BJP ने नूपुर शर्मा को निलम्बित कर दिया है और नवीन कुमार जिन्दल को निष्कासित कर दिया है...
नई दिल्ली:
पैगम्बर मोहम्मद के ख़िलाफ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दो नेताओं के विवादास्पद बयानों को लेकर कतर और कुवैत ने भारतीय राजदूतों को तलब कर उन्हें प्रोटेस्ट नोट थमाया है. विवाद को शांत करने की कोशिश में जुटे भारत ने कहा है कि ये टिप्पणियां 'अराजक तत्वों के विचार' हैं.
- यह विवाद पिछले सप्ताह BJP की राष्ट्रीय प्रवक्ता (अब पूर्व) नूपुर शर्मा की एक टेलीविज़न बहस के दौरान की गई टिप्पणी तथा पार्टी की दिल्ली मीडिया इकाई के प्रमुख नवीन कुमार जिन्दल के अब डिलीट किए जा चुके ट्वीट के बाद पैदा हुआ था.
- इन टिप्पणियों की भारत में मौजूद मुस्लिम समूहों ने आलोचना की थी, और इसके बाद शुक्रवार को BJP-शासित उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हिंसा भड़क उठी थी, जिनमें 40 लोग ज़ख्मी हुए.
- इन टिप्पणियों को लेकर आक्रोश अरब दुनिया में भी फैल गया, और कुछ देशों में भारतीय उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान करने वाले हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे. कतर के एक मंत्री ने कहा, "भारत में इस्लाम के ख़िलाफ़ नफरती भाषण... दो अरब मुसलमानों द्वारा अपमान ही समझा जाएगा..."
- बढ़ते आक्रोश का सामना करती BJP ने नूपुर शर्मा को निलम्बित कर दिया और नवीन कुमार जिन्दल को निष्कासित कर दिया. पार्टी ने एक बयान भी जारी किया, जिसमें सभी धर्मों तथा उनके पूज्यों का सम्मान करने की बात ज़ोर देकर कही गई.
- BJP के दोनों नेताओं ने कहा कि उनका इरादा किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने या चोट पहुंचाने का नहीं था. नूपुर शर्मा ने TV बहस के दौरान दिया गया अपना विवादित बयान वापस ले लिया और कहा कि उनका बयान 'महादेव (भगवान शिव) के लगातार किए जा रहे अपमान' की प्रतिक्रिया थी.