खरीद-फरोख्त के डर से कांग्रेस ने अपने विधायकों को उदयपुर एक रिजॉर्ट में भेज दिया था.
जयपुर:
राजस्थान से राज्यसभा की चार सीटों के लिए 10 जून यानी शुक्रवार को चुनाव होना है. कांग्रेस ने इस चुनाव में मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला और प्रमोद तिवारी को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि बीजेपी ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को उम्मीदवार बनाया है. भाजपा व राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) ने मीडिया कारोबारी और निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा को समर्थन दिया है.
- इस बीच खबर है कि उदयपुर में रह रहे राज्य के सभी कांग्रेस विधायक आज शाम जयपुर लौट आएंगे. सूत्रों का कहना है कि उन्हें जयपुर लाने के लिए एक विशेष विमान का इंतजाम किया जा रहा है. क्रॉस वोटिंग और खरीद-फरोख्त के डर से कांग्रेस ने अपने विधायकों को उदयपुर एक रिजॉर्ट में भेज दिया था. अब ये सभी विधायक जयपुर लौटकर शुक्रवार की सुबह तक एक साथ ही रहेंगे. उसी दिन राज्यसभा के लिए मतदान होना है.
- राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार की शाम ही जयपुर लौट आए थे. उन्होंने कहा कि पार्टी व उसके सभी समर्थक विधायक एकजुट हैं और राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के तीनों उम्मीदवार जरूर जीतेंगे. गहलोत ने उदयपुर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम तीनों सीटें जीतेंगे, हमारे विधायक एकजुट हैं. हमारे पास नंबर है.''
- गहलोत ने कहा, ‘‘हमारे पास शुरू से ही तीनों सीटों के लिए 126 विधायकों का समर्थन है.'' भाजपा द्वारा निर्दलीय उम्मीदवार चंद्रा को समर्थन दिए जाने पर सवाल उठाते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘भाजपा समर्थित उम्मीदवार जो बनाए गए हैं उन्हें सोचना चाहिए कि जब उनके (भाजपा) पास संख्या बल नहीं है तब उन्होंने स्पांसर क्यों किया? इसके मायने हैं कि हॉर्स ट्रेडिंग की मंशा शुरू से ही रही है और इसलिए उन्होंने दूसरा उम्मीदवार खड़ा किया जबकि उनके पास इसके लिए बहुमत नहीं है.''
- उधर, बीजेपी की विधायक चंद्रकांता मेघवाल को राज्य पुलिस ने कोटा के पांच साल पुराने एक मामले में पुलिस के समक्ष पेश होने को कहा है. बीजेपी ने सरकार पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है. केशवरायपाटन से विधायक चंद्रकांता मेघवाल फिलहाल जयपुर में भाजपा विधायकों के साथ रिजॉर्ट में ही हैं. पुलिस ने चंद्रकांता मेघवाल और उनके पति को भी समन किया है. भाजपा विधायक शुक्रवार सुबह तक जयपुर के बाहरी इलाके में एक रिजॉर्ट में रहेंगे.
- निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा का दावा है कि आठ विधायक क्रॉस वोटिंग करेंगे, जिसमें चार कांग्रेस के होंगे. कांग्रेस ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की है. चंद्रा को कुल 33 विधायकों का समर्थन पहले से प्राप्त है जिसमें 30 भाजपा और तीन राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के हैं. उन्हें राज्यसभा का चुनाव जीतने के लिये कुल 41 मतों की जरूरत है.
- इस बीच, भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) ने बुधवार रात को अपने 2 विधायकों को व्हिप जारी कर 10 जून को राज्यसभा चुनाव में मतदान में भाग नहीं लेने का निर्देश दिया है. इस ताजा घटनाक्रम से कांग्रेस की चिंता बढ़ सकती है. मंगलवार को उदयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात के बाद पार्टी विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा की थी. बीटीपी के प्रदेशाध्यक्ष वेलाराम घोघरा ने कहा कि विधायकों को व्हिप के जरिये राज्यसभा चुनाव में मतदान से परहेज करने का निर्देश दिया गया है.
- घोघरा ने कहा, ‘‘हमारे विधायकों ने 2020 में राजनीतिक संकट के दौरान कांग्रेस पार्टी का समर्थन किया। पार्टी ने हमारी मांगों का मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया था लेकिन कुछ नहीं हुआ, इसलिये विधायकों को मतदान से परहेज करने का निर्देश दिया गया है.''इस घटनाक्रम पर बीटीपी विधायक राजकुमार रोत ने कहा कि पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से सलाह मशविरा करने के बाद राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला किया गया था, लेकिन अब प्रदेश अध्यक्ष ने अपने दम पर व्हिप जारी किया है.
- राजस्थान में राज्यसभा के द्विवार्षिक निर्वाचन के लिए सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी राम मोहन मिश्रा (रिटायर्ड) को विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. एक बयान में मुख्य निवार्चन अधिकारी ने बताया कि मतदान 10 जून, 2022 को प्रातः 9 बजे से सायं 4 बजे तक होगा. मतगणना इसी दिन सायं 5 बजे से होगी. उन्होंने बताया कि चुनाव प्रक्रिया 13 जून को सम्पन्न होगी. गौरतलब है कि प्रदेश में राज्यसभा की 4 जुलाई को रिक्त हो रही 4 सीटों के लिए निर्वाचन होना है.
- 200 सदस्यों वाली राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के 108 विधायकों के साथ राज्यसभा की दो सीटों पर जीत सुनिश्चित है. दोनों सीटों पर पार्टी को जीत मिलने के बाद उसके पास 26 अधिशेष वोट होंगे और तीसरी सीट पर जीत के लिये 41 मतों की आवश्यकता होगी. कांग्रेस नेताओं का दावा है कि पार्टी के 108 विधायकों सहित उन्हें कुल 126 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जबकि तीनों सीटों पर जीत दर्ज करने के लिये 123 विधायकों की आवश्यकता है.
- विधानसभा में भाजपा के 71 विधायक हैं. पार्टी एक सीट पर आसान जीत दर्ज कर सकती है, जिसके बाद बचे उसके पास 30 अधिशेष विधायकों के वोट के अलावा तीन आरएलपी विधायकों ने भी चंद्रा को अपना समर्थन दिया है. सुभाष चंद्रा को जीत के लिए आठ और मतों की आवश्यकता होगी.