
क्यों चढ़ाते हैं तेल?
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शनि देव और हनुमान जी दोनों मित्र थे
हनुमान ने शनि देव के शरीर पर तेल लगाया
ये कथा रामायण काल से जुड़ी है
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ये कथा रामायण काल से जुड़ी है. जब हनुमान के बल और पराक्रम से सभी अवगत थे. शनिदेव और हनुमान जी दोनों मित्र भी थे. लेकिन एक दिन शनिदेव को अपनी शक्ति पर घमंड हो गया. इस बीच शनिदेव ने हनुमान को युद्ध के लिए ललकारा. हनुमान जी राम भक्ति में लीन थे, उसके बावजूद शनिदेव ने हनुमान से युद्ध करना चाहा. दोनों के बीच घमासान युद्ध हुआ. शनिदेव को काफी चोटें आईं क्योंकि हनुमान जी शनिदेव से अधिक बलशाली थे.
अपने दोस्त शनिदेव को चोटिल देख हनुमान जी को बहुत दुख हुआ. उनकी पीड़ा को शांत करने के लिए हनुमान ने शनिदेव के शरीर पर तेल लगाया, ताकि उनके घायल मित्र की पीड़ा कम हो सके. इस तेल से शनिदेव की पीड़ा समाप्त हो गई. तभी से शनि जी की मूर्ति पर तेल अर्पित करने की पंरपरा शुरू हो गई.इसी वजह से ये माना जाता है कि उन पर तेल अर्पित करने से जीवन के सभी दुख-दर्द खत्म हो जाते हैं.
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