राहुल गांधी ने सहयोगियों से कहा, तुम मेरा साथ दो, मैं तुम्हारा साथ नहीं छोड़ूंगा - 10 खास बातें

राहुल गांधी ने कहा कि पिछले पांच साल में बीजेपी की सरकार केवल उद्योगपतियों को हज़ारों करोड़ बांट रही है लेकिन अगर उनकी सरकार बनी तो ग़रीबों को न्यूनतम आय की गारंटी दी जाएगी.

पटना: रविवार को पटना में आयोजित जन आकांक्षा रैली में कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार के अपने सहयोगियों को साफ़ किया कि अगर आप कांग्रेस पार्टी के साथ खड़े रहेंगे तो कांग्रेस पार्टी भी लोकसभा से लेकर विधानसभा चुनावों तक उनकी सहयोगी बन कर चुनाव लड़ेगी. रैली में राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर हमला बोला. तक़रीबन 28 साल बाद कांग्रेस बिहार में अपने दम पर रैली कर रही थी. रैली में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव, मीरा कुमार, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ भी मौजूद थे. राहुल गांधी ने बिहार में शिक्षा और रोज़गार को लेकर कई वादे किए. अपने वादों को वज़न देने के लिए उन्होंने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान का ज़िक्र किया, जहां कांग्रेस की सरकार बनने के बाद किसानों के क़र्ज़ माफ़ किए गए. राहुल ने कहा कि केंद्र में उनकी सरकार बनी तो पटना यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्ज़ा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बिहार समेत पूरे देश के किसानों का क़र्ज़ माफ़ करेगी. उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में बीजेपी की सरकार केवल उद्योगपतियों को हज़ारों करोड़ बांट रही है लेकिन अगर उनकी सरकार बनी तो ग़रीबों को न्यूनतम आय की गारंटी दी जाएगी.

रैली में कई ख़ास बातें की गईं जिनमें प्रमुख हैं...

  1. बिहार के कांग्रेस पार्टी के सहयोगियों का दर्जा ऊंचा है चाहे वो राजद हो या पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की 'हम' पार्टी. इन लोगों को राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने पर उनकी क्षमता और क़ाबिलीयत पर कोई श़क नहीं है.

  2. इसके अलावा कांग्रेस पार्टी और ख़ुद राहुल गांधी ने साफ़ किया कि वो चाहे लोकसभा का चुनाव हो या विधानसभा का, कांग्रेस पार्टी महागठबंधन में रहकर ही चुनाव लड़ेगी.

  3. इस रैली के माध्यम से राहुल गांधी ने तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर भी अपना विश्वास जताया और कहा कि वो युवा नेता हैं और झूठ नहीं बोलते हैं.

  4. इस रैली में अगर लोगों की भीड़ की बात करें तो वो राजद या बीजेपी यो जेडीयू की तुलना में तो कम थी लेकिन उनकी अपेक्षा के अनुरूप थी और सभी वर्गों के लोग रैली में आए थे.

  5. हालांकि इस रैली में कांग्रेस पार्टी की इज्‍जत बहुत हद तक मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह ने बचायी क्योंकि उनके समर्थकों की संख्या काफ़ी अच्छी थी. अनंत सिंह को उम्मीद है कि अब इस रैली के बाद कांग्रेस उन्हें मुंगेर से चुनाव लड़वाएगी.

  6. इस रैली में राहुल गांधी ने यह भी घोषणा की कि अगर केंद्र में कांग्रेस पार्टी की सरकार आयी तो पूरे देश में किसानों का कर्ज़ माफ़ किया जाएगा. उन्होने अगले हरित क्रांति में राजस्थान, मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के साथ-साथ बिहार को भी जोड़ने का आश्वासन दिया.

  7. बिहार के लिए कोई बड़ी घोषणा तो राहुल गांधी ने नहीं की लेकिन तेजस्वी यादव ने उनसे आग्रह किया कि बिहार पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए.

  8. राहुल गांधी ने पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने की घोषणा की.

  9. ये पहला मौक़ा था जब राहुल गांधी पटना के गांधी मैदान में भाषण दे रहे थे और साथ-साथ तेजस्वी यादव के साथ मंच पर मौजूद थे.

  10. राहुल गांधी ने साफ़ किया कि लालू यादव और तेजस्वी यादव के साथ अब उन्हें मंच पर बैठने में कोई परहेज़ नहीं.