नई दिल्ली:
राहत काजमी की आने वाली फिल्म 'मंटोस्तान' में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहीं अभिनेत्री सोनल सहगल ने कहा कि उनकी फिल्म में ज्यादातर महिला किरदार मानवीय हैं. यह फिल्म लेखक सआदत हसन मंटो के जीवन पर आधारित है. मंटो के 'ठंढा गोश्त' में कुलवंत कौर नामक किरदार निभा रहीं अभिनेत्री 'मंटोस्तान' का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित हैं. यह 'खोल दो', 'ठंढा गोश्त', 'आखरी सॉल्यूट' और 'असाइंमेंट' जैसी चार लघु कहानियों का एकीकरण है. इस बारे में पूछे जाने पर सोनल ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा, 'मुझे लगता है कि उनकी कहानियों में सभी महिला पात्रों को स्वतंत्रता होती है और यह दिलचस्प है. यहां तक कि लघु कहानियां छोटी होती हैं. वे प्रत्येक भावनाओं के विभिन्न रंगों को समाहित करने में कामयाब हैं. वे ब्लैक एंड व्हाइट नहीं, दोषपूर्ण और सकारात्मकता के साथ मानवीय हैं.'
यह जानना दिलचस्प है कि 1940 के लेखक मंटो न केवल भारत और पाकिस्तान में, बल्कि पश्चिम में भी लोकप्रिय हैं. उन्होंने कहा, 'हां, यह सच है और शुरुआत में यह हैरान कर देने वाला था. हमने लंदन, सैन फ्रांसिस्को और अन्य स्थानों के विभिन्न कार्यक्रमों पर इस फिल्म के साथ बहुत-सी यात्रा की, जहां लोगों ने मंटो के दर्शन और विचारधारा के बारे में जानने के लिए अपनी रुचि दिखाई.'
बता दें कि सोनल सहगल हाल ही में बॉलीवुड में चल रहे गौरेपन के प्रोडक्ट्स का प्रचार करने वाले एक्टर्स विवाद में सामने आई थीं. अपने करियर के शुरुआती दिनों में फेयरनेस क्रीम के विज्ञापन में काम करने वाली मॉडल सोनल सेहगल ने एक वीडियो बनाकर गोरेपन का झूठ बेचने वाली इंडस्ट्री का काला सच दिखाया और साथ ही साथ माफी भी मांगी थी. सोनल ने अपने पोस्ट के अंत में लिखा, "समाज में इस तरह के नस्ली भेदभाव को बढ़ावा देने लिए मैं खुद को जिम्मेदार मानती हूं. मैंने इस बारे में बात नहीं की. इसलिए इस फिल्म के जरिए मैं अपनी आवाज उठा रही हूं. जो गलत हुआ उसे सही करने के लिए."
सोनल ने आईएएनएस को बताया, 'बाद में हमें पता चला कि मंटो पर साहित्य के पाठ्यक्रम में एक पाठ है. कोई आश्चर्य नहीं हुआ कि हमें सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है.' 'मंटोस्तान' 5 मई को रिलीज होने वाली है.
(इनपुट आईएएनएस से भी)
यह जानना दिलचस्प है कि 1940 के लेखक मंटो न केवल भारत और पाकिस्तान में, बल्कि पश्चिम में भी लोकप्रिय हैं. उन्होंने कहा, 'हां, यह सच है और शुरुआत में यह हैरान कर देने वाला था. हमने लंदन, सैन फ्रांसिस्को और अन्य स्थानों के विभिन्न कार्यक्रमों पर इस फिल्म के साथ बहुत-सी यात्रा की, जहां लोगों ने मंटो के दर्शन और विचारधारा के बारे में जानने के लिए अपनी रुचि दिखाई.'
बता दें कि सोनल सहगल हाल ही में बॉलीवुड में चल रहे गौरेपन के प्रोडक्ट्स का प्रचार करने वाले एक्टर्स विवाद में सामने आई थीं. अपने करियर के शुरुआती दिनों में फेयरनेस क्रीम के विज्ञापन में काम करने वाली मॉडल सोनल सेहगल ने एक वीडियो बनाकर गोरेपन का झूठ बेचने वाली इंडस्ट्री का काला सच दिखाया और साथ ही साथ माफी भी मांगी थी. सोनल ने अपने पोस्ट के अंत में लिखा, "समाज में इस तरह के नस्ली भेदभाव को बढ़ावा देने लिए मैं खुद को जिम्मेदार मानती हूं. मैंने इस बारे में बात नहीं की. इसलिए इस फिल्म के जरिए मैं अपनी आवाज उठा रही हूं. जो गलत हुआ उसे सही करने के लिए."
सोनल ने आईएएनएस को बताया, 'बाद में हमें पता चला कि मंटो पर साहित्य के पाठ्यक्रम में एक पाठ है. कोई आश्चर्य नहीं हुआ कि हमें सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है.' 'मंटोस्तान' 5 मई को रिलीज होने वाली है.
(इनपुट आईएएनएस से भी)
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