम्प के कदम की आलोचना करते हुए कहा कि शरणार्थियों के लिए दरवाजे बंद करने या उनके साथ भेदभाव करने से अमेरिका सुरक्षित नहीं बनेगा.
वर्ष 2012 से ही शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की उच्चायुक्त जोली ने न्यूयॉर्क टाइम्स के लिए लिखे संपादकीय में कहा है कि शरणार्थी नीतियां तथ्य पर आधारित होनी चाहिए डर पर नहीं क्योंकि ऐसे लोग 'पुरूष, महिलाएं और बच्चे युद्ध की त्रासदी में फंसे हुए हैं' और वे खुद आतंकवाद के पीड़ित हैं. ट्रम्प का नाम लिए बगैर उन्होंने लिखा है कि नए फैसले से दुनियाभर में अमेरिका के मित्रों को सदमा पहुंचा है'
ट्रंप के इस फैसके बाद प्रियंका चोपड़ा ने लिंक्डईन पर एक दमदार पोस्ट लिखा है. इस भावनात्मक पोस्ट में प्रियंका ने लिखा, 'एक वैश्विक नागरिक होने के नाते इसने मुझे बहुत प्रभावित किया है. सभी 'प्रतिबंधित' देश ऐसी जगह हैं जहां यूनिसेफ का बहुत सारा काम चल रहा है, जहां बच्चे सबसे ज्यादा तकलीफें झेल रहे हैं.' प्रियंका ने लिखा, ' यूएस, एक ऐसा देश माना जाता रहा है जो अप्रवासियों से ही मिलकर बना है. अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट द्वारा लगाया गए इस 90 दिनो का यह प्रतिबंध पर गुस्सा, चिढ़ और लाचारी मुझे समझ आ रही है और एक वैश्विक नागरिक होने के नाते इसने मुझे भीतर तक प्रभावित किया है.'
उन्होंने लिखा, ' क्या हम कल की हेडलाइंस बदल सकते हैं? शायद एक दिन या एक साल या कुछ सालों में नहीं, क्योंकि यह जंग लंबी है. लेकिन हमें एक ऐसी दुनिया को बनाने की कोशिश में लगे रहना चाहिए जहां बच्चों के अधिकारों की रक्षा हो सके. इसका कोई विकल्प नहीं है.'
प्रियंका ने सिर्फ खुद ही इसके खिलाफ नहीं बोला, बल्कि अन्य लोगों को भी इसके खिलाफ अपनी आवाज उठाने को कहा है. हॉलीवुड आइकन एंजलिना जोली ने भी ट्रम्प के कदम की आलोचना करते हुए कहा कि शरणार्थियों के लिए दरवाजे बंद करने या उनके साथ भेदभाव करने से अमेरिका सुरक्षित नहीं बनेगा.
वर्ष 2012 से ही शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की उच्चायुक्त जोली ने न्यूयॉर्क टाइम्स के लिए लिखे संपादकीय में कहा है कि शरणार्थी नीतियां तथ्य पर आधारित होनी चाहिए डर पर नहीं क्योंकि ऐसे लोग 'पुरूष, महिलाएं और बच्चे युद्ध की त्रासदी में फंसे हुए हैं' और वे खुद आतंकवाद के पीड़ित हैं. ट्रम्प का नाम लिए बगैर उन्होंने लिखा है कि नए फैसले से दुनियाभर में अमेरिका के मित्रों को सदमा पहुंचा है'
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